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36 घंटे से बत्ती गुल..मचा हाहाकार

किठौर क्षेत्र में लगातार बारिश से नंगली बिजलीघर के चार उपकेंद्र पूरी तरह से ठप हो गए। जिससे 36 घंटे से दो कस्बे सहित तीन दर्जन गांवों की बिजली गुल है। कटौती के कारण बिजली से चलने वाले उपकरणभी पूरी तरह से बंद पड़े हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Oct 2021 06:56 PM (IST)Updated: Mon, 18 Oct 2021 06:56 PM (IST)
36 घंटे से बत्ती गुल..मचा हाहाकार
36 घंटे से बत्ती गुल..मचा हाहाकार

मेरठ, जेएनएन। किठौर क्षेत्र में लगातार बारिश से नंगली बिजलीघर के चार उपकेंद्र पूरी तरह से ठप हो गए। जिससे 36 घंटे से दो कस्बे सहित तीन दर्जन गांवों की बिजली गुल है। कटौती के कारण बिजली से चलने वाले उपकरणभी पूरी तरह से बंद पड़े हैं। घरों में लोगों को जहां पानी की किल्लत से जूझना पड़ रहा है, वहीं घरों में लगे इनवर्टर भी जवाब दे गए। घरों व दुकानों में अंधेरा छाया हुआ है। उधर, सविदा कर्मचारियों का हड़ताल पर रहना अधिकारियों के लिए सिरदर्द बना है। जैसे-तैसे कर्मचारियों की व्यवस्था कराकर लाइन में कार्य कराने में जुटे अधिकारी 36 घंटे बाद भी फाल्ट का पता नहीं लगा सके। समाचार लिखे जाने तक विद्युत आपूíत जारी नहीं हो सकी।

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दो दिन से लगातार बारिश के चलते रविवार सुबह से समस्या गहराई हुई है। नंगली विद्युत उपकेंद्र से जुड़े गोविदपुरी, किठौर, शाहजहांपुर व सिलौर उपकेंद्र से लगभग तीन दर्जन गांवों में बिजली आपूíत की जाती है। रविवार दोपहर लगभग 10 बजे से सोमवार तक तीन दर्जन गांवों की बिजली आपूíत ठप रही। एसडीओ विकल्प महेश ने बताया कि व्यवस्था बनाकर शाहजहांपुर-किठौर की आपूíत जारी करने का प्रयास किया जा रहा है।

नौ दिन से हड़ताल पर है संविदा कर्मचारी

निविदा संविदा सेवा समिति के जिला उपाध्यक्ष नवेद अख्तर खां उर्फ गुड्डू खां ने बताया कि नई कंपनी को दिए गए टेंडर के अंतर्गत कर्मचारियों को मेडिकल सुविधा नहीं दी जा रही है। जिसके चलते कर्मचारी पिछले नौ दिन से हड़ताल पर हैं। उन्होंने बताया कि कर्मचारी जान जोखिम में डालकर खंभों व लाईन पर कार्य करते हैं, ऐसे में कर्मचारियों का जिम्मेदारी कौन लेगा।


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