मेरठ में फिर तेंदुए की आहट, इस बार सैन्य क्षेत्र में दिखा, वन विभाग ने लगाए पिंजरे
Leopard In Meerut याद होगा कि बीते दिनों मेरठ के पल्लवपुरम क्षेत्र में तेंदुए आ गया था और पूरे दिन अफरातफरी का माहौल बना रहा था। अब एक बार फिर सैन्य क्षेत्र में तेंदुए की आहट है। इसी का देखते हुए वन विभाग ने इस क्षेत्र में पिंजरा लगाया है।
मेरठ, जागरण संवाददाता। Leopard In Meerut मेरठ में एक बार फिर तेंदुए की आहट है। इस बार सैन्य क्षेत्र में तेंदुए के बसेरा बना लेने के प्रमाण मिल रहे हैं। पिछले 24 घंटे के अंतराल में सैन्य क्षेत्र में तेंदुए को जवानों ने कैमरे में कैद किया है। वीडियो में तेंदुआ रात के अंधेरे में सड़क पार करता नजर आ रहा है, जहां तेदुआ देखा गया है वहां पर सेना के जवानों और स्टाफ की कालोनियां भी हैं। ऐसे में लोगों में दहशत है।
तीन पिंजरे लगाए गए हैं
सूचना मिलने के बाद रविवार को सुबह वन विभाग की टीम पहुंची और अलग अलग लोकेशन पर तीन पिंजरे लगाए हैं हालांकि जिस प्रकार का मौसम है, उसके अनुसार दिन में तेंदुआ दिखाई देने की संभावना काफी कम है। इसके रात में ही निकलने की संभावना है। पिंजरे में बकरी को बांधा गया है। इसके पहले एक सप्ताह तक वन विभाग ने कैमरा और पिंजड़ा लगाया था। लेकिन तेंदुआ ट्रैप नहीं हो सका।
यह बताया डीएफओ ने
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार छठी बटालियन के आसपास अच्छा जंगल है। यहां पर जंगली सुअर, नील गाय और हिरन भी बड़ी संख्या है। जिससे तेंदुए को अपनी भूख मिटाने का पर्याप्त इंतजाम है। इसलिए बार बार तेंदुआ देखा जा रहा है। डीएफओ राजेश कुमार ने बताया कि सैन्य इलाके में तेदुआ मिलने की सूचना मिली है। इसके रेस्क्यु के लिए टीम लगा दी गई है।
मार्च में आया था तेंदुए
आपको बता दें कि इस साल मार्च महीने के पहले हफ्ते में मेरठ के पल्लवपुरम में शुक्रवार की सुबह उस वक्त अफरातफरी मच गई थी, जब एक तेंदुआ घर में घुस आया था। बाद में पल्लवपुरम फेज टू में इस घर के अंदर से जाल तोड़कर भागा तेंदुआ एक प्लाट में झाड़ियों में छिपा। वन विभाग की टीम ने प्लाट के चारों ओर जाल लगा दिया था और ट्रेंकुलाइज करने की भी तैयारी शुरू की। दस घंटे की मशक्कत के बाद शाम को करीब पांच बजे ट्रेंकुलाइज कर तेंदुआ पकड़ा जा सका। तेंदुए को देखने के लिए उमड़ी भीड़ को पुलिस ने लाठी फटकार कर भगाया। वहीं डीएफओ राजेश कुमार ने बताया कि तेंदुए को शिवालिक रेंज में छोड़ा जाएगा। तेंदुआ पूरी तरह स्वस्थ था और बाद में इस तेंदुए को सहारनपुर की शिवालिक रेंज में छोड़ दिया गया था।