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कैंट के पूर्व उपाध्यक्ष की छत से अवैध टॉवर हटा

पुलिस फोर्स के साथ कैंट बोर्ड की टीम ने मंगलवार को रजबन करई बाजार में छत पर लगे 11 मोबाइल टॉवर को जमींदोज कर दिया। यह टॉवर पूर्व उपाध्यक्ष शिप्रा रस्तोगी के छत पर लगा था। वर्ष 2012 से कैंट बोर्ड इसे हटाने की कवायद कर रहा था। अब छावनी में केवल एक मोबाइल टॉवर बचा है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 13 Feb 2019 05:00 AM (IST)Updated: Wed, 13 Feb 2019 05:00 AM (IST)
कैंट के पूर्व उपाध्यक्ष की छत से अवैध टॉवर हटा
कैंट के पूर्व उपाध्यक्ष की छत से अवैध टॉवर हटा

मेरठ । पुलिस फोर्स के साथ कैंट बोर्ड की टीम ने मंगलवार को रजबन करई बाजार में छत पर लगे 11 मोबाइल टॉवर को जमींदोज कर दिया। यह टॉवर पूर्व उपाध्यक्ष शिप्रा रस्तोगी के छत पर लगा था। वर्ष 2012 से कैंट बोर्ड इसे हटाने की कवायद कर रहा था। अब छावनी में केवल एक मोबाइल टॉवर बचा है।

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करई बाजार सेंट मेरीज के पीछे बहुमंजिल इमारत पर यह टॉवर लगाया गया था। एक साथ कुल 11 मोबाइल टॉवर लगाए गए थे। पीपी एक्ट में स्टेट आफिसर ने वर्ष 2012 में ही इस टॉवर को हटाने का आदेश दिया था। जिसके खिलाफ उमेश रस्तोगी ने धारा नौ के तहत जिला न्यायाधीश के यहां अपील की थी। एक दिसंबर 2017 को जिला न्यायाधीश ने अपील को खारिज कर दिया। इसके बाद उमेश रस्तोगी ने जिला न्यायाधीश को प्रार्थना पत्र दिया था। जिला न्यायाधीश ने इसके बाद कोई स्टे नहीं दिया। कैंट बोर्ड ने अपने लीगल एडवाइजर से सलाह लेकर मोबाइल टॉवर हटाने का अभियान चलाया। सीईओ ने आठ फरवरी 2019 को सदर थाना को पुलिस फोर्स उपलब्ध कराने के लिए पत्र लिखा। फोर्स मिलने के बाद कैंट बोर्ड ने छत पर लगे सभी टॉवरों को गैस कटर से काटकर गिरा दिया। पांच घंटे तक टॉवर हटाने का अभियान चला। जिसमें 25 कर्मचारी लगे थे। कैंट के सीईई अनुज सिंह, एई पीयूष गोयल, अवधेश यादव जेई, राधेश्याम, शंकर दयाल, कपिल, रंजीत इस अभियान में शामिल रहे।

उपाध्यक्ष रहते लगा था टॉवर

कैंट बोर्ड की उपाध्यक्ष रहते हुए शिप्रा रस्तोगी के पति सुधीर रस्तोगी ने यह टॉवर लगवा था। इस बिल्डिंग में उनका आफिस भी था।

बस एक मोबाइल टॉवर बचा

छावनी क्षेत्र में सदर बाजार में वर्तमान सदस्य मंजू गोयल के छत पर मोबाइल टॉवर लगा है। यह टॉवर 2008 से लगा है। जिला न्यायाधीश से स्टे होने की वजह से कैंट बोर्ड अभी तक इस टॉवर को नहीं हटा पाया है। कैंट बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि यह स्टे होने की वजह से कैंट बोर्ड कार्रवाई नहीं कर पा रहा है। इस मामले में कैंट बोर्ड अपने लीगल एडवाइजर से सलाह लेगा।

अवैध कब्जा और निर्माण करने पर एफआइआर

जासं, मेरठ: स्वच्छता अभियान से हटने के बाद अब कैंट बोर्ड का हथौड़ा गैंग भी सक्रिय हो गया है। मंगलवार को शाम को महताब भूसा मंडी से अतिक्रमण और अवैध निर्माण के खिलाफ अभियान चलाया गया। इसमें दो अवैध निर्माणकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दोनों पर कैंट बोर्ड एफआइआर दर्ज कराएगा।

सदर पुलिस के साथ कैंट बोर्ड ने मिलकर अवैध निर्माण और अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया। करीब तीन हजार वर्गफुट जमीन खाली कराई गई। उस पर हो रहे तीन अवैध निर्माण को तोड़ दिया गया। अवैध निर्माणकर्ताओं को पुलिस ने पकड़ा। असलम पुत्र अकबर, हाजी भोला पुत्र खलील के खिलाफ कैंट बोर्ड एफआइआर दर्ज कराएगा। अभियान के दौरान कैंट बोर्ड ने भवन निर्माण की सामाग्री भी जब्त किया। सीईओ प्रसाद चव्हाण ने छावनी में अवैध निर्माण पर सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने निर्देश दिया है कि अगर कहीं निर्माण होता है तो सफाई सुपरवाइजर और सफाई निरीक्षक जिम्मेदार होंगे। बुधवार को कैंट बोर्ड लालकुर्ती क्षेत्र में अभियान चलाएगा।


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