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बैंकों पर ताले लटके, करोड़ों रुपये के चेक अटके

यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के आहवान पर शुक्रवार को बैंकों में हड़ताल रही। सभी ब्रांचों पर ताले लटकाने के बाद बैंक कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर हुंकार भरी। एक दिन की हड़ताल से अकेले मेरठ में 50 करोड़ रुपये के चेक का भुगतान नहीं हो पाया। बैंक से लेनदेन भी ठप रहा।

By JagranEdited By: Published: Sat, 01 Feb 2020 10:00 AM (IST)Updated: Sat, 01 Feb 2020 10:00 AM (IST)
बैंकों पर ताले लटके, करोड़ों रुपये के चेक अटके
बैंकों पर ताले लटके, करोड़ों रुपये के चेक अटके

मेरठ, जेएनएन। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के आहवान पर शुक्रवार को बैंकों में हड़ताल रही। सभी ब्रांचों पर ताले लटकाने के बाद बैंक कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर हुंकार भरी। एक दिन की हड़ताल से अकेले मेरठ में 50 करोड़ रुपये के चेक का भुगतान नहीं हो पाया। बैंक से लेनदेन भी ठप रहा। अभी बैंकों की शनिवार को भी हड़ताल रहेगी। ऐसे में लोगों की मुश्किल और बढ़ेगी।

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बैंक कर्मचारियों का सबसे बड़ा प्रदर्शन माल रोड इलाहाबाद बैंक परिसर में हुआ। इसके अलावा गढ़ रोड एसबीआइ के क्षेत्रीय कार्यालय पर भी कर्मचारियों और अधिकारियों ने नारेबाजी की। स्टेट बैंक के बाहर बैंक कर्मचारियों ने शौक नहीं मजबूरी है ये हड़ताल जरूरी है के नारे लगाए। इलाहाबाद बैंक के बाहर पदाधिकारियों ने कहा कि 27 माह से सरकार से बात चल रही है, 40 बार वार्ता के बाद भी स्थिति जस की तस है। कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि 31 जनवरी के बाद एक फरवरी को भी हड़ताल जारी रहेगी। मार्च में 11, 12 और 13 को तीन दिन की हड़ताल की जाएगी। इसके बाद भी सरकार ने मांगे न मानी तो एक अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू हो जाएगी। बैंक के अधिकारियों ने हड़ताल में लोगों से भी नैतिक समर्थन की मांग की।

ये रही प्रमुख मांग

- पांच दिन बैंकिंग सेवा हो।

- मूल भत्ते के साथ विशेष भत्ते का विलय।

- नई पेंशन को खत्म कर, पारिवारिक पेंशन में सुधार।

- ब्रांच में कारोबार का समय, भोजन अवकाश के समय में समानता।

- अवकाश बैंक की शुरुआत।

- अधिकारियों के लिए काम के घंटे निश्चित हो।

- ठेका कर्मचारियों को समान कार्य पर समान वेतन।

हड़ताल से ग्राहकों को हुई परेशानी

बैंकों की ओर से आनलाइन बैंकिंग, एटीएम की सुविधा दी गई है। हड़ताल को देखते हुए एटीएम में कैश भरे गए थे। लेकिन ऐसे लोग जिनके पास एटीएम नहीं है, वह आज भी बैंक में जाकर पैसे का लेनदेन करते हैं। बैंकों की हड़ताल से सबसे अधिक परेशान हुए। महीने के आखिर और महीने के पहले दिन हड़ताल से सबसे अधिक परेशानी पेंशन लेने वाले लोगों को हुई।

दो दिन में 100 करोड़ के चेकों का भुगतान रुकेगा

बैंकों में भी फिजिकल तरीके से चेकों की क्लीयरिग होती है। ऐसे चेकों का भुगतान नहीं हो पाया। पहले दिन बैंकों की हड़ताल से करीब 50 करोड़ के चेकों का लेनदेन प्रभावित हुआ, दो दिन में यह आंकड़ा 100 करोड़ रुपये के करीब पहुंचने का अनुमान है।

एटीएम खाली होने का डर

बैंकों की ओर से एटीएम में कैश भरने की पूरी व्यवस्था की गई थी, लेकिन बावजूद शाम को गढ़ रोड पर कुछ एटीएम कैशलेस होने की वजह से लोग परेशान हुए। कई एटीएम कैशलेस तो कुछ एटीएम आउट आफ सर्विस रहे। शनिवार को हड़ताल होने और रविवार को साप्ताहिक अवकाश होने से एटीएम से निकासी को लेकर और अधिक समस्या हो सकती है।


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