मेरठ में संजीव ठाकुर कानपुर वाले की प्लानिंग पर चल रही थी शराब फैक्ट्री, सत्ता के कद्दावर नेताओं में है पकड़ Meerut News
मेरठ के जानी में कॉलेज के अंदर मंसूरपुर की सरशादीलाल डिस्टलरी की नकली शराब तैयार कर वेस्ट यूपी में खपाने की प्लानिंग करने वाला कानपुर का संजीव ठाकुर है जो अभी पुलिस पकड़ से दूर बना हुआ है। इसके सत्ता के कई कद्दावर नेताओं से संपर्क है।
मेरठ, जेएनएन। मेरठ के जानी में कॉलेज के अंदर मंसूरपुर की सरशादीलाल डिस्टलरी की नकली शराब तैयार कर वेस्ट यूपी में खपाने की प्लानिंग करने वाला कानपुर का संजीव ठाकुर है, जो अभी पुलिस पकड़ से दूर बना हुआ है। संजीव ठाकुर पहले भी शराब फैक्ट्री चलाने के मामले में जेल जा चुका है। उसके बाद फिर से संजीव ने कॉलेज के अंदर ही शराब फैक्ट्री खोलकर ठेकों पर शराब की सप्लाई शुरू कर दी थी। पुलिस की टीमें संजीव ठाकुर की धरपकड़ को लगी हुई है। साथ ही अभी तक मंसूरपुर का सोनू और सरधना का सचिन भी पुलिस पकड़ से दूर है। हालांकि पुलिस ने सोनू की पत्नी को जेल भेज दिया है।
बारह दिन पहले कंकरखेड़ा और जानी पुलिस ने तेजवीर सिंह बीएड कॉलेज के अंदर से शराब फैक्ट्री पकड़ी है। फैक्ट्री में करीब सौ पेटी शराब बरामद की गई, जो देशी शराब के ठेकों पर सप्लाई होने वाली थी। पुलिस ने मौके से चौकीदार समेत तीन लोग और एक महिला को गिरफ्तार कर लिया। मंसूरपुर के रहने वाले सोनू के साथ उसकी पत्नी भी सहयोग करती थी। पुलिस ने सोनू की फरारी के बाद उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। सरधना का सचिन और कानपुर के संजीव ठाकुर की सत्ता के कद्दावर नेताओं में बड़ी पकड है।
फैक्ट्री का पर्दाफाश होने के बाद से सत्ता के कद्दावर नेता ने पुलिस पर दबाव बनाना शुरू कर दिया था। यही कारण है कि अभी तक सचिन और संजीव ठाकुर को पुलिस पकड़ नहीं पाई है, हालांकि पुलिस ने दो दिन पहले भी कंकरखेड़ा के अमित को पकड़कर जेल भेज दिया।
एसएसपी अजय साहनी का कहना है कि फैक्ट्री संचालन करने का मास्टरमाइंड संजीव ठाकुर है, जिसकी तलाश पुलिस की टीम कर रही है। संजीव से पूछताछ में पता चलेगा कि मंसूरपुर सरशादीलाल डिस्टलरी का कौन कर्मचारी शराब की अवैध फैक्ट्री के संचालन में सहयोग कर रहा था। उससे भी अहम बात है कि पुलिस ने जिस बीएड कॉलेज में फैक्ट्री का संचालन हो रहा था। उसके मालिक को आरोपित नहीं बनाया गया है। यानि पुलिस ने कॉलेज के मालिक को क्लीनचिट दे दी है।
सिर्फ पुलिस ने अभी तक चौकीदार और वहां काम करने वाले कर्मचारियों को जेल भेजा है। जबकि फैक्ट्री का संचालन करने के बाद ईस्ट यूपी में भी संजीव ठाकुर शराब की सप्लाई दे रहा था। इंस्पेक्टर ऋषिपाल का कहना है कि सचिन और अमित को पकडऩे के लिए उनके रिश्तेदारों को हिरासत में लिया हुआ है। दोनों की तलाश में दबिश डाली जा रही है।
एसएसपी ने कहा कि शराब की अवैध फैक्ट्री के संचालन का मास्टरमाइंड संजीव ठाकुर है, पुलिस की टीम संजीव ठाकुर को लगा दिया गया है। जल्द ही सभी आरोपितों को पकड़कर जेल भेजा जाएगा। देखा जा रहा है कि आरोपितों किन किन दुकानों पर शराब की सप्लाई दी है।
अजय साहनी, एसएसपी