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खरमास समाप्त होते ही हट गया मंगल कार्यो से ब्रेक, इन तिथियों को हैं अबूझ साये Meerut News

मकर संक्रांति के साथ खरमास समाप्त हो गया है। अगले डेढ़ माह जबरदस्त सायों का सीजन है। जनवरी में सात और फरवरी में नौ साए हैं।

By Taruna TayalEdited By: Published: Thu, 16 Jan 2020 01:10 PM (IST)Updated: Thu, 16 Jan 2020 01:10 PM (IST)
खरमास समाप्त होते ही हट गया मंगल कार्यो से ब्रेक, इन तिथियों को हैं अबूझ साये Meerut News
खरमास समाप्त होते ही हट गया मंगल कार्यो से ब्रेक, इन तिथियों को हैं अबूझ साये Meerut News

मेरठ, जेएनएन। मकर संक्रांति के साथ खरमास समाप्त हो गया है। शुभ कार्य आरंभ हो गए हैं। इसके साथ ही विवाह आयोजन स्थलों के बाहर जाम लगने को लेकर लोगों की परेशानी बढ़ना तय है। बुधवार को भी शहर में जगह-जगह विवाह उत्सव हुए। बुढ़ाना गेट में दिन में बारात की चढ़त के दौरान काफी देर तक जाम लगा रहा। लगभग 500 मंडप और धर्मशालाएं हैं, जहां जाम की आशंका है।

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अगले डेढ़ माह जबरदस्त सायों का सीजन है। जनवरी में सात और फरवरी में नौ साए हैं। ज्योतिषविद् विभोर इंदुसुत ने बताया कि तीन मार्च से होलाष्टक लग रहा है। 14 मार्च से सूर्य मीन राशि में प्रवेश करेगा, जिससे एक माह मलमास रहेगा। इस दौरान साए नहीं होंगे। इस डेढ़ माह के अंतराल को छोड़ दें तो अगले छह माह लगातार विवाह मुहूर्त हैं। वर्ष में पांच अबूझ साए हैं, जिनमें से चार इन्हीं पांच प्रथम छह महीनों में हैं। सबसे पहला अबूझ साया 30 जनवरी को है।

हाईवे पर हैं सबसे ज्यादा मंडप

आवागमन की सुविधा की दृष्टि और जगह की उपलब्धता होने के कारण बाइपास पर धड़ाधड़ विवाह मंडप बनते जा रहे हैं। इसमें अधिकांश के पास पार्किंग की सुविधा नहीं है। इसके अलावा सड़क पर ही बारात निकलने से सायों के दिन जबरदस्त जाम की स्थिति रहती है। हर बार मेरठ विकास प्राधिकरण अवैध मंडपों को चिह्न्ति करता है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर नतीजा शून्य है।

चढ़त और आतिशबाजी होती है जाम का कारण

मेरठ मंडप एसोसिएशन के महामंत्री देवेंद्र गोयल ने बताया कि 189 मंडप संगठन में रजिस्टर्ड हैं। दो दिन पूर्व बाईपास पर मंडप एसोसिएशन के सभी सदस्यों की बैठक हुई थी। सड़क पर बारात की चढ़त और आतिशबाजी जाम का कारण है। हर मंडप पर वाहनों को पार्किंग पर लगवाने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा गार्ड तैनात किए जाएंगे। देवेंद्र ने कहा कि हम मंडप बुक कराने वालों से लिखित में ले रहे हैं कि वे बारात की चढ़त सड़क किनारे या मंडप के अंदर ही करेंगे।

जनपद में विवाह आयोजन स्‍थल

मंडप - 250

सामुदायिक केंद्र, धर्मशाला, स्कूल कालेज जहां विवाहोत्सव होते हैं - 200

जनवरी में

17,18,20,26,26,30,31

फरवरी में

4,9,12,16,21,25,26,27,28

मार्च 2

अप्रैल

16,17,20,25,26,27

मई

1,2,4,5,6,10,13,17,18,19,20,29

जून

11,15,16,19,27,28,29,30

इन तिथियों को हैं अबूझ साये

30 जनवरी बसंत पंचमी

25 फरवरी फुलहेरा दूज

26 अप्रैल अक्षय तृतीया

29 जून भदरिया नवमी 


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