Meerut-Delhi Expressway: काम रुका भी नहीं है और चल भी नहीं रहा, आइए जानते हैं क्या है हकीकत Meerut News
एनएचएआइ का दावा है कि काम बार-बार बाधित हो रहा है। वर्तमान परिस्थितियों में दिसंबर 2020 तक एक्सप्रेस-वे का चौथा चरण निर्धारित अवधि में पूरा होना मुश्किल है।
मेरठ, [अनुज शर्मा]। Meerut-Delhi Expressway जिला प्रशासन का दावा है कि मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर निर्माण चल रहा है, लेकिन एनएचएआइ का दावा है कि काम बार-बार बाधित हो रहा है। वर्तमान परिस्थितियों में दिसंबर 2020 तक एक्सप्रेस-वे का चौथा चरण निर्धारित अवधि में पूरा होना मुश्किल है। प्रशासन का कहना है कि यदि कहीं कहीं भी बाधा है तो एनएचएआइ अफसर उन्हें बताएं। तत्काल समस्या का समाधान कराया जाएगा।
किसान मांग रहे एकसमान मुआवजा
गाजियाबाद जनपद की सीमा के 18 गांवों के किसान मुआवजे की दरों से असंतुष्ट हैं। एक समान मुआवजे की मांग को लेकर कई स्थानों पर एक्सप्रेस-वे के निर्माण में बाधा डाल रहे हैं। किसानों की चेतावनी है कि एक समान मुआवजे की मांग पूरी नहीं होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। शुक्रवार को भोजपुर में किसान स्वाभिमान बचाओ महासभा का भी आयोजन किया था।
लगातार काम नहीं होने से नहीं मिली स्पीड
एक्सप्रेस-वे का निर्माण पिछले एक साल से प्रभावित है। निर्माण कार्य करा रही एजेंसी एनएचएआइ का कहना है कि किसान कभी भी कहीं भी काम बंद करा देते हैं। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचकर किसानों को वहां से हटा देते हैं लेकिन इससे काम बाधित होता है। मजदूर भी खौफ में है। एनएचएआइ अफसरों का कहना है कि एक तो बरसात काम में बाधा बनी है ऊपर से किसान। बारिश रूकने पर काम शुरू किया जाता है तो किसान आ धमकते हैं।
72 फीसद काम पूरा, डेली जा रही रिपोर्ट
एनएचएआइ के प्रोजेक्ट डायरेक्टर मुदित गर्ग ने बताया कि प्रोजेक्ट का 72 फीसद काम पूरा हुआ है। रोजाना प्रगति रिपोर्ट मुख्यालय भेजी जाती है। हमने जिला प्रशासन, कमिश्नर और शासन को प्रत्येक घटनाक्रम की सूचना लिखित में दी है और सुरक्षा मांगी है। हमारे मुख्यालय के निदेशक सीधे मुख्य सचिव स्तर पर बात कर रहे हैं। हमें जिला प्रशासन और पुलिस की ज्यादा मदद की जरूरत है, ताकि तेजी से काम कराया जा सके। दिसंबर 2020 तक एक्सप्रेस-वे के चौथे चरण के तहत मेरठ से डासना के बीच काम पूरा किया जाना है।
कोई काम रोके तो हमें बताएं
जिलाधिकारी गाजियाबाद का कहना है कि किसी भी स्थान पर काम बाधित नहीं है। एनएचएआइ बाधा की जानकारी देगी तो तत्काल समाधान कराया जाएगा। एक एडीएम विशेष रूप से इसी काम के लिए तैनात किया गया है। एनएचएआइ अपनी पूरी क्षमता के साथ काम करे। जिला प्रशासन के स्तर से समस्या का समाधान न हो तो सीधे हमसे बात करें। हम समाधान कराएंगे। प्रोजेक्ट को हर हाल में समय से पूरा किया जाना है।
- अनीता सी. मेश्राम, कमिश्नर मेरठ मंडल