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जैसा जिसका बजट..वैसा पार्टी का प्लान

कंपनी ने बजट के हिसाब से एबीसी तीन प्लान बना रखे हैं। इनमें भी ऑनलाइन और ऑफलाइन अलग-अलग हैं। ऑनलाइन में प्लान ए के लिए प्रति व्यक्ति एक हजार रुपये है। 18 प्रतिशत जीएसटी भी लगता है। प्लान बी के 1500 रुपये और 18 प्रतिशत जीएसटी।

By JagranEdited By: Published: Sat, 27 Jul 2019 10:00 AM (IST)Updated: Sun, 28 Jul 2019 06:32 AM (IST)
जैसा जिसका बजट..वैसा पार्टी का प्लान
जैसा जिसका बजट..वैसा पार्टी का प्लान

मेरठ, जेएनएन : कंपनी ने बजट के हिसाब से ए,बी,सी तीन प्लान बना रखे हैं। इनमें भी ऑनलाइन और ऑफलाइन अलग-अलग हैं। ऑनलाइन में प्लान ए के लिए प्रति व्यक्ति एक हजार रुपये है। 18 प्रतिशत जीएसटी भी लगता है। प्लान बी के 1500 रुपये और 18 प्रतिशत जीएसटी। प्लान ए और बी में पूल पार्टी, बेले-पोल डांस, रैंप और स्ट्रिप शो शामिल है। स्नैक्स, सॉफ्ट ड्रिंक शामिल हैं। प्लान सी के दो हजार रुपये हैं। जीएसटी इसमें भी शामिल है। प्लान ए और बी एक जैसा ही है। इसमें अल्कोहल चार्ज भी जुड़ा है। ऑफलाइन में सब प्लान ऑनलाइन जैसे ही हैं, बस इसमें जीएसटी नहीं लगता।

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रेव पार्टियों का युवाओं में क्रेज

बड़े शहरों के युवाओं में रेव पार्टी का क्रेज लगातार बढ़ रहा है। इसमें युवा अलग-अलग तरह का नशा करते हैं। ये पार्टी भी चोरी-छिपे होती हैं। बड़े घरों के बच्चे इसमें शामिल होते हैं। ऐसी पार्टियां अब छोटे शहरों में भी हो रही हैं। अक्सर पुलिस रेड की खबरें सामने आती रहती हैं।

कांवड़ यात्रा का चुना समय

सावन में कांवड़ यात्रा के दौरान स्कूल-कॉलेज के साथ ही कॉलेज तक बंद हो जाते हैं। पुलिस भी कांवड़ियों की सुरक्षा में लगी रहती है। इस दौरान पार्टी करने पर किसी का ध्यान भी नहीं जाएगा, शायद यही सोचकर आयोजक यह समय तय किया गया है। खास है आयोजन स्थल, जो हाईवे पर और शहर से अलग है। यहां भीड़भाड़ भी कम रहती है, इसलिए ज्यादा रिस्क भी नहीं है।

पूल पार्टी ही नहीं..बहुत कुछ है

कर्मचारी ने जो पीडीएफ भेजी थी, उसमें बहुत कुछ है। कंपनी सिर्फ पूल पार्टी का ही आयोजन नहीं करती, बल्कि यहां वो सब कुछ होता है, जो आप सोच भी नहीं सकते। पैसे देकर किसी को भी डेट (मेल-फीमेल) कर सकते हैं। अश्लील पार्टी कर सकते हैं।

सप्ताह में छह दिन आपके साथ

कंपनी के कर्मचारी सप्ताह में छह दिन (सोमवार से शनिवार) तक आपके सवालों का जवाब देते हैं। सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक स्टाफ से काल के जरिए बात की जा सकती है। वाट्सएप पर बात करने से साफ मना कर देते हैं। मोटे तौर पर देखें तो कोई सुबूत नहीं छोड़ना चाहते।

सोशल साइट का दुरुपयोग

सोशल साइट का इस्तेमाल आजकल गलत कामों के लिए ज्यादा हो रहा है। मेरठ की बात करें तो यहां जबसे रेल लाइट एरिया पर ताले पड़े हैं, वाट्सएप पर देह व्यापार के दलाल सक्रिय हो गए हैं। पॉश कालोनियों के साथ ही छोटे-बड़े होटलों में उनकी पकड़ है। ग्राहकों से वाट्सएप पर बात करते हैं। लड़कियों के फोटो भेजते हैं। रेट तय होता है। पुलिस कई बार ऐसे गिरोह को पकड़ चुकी है। कई होटलों से लड़कियां और ग्राहक भी पकड़े जा चुके हैं। बावजूद, गंदा धंधा बंद नहीं हो रहा है।

रिजर्व दिन भी हैं

फोन पर बातचीत के दौरान कर्मचारी ने बताया कि किसी कारणवश यदि 27 तारीख की पार्टी नहीं हो पाती है, तो 28 तारीख को पार्टी का आयोजन किया जाएगा। इसलिए पास पर 28 तारीख का जिक्र है।

150 लोगों की एंट्री

मेरठ में आयोजित होने वाली पार्टी में टिकट की बुकिंग ऑनलाइन की जा रही है। यहां कंपनी का ऑफिस नहीं है, इसलिए ऑफ लाइन टिकट नहीं मिल रहे। पार्टी के लिए सिर्फ 150 टिकट हैं।


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