ऑर्गेनिक केमिस्ट्री पर रखें विशेष फोकस
सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा की तैयारियों में एनसीईआरटी की किताबों का विशेष योगदान होता है।
जेएनएन, मेरठ । सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा की तैयारियों में एनसीईआरटी की किताबों का विशेष योगदान होता है। बोर्ड परीक्षा के बाद आगे की प्रतियोगी परीक्षाओं में भी एनसीईआरटी की किताबों से ही प्रश्न पूछे जाते हैं। ऐसे में सभी टॉपर बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राओं को एनसीईआरटी की किताबों को ही ठीक से पढ़ने की सलाह दे रहे हैं। वर्ष 2019 की बोर्ड परीक्षा में पीसीबी में जिले में द्वितीय स्थान पर रहीं दीक्षा गेरा भी यही सलाह दे रही हैं। दीक्षा को बोर्ड परीक्षा में 97.4 फीसद अंक मिले थे। इनमें केमिस्ट्री में 97, फिजिक्स में 95, बायोलॉजी में 99, इंग्लिश में 97 और वोकल म्यूजिक में पूरे 100 अंक मिले थे।
विज्ञान विषयों पर रखें फोकस
बायोलॉजी में एनसीईआरटी की किताब को अच्छे से पढ़ना मददगार होता है। प्रश्न पत्र में एक व दो नंबर के प्रश्न भी पूछे जाते हैं। विस्तार से किताब के चैप्टर पढ़ने पर उन प्रश्नों का उत्तर देना आसान होता है। इसके लिए एनसीईआरटी की किताब में दिए गए प्रश्नों को भी हल करते रहें। केमिस्ट्री में भी उसी तरह किताबें पढ़ें। एनसीईआरटी किताब में दिए गए केमिस्ट्री के हर प्रश्न को हल करके अभ्यास करें। ऑर्गेनिक केमिस्ट्री में बेहतर तैयारी के लिए मैंने अलग नोटबुक तैयार की थी, जिससे अंतिम समय में रिवीजन करने में आसानी रही। फिजिक्स में मैंने एनसीईआरटी के अलावा रिफ्रेशर किताबें और शिक्षक के नोटस को भी ध्यान से पढ़ा। कम्यूनिकेशन, सेमी कंडक्टर आदि चैप्टर्स को एनसीईआरटी से ही पढ़ा।
शब्दकोष बढ़ाएं
हर विषय की अच्छी तैयारी के लिए परीक्षार्थियों के लिए जरूरी है कि वह अपना शब्दकोष बढ़ाएं। इसके लिए पिछले सालों के बोर्ड परीक्षा पेपर्स को पढ़ें और उन्हें नियमित तौर पर हल करते रहें। शब्दकोष अच्छा होगा तो प्रश्नों को समझने में आसानी होगी। अक्सर एक ही तरह के प्रश्न को घुमाकर अलग शब्दों के साथ पूछ लिया जाता है। शब्दकोष मजबूत नहीं रहने पर परीक्षार्थी उत्तर जानते हुए भी उलझन में पड़ जाते हैं।
टेंशन न लें, परिवार संग समय बिताएं
परीक्षा सिर पर आ चुकी है। परीक्षा तक किसी भी तरह का दबाव न लें। मन लगाकर पढ़ाई करें। शारीरिक तनाव दूर करने के लिए अपनी पसंदीदा एक्सरसाइज के लिए थोड़ा समय जरूर निकालें। स्वयं को प्रोत्साहित करते रहें। पढ़ाई के अलावा जो भी समय निकले, उस वक्त को अपने परिजनों के साथ गुजारें। यह तरीका तनाव दूर करने में मददगार है।