टैक्स की तरह ही सड़क के गड्ढों के प्रति भी गंभीर हों
दिल्ली रोड पर केसरगंज में सड़क के गड्ढों से व्यापारी वर्ग बेहद आहत है। उनका कहना है कि अफसरों को जितनी चिंता व्यापारी के आयकर या जीएसटी की होती है उतनी चिंता सड़क से संबंधित अधिकारियों को गड्ढों की भी होनी चाहिए।
मेरठ, जेएनएन । दिल्ली रोड पर केसरगंज में सड़क के गड्ढों से व्यापारी वर्ग बेहद आहत है। उनका कहना है कि अफसरों को जितनी चिंता व्यापारी के आयकर या जीएसटी की होती है, उतनी चिंता सड़क से संबंधित अधिकारियों को गड्ढों की भी होनी चाहिए। व्यापारियों का कहना है कि सड़क के गड्ढों के कारण दिनभर शहर में जाम रहता है। साथ ही ट्रांसपोर्ट के खर्चो में भी बढ़ोतरी होती है। गत वर्ष सितंबर में स्वीकृति मिलने के बाद दिल्ली रोड का नवीनीकरण अधूरा पड़ा है। पहले तो प्रदूषण के चलते एनजीटी की रोक लग गई। बाद में ठंड के कारण तापमान कम होने से निर्माण कार्य नहीं हो पाया। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मार्च में नवीनीकरण का अधूरा कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
वर्तमान नवीनीकरण का विवरण
सड़क का स्वामित्व - लोक निर्माण विभाग, प्रांतीय खंड
सड़क की लंबाई - परतापुर तिराहे से बेगमपुल तक 11.7 किमी
नवीनीकरण पूर्ण - परतापुर तिराहे से टीपीनगर मंडी गेट तक
शेष कार्य - टीपीनगर मंडी से बेगमपुल तक
नवीनीकरण की लागत - 6.15 करोड़
कंपनी का नाम - मैसर्स जुनेजा कंस्ट्रक्शन
वर्जन ..
मार्च में दिल्ली रोड का नवीनीकरण पूरा कर दिया जाएगा। मौसम अनुकूल न होने के कारण सड़क पर बिटुमिन नहीं रुक पाता है। जिस कारण देरी हुई।
- संजीव भारद्वाज, अधीक्षण अभियंता, लोक निर्माण विभाग
लोगों के वर्जन ..
सड़क के गड्ढों की समय से मरम्मत होनी चाहिए। दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। स्कूली बच्चों को परेशानी होती है। टैक्स की तरह गड्ढों की चिंता भी अफसरों को होनी चाहिए।
- विपिन कुमार अग्रवाल, केसरगंज
गड्ढों के कारण जाम लगता है। वाहनों के ईधन की खपत में खर्च बढ़ रहा है। अधिकारियों का सौतेला व्यवहार रहता है। व्यापारी की समस्या सुनने वाला कोई नहीं है।
- योगेश कुमार गुप्ता, रेलवे रोड चौराहा