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मेरठ में रतिराम और डीपी पेट्रोकेम के लाइसेंस निरस्त, गोदाम में मिली थीं गड़बड़ियां Meerut News

अवैध तेल मामले में प्रशासन ने कार्रवाई को आगे बढ़ाया है। मिट्टी के तेल के थोक लाइसेंसधारक रतिराम खूबचंद और थिनर वितरण के लाइसेंसी डीपी पेट्रोकेम के लाइसेंस जिला पूर्ति अधिकारी ने निरस्त कर दिए हैं। गत वर्ष गोदामों पर छापेमारी के दौरान स्टॉक में गड़बड़ी मिली थी।

By Prem BhattEdited By: Published: Mon, 28 Sep 2020 09:30 AM (IST)Updated: Mon, 28 Sep 2020 09:30 AM (IST)
मेरठ में रतिराम और डीपी पेट्रोकेम के लाइसेंस निरस्त, गोदाम में मिली थीं गड़बड़ियां Meerut News
मेरठ में रतिराम खूबचंद व डीपी पेट्रोकेम के लाइसेंस जिला पूर्ति अधिकारी ने निरस्त कर दिए हैं।

मेरठ, जेएनएन। मिट्टी के तेल के थोक लाइसेंसधारक रतिराम खूबचंद और थिनर वितरण के लाइसेंसी डीपी पेट्रोकेम के लाइसेंस जिला पूर्ति अधिकारी ने निरस्त कर दिए हैं। गत वर्ष सितंबर महीने में दोनों के गोदामों पर छापेमारी के दौरान स्टॉक में गड़बड़ी मिली थी। दोनों के गोदाम सील कर एफआइआर दर्ज कराई गई थी। उसी समय लाइसेंस निलंबित कर दिया गया था। अब दोनों के जवाब का परीक्षण करने तथा जिलाधिकारी से अनुमोदन के बाद दोनों के लाइसेंस निरस्त किए गए हैं। जिला पूर्ति अधिकारी नीरज सिंह ने बताया कि दोनों की ही प्रतिभूति राशि भी जब्त करके सरकार के खाते में जमा करा दी गई है।

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दोनों गोदाम पर मिला था अवैध स्टॉक

7 सितंबर 2019 को मिट्टी तेल के थोक लाइसेंसी मैसर्स रतिराम खूबचंद के कुंडा स्थित गोदाम पर छापेमारी के दौरान टैंकर और भूमिगत टैंक में 71,888 लीटर तेल स्टॉक रजिस्टर से ज्यादा मिला था। तेल के इस स्टॉक को भूमिगत टैंक में अवैध रूप से बदलाव करके रखा गया था। इस मामले में एफआइआर दर्ज कराकर गोदाम मालिक संजय कुमार से जवाब मांगा गया था। जवाब में आरोपों को अस्वीकार किया था। इसका परीक्षण करने के बाद जिला पूर्ति अधिकारी नीरज सिंह जांच पूरी कर दी। डीएम को सौंपी जांच रिपोर्ट में उन्होंने माना कि अवैध रूप से भंडारित पेट्रोलियम पदार्थ की खरीद और बिक्री के कोई भी अभिलेख प्रस्तुत नहीं किए गए हैं। लिहाजा यह कार्य लाइसेंस की शर्तों और उ.प्र. केरोसिन कंट्रोल आर्डर 1962 का उल्लंघन है। उनकी संस्तुति पर जिलाधिकारी ने लाइसेंस निरस्त करने का अनुमोदन कर दिया।

पेट्रोलियम पदार्थ में केरोसिन की गंध मिली थी

13 सितंबर 2019 को जगन्नाथपुरी टीपी नगर स्थित डीपी पेट्रोकेम के गोदाम पर छापा मारा गया था। यह साल्वेंट का लाइसेंसी है। मौके पर एक टैंकर और छह भूमिगत टैंक थे। इनमें से टैंकर और पांच भूमिगत टैंक में पेट्रोलियम पदार्थ भरा मिला। अपमिश्रित 45,782 लीटर पेट्रोलियम पदार्थ में मिट्टी के तेल की गंध आ रही थी। स्टॉक रजिस्टर और इसकी खरीद व बिक्री के दस्तावेज मौके पर नहीं दिखाये गए। टैंकर और गोदाम को सील करके मालिक के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराई गई थी। फर्म के प्रोपराइटर प्रदीप कुमार और विशाल जैन ने जवाब में किसी भी धांधली से इंकार किया। डीएसओ ने उनके जवाब का परीक्षण करके अपनी जांच रिपोर्ट में इसे लाइसेंस की शर्तों का उल्लंघन मानते हुए लाइसेंस निरस्त करने की संस्तुति की। इसे जिलाधिकारी ने भी अनुमोदित कर दिया।

टैंक नहीं निकला बाहर जारी है पुलिस की जांच

दोनों ही मामलों में संबंधित थाना पुलिस अभी जांच कर रही है। मैसर्स रतिराम खूबचंद के गोदाम में जब्त भूमिगत टैंक को पुलिस के जांच अधिकारी द्वारा भूमि के बाहर निकाला जाना था, लेकिन यह कार्रवाई आज तक नहीं की जा सकी है। इन टैंकरों और जब्त गोदाम की निगरानी के लिए जहां सीसीटीवी कैमरे स्थापित करके उन्हें एनआइसी के सर्वर से जोड़ा गया है। दो शिफ्ट में पुलिस और मजिस्ट्रेट की ड्यूटी अभी भी लगाई जा रही है।


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