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बागपत में पकड़े गए तेंदुए की मौत, ग्रामीणों का गुस्सा भड़का

बागपत के छपरौली के गांव ककौर में पकड़े गए तेंदुए की मौत हो गई। इससे गुस्साए ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया। उन्होंने वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया।

By Ashu SinghEdited By: Published: Tue, 23 Oct 2018 04:21 PM (IST)Updated: Tue, 23 Oct 2018 04:21 PM (IST)
बागपत में पकड़े गए तेंदुए की मौत, ग्रामीणों का गुस्सा भड़का
बागपत में पकड़े गए तेंदुए की मौत, ग्रामीणों का गुस्सा भड़का
मेरठ (जेएनएन)। छपरौली के ककौर गांव में शिकंजे में फंसे तेंदुए की मौत हो गई। डीएफओ अनिल कुमार मिश्र ने इसकी पुष्टि की है। उन्‍होंने बताया कि मौत का कारण पोस्टमार्टम के बाद ही पता चलेगा, डॉक्टरों की टीम को बुलाया गया है। इससे पहले छह घंटे तक तेंदुए को पकड़ने की कवायद चलती रही। ग्रामीणों ने तेंदुए को शिकारियों से तो बचा लिया लेकिन सिस्‍टम की लेटलतीफी ने उसकी जान ले ली। वन विभाग की टीम दो घंटे बाद मौके पर पहुंची थी। तेंदुए की मौत के बाद ग्रामीणों ने हंगामा किया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि तेंदुए को सही इलाज नहीं दिया गया। वहीं, वन विभाग का कहना है कि ग्रामीणों ने तेंदुए को पहले डंडों से पीटा। दोनों ओर से आरोप-प्रत्यारोप चलते रहे। हंगामा बढ़ने पर अधिकारी तेंदुए का शव बागपत ले गए। वहीं पर उसका पोस्टमार्टम होगा।

तेंदुए को बेहोश करने के बाद पिंजरे में बंद किया गया था।

सुबह शिकंजे में फंसने के बाद गुर्राता तेंदुआ।

तेंदुए की मौत के बाद गुस्साए ग्रामीण।
यमुना किनारे है गांव
ककौर गांव यमुना किनारे पर है और एक पखवाड़े से ग्रामीण तेंदुए को देख रहे थे। इसकी सूचना विभाग तक भी पहुंची थी लेकिन विभाग के कर्मचारी कभी इसे ग्रामीणों का भ्रम बताते थे तो कभी जंगली बिल्ली। तेंदुआ चार से ज्यादा घुमंतु गोवंश का शिकार भी कर चुका था, जिनके अवशेष लोगों ने भी देखे थे। आज सुबह गांव के लोग जैसे ही खेतों में गए तो उन्होंने यूकेलिप्टस के बाग में शिकंजे में तेंदुआ फंसा देखा जो बाहर आने के लिए बुरी तरह छटपटा रहा था। यह देख लोग दबे पांव वापस ही दौड़ पड़े और गांव में इसकी जानकारी दी।
डंडे लेकर बाग की ओर दौड़े लोग
उसके बाद काफी लोग लाठी डंडे लेकर बाग की ओर दौड़ पड़े। जो जिस हाल में था सूचना पर खेतों की ओर दौड़ लिया। वन विभाग बड़ौत रेंजर राजपाल सिंह और दूसरे कर्मचारियों को सूचना दी गई, लेकिन दो घंटे तक कोई नहीं पहुंचा और गांव के लोग मौके पर खड़े रहे। बाद में वन विभाग की ओर से जानकारी आयी कि तेंदुए को बेहोश कर पकड़ा जाएगा और उसके लिए बेहोशी के इंजेक्शन की आवश्यकता पड़ेगी इसलिए मेरठ की टीम ही तेंदुए को पकड़ेगी और मेरठ रेंज कार्यालय को सूचना दे दी गई गई। ग्रामीणों ने अपने स्तर से बड़े जाल का इंतजाम कर लिया और हिम्मत दिखाकर तेंदुए को दबोच लिया, हालांकि पुलिस सूचना के कुछ देर बाद ही मौके पर पहुंच गई थी।

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