Krishna Janmashtami 2022: भक्तों को लुभा रहे पालने में बैठे लड्डू गोपाल, बांसुरी और मुकुट
कोरोना के कारण पिछले दो वर्ष जन्माष्टमी पर उल्लास कम रहा। इस बार झांकी और सिंगार सामग्री की मांग अधिक है। चांदी के लड्डू गोपाल की मांग भी है। कान्हा के लिए लटकाने वाला लकड़ी का झूला पोशाक घुंघराले बाल मुरली पालना गुब्बारे कालिया नाग भी बिक रहे हैं।
मेरठ, जागरण संवाददाता। जन्माष्टमी पर्व पर विभिन्न प्रकार की मूर्तियां, झांकी सजाने के लिए छोटे खिलौने और चांदी के लड्डू गोपाल आदि की बाजार में खूब मांग है।
कन्हैया तेरी सूरत लगे है प्यारी
पालने में बैठे लड्डू गोपाल और साथ में बैठी राधा रानी के साथ अब अष्टधातु और पंचधातु की मूर्तियों के अलावा गोरवर्ण, पीतांबरी वर्ण के अलावा श्याम सुंदर, सांवली सूरत और नीलवर्ण में ठाकुर जी और उनका पूरा श्रृंगार दुकानों पर उपलब्ध है। इसके अलावा बाजार में चांदी के लड्डू गोपाल की मूर्ति भी 10 से 500 ग्राम वजन में उपलब्ध है। इसकी कीमत 1100 से 40 हजार रुपये तक है।
झांकी सजाने के लिए कई तरह के छोटे खिलौने
झांकी की सजावट के लिए कालिया नाग जन्माष्टमी पर्व पर बाल गोपाल की झांकी सजाने के लिए कई तरह के छोटे खिलौनों की भी काफी मांग है। कान्हा के लिए लटकाने वाला लकड़ी का झूला, पोशाक, घुंघराले बाल, शीशा, जूतियां, पालना, मुरली, पालना लाइटिंग, गुब्बारे, कालिया नाग भी बिक रहा है।
चांदी के लड्डू गोपाल की मांग सबसे ज्यादा
आरएमपी ज्वेलर्स के निदेशक प्रदीप अग्रवाल कहते हैं कि जन्माष्टमी पर्व पर चांदी के लड्डू गोपाल की मांग सबसे ज्यादा होती है, क्योंकि कान्हा की मूर्ति को एक बार लेने के बाद बार-बार बदला नहीं जाता है। इसलिए बड़े साइज वाली मूर्तियां अधिक पसंद की जाती हैं। चांदी का झूला, बांसुरी, मुकुट और इस बार चांदी के सिक्के भी तैयार किए गए है। इन का वजन 10 ग्राम और कीमत एक हजार रुपये है।
झांकी और सिंगार सामग्री की मांग अधिक
महालक्ष्मी पूजन सामग्री स्टोर संचालक चारू बंसल के अनुसार दो साल बाद जन्माष्टमी पर्व पर झांकी और सिंगार सामग्री की मांग इस बार अधिक है। लोग कान्हा की डिजाइनर पोशाक, पगड़ी, मुकुट, कुंडल, कंगन, सोफा, सिंहासन और पूजन सामग्री की खरीदारी कर रहे है। वहीं पीतल के लड्डू गोपाल भी खूब खरीदे जा रहे हैं।
औघड़नाथ मंदिर में कोलकाता के फूलों से सजेगा फूल बंगला
मेरठ, जागरण संवाददाता। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर शहर के मंदिरों में भव्य कार्यक्रम होंगे। औघड़नाथ मंदिर में कोलकाता के फूलों से श्रीराधा-कृष्ण का फूल बंगला सजाया जाएगा। इसके लिए वृंदावन से कारीगर पहुंचकर तैयारी में जुट गए हैं। औघड़नाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष डा. महेश कुमार बंसल ने बताया कि वृंदावन से 10 कारीगर आ चुके हैं। कोलकाता के फूलों से श्रीराधा कृष्ण का फूल बंगला भव्य रूप में सजाया जा रहा है। मंदिर को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया जा रहा है। बाबा औघड़दानी का भव्य दरबार सजेगा तो माता रानी के दरबार में भी आकर्षक सज्जा होगी। 18 व 19 अगस्त दोनों दिन कार्यक्रम होंगे। रात में 11 बजे आरती के बाद प्रसाद वितरित होगा।
अर्द्धनारीश्वर मंदिर पर दोनों दिन होंगे कार्यक्रम
गंगानगर स्थित अर्द्धनारीश्वर मंदिर समिति के महामंत्री एडवोकेट नरेंद्र शर्मा ने बताया कि 18 व 19 अगस्त को मंदिर प्रांगण में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। इसमें श्री राधा-कृष्ण की भव्य झांकी भी सजाई जाएगी। मंदिर से मुख्य मार्ग को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया है।