Top Meerut News of the day, 28 th July 2019 : वेस्ट में शिवभक्तों का तांता, हर मूड में दिखे भोलेनाथ, आस्था की बह रही बयार, हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा
पूरे वेस्ट यूपी में कांवड़ियां ही कांवड़ियां नजर आ रहे हैं। सड़कों पर शिव के भक्तों का तांता लग गया है। पूरा माहौल शिवमय हो चुका है। मंगलवार को शिवरात्रि मनाई जाएगी।
By Ashu SinghEdited By: Published: Sun, 28 Jul 2019 04:32 PM (IST)Updated: Sun, 28 Jul 2019 05:00 PM (IST)
मेरठ, जेएनएन। शिवरात्रि को अब महज दो दिन ही बाकी है। पूरे वेस्ट यूपी में कांवड़ियां ही कांवड़ियां नजर आ रहे हैं। सड़कों पर शिव के भक्तों का तांता लग गया है। पूरा माहौल शिवमय हो चुका है। यात्रा के दौरान आस्था की बयार बह रही है। हर कोई व्यक्ति शिवभक्तों की सेवा करने के लिए तत्पर है। कांवड़ यात्रा में भोले बाबा अनेक मूड और रूप देखने को मिल रहे हैं। वहीं बागपत में शिवभक्तों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई।
उतरे सबमें आदि योगी...
‘दूर उस आकाश की गहराइयों में, इक नदी से बह रहे हैं आदि योगी.शून्य सन्नाटे टपकते जा रहे हैं, मौन से सब कह रहे हैं आदि योगी.’। यह गीत भगवान शिव के अनंत रूप, अनंत जगहों पर विद्यमान होने और हर मन में अलग रूप में बसने की तस्वीर को बखूबी बयां करता है। भोलेनाथ के सहस्त्रों नाम हैं। उन्हीं सहस्त्र नामों की तरह ही उनके भक्तों के मन में सहस्त्रों चेहरे भी बसे हुए हैं। कांवड़ यात्रा के पावन पर्व में भगवान शिव के भक्त भोले यानी कांवड़ियों अनेक रूप भी देखने को मिल रहे हैं।
हर मूड में दिखे भोलेनाथ
कांवड़ यात्रा में भोले बाबा अनेक मूड और रूप देखने को मिल रहे हैं। इनमें ध्यान, तांडव, आशीर्वाद, कैलाश पर्वत, नंदी सहित अपनी सेना के साथ तो कहीं शिव लिंग के रूप में दिख रहे हैं। सजावट के साथ कांवड़ियों ने भोले के विभिन्न स्वरूप दर्शाने की कोशिश की। भगवान शिव माता काली के रूप में भी कभी रौद्र रूप तो कभी कुछ सोचने की मुद्रा में बैठे नजर आए।
आस्था की बह रही बयार
कांवड़ यात्रा के दौरान आस्था की बयार बह रही है। हर कोई व्यक्ति शिवभक्तों की सेवा करने के लिए तत्पर है। शनिवार को कांवड़ यात्रा के विभिन्न मार्गो पर बड़ी संख्या में नए शिविर शुरू किए गए। हिंदू कांवड़ सेवा समिति द्वारा दिल्ली बाईपास पर बागपत चौराहा के पास केशव माधव गार्डन में कांवड़ सेवा शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों शिवभक्त कांवड़ियों की चिकित्सा की गई। संचालक अनिल सहारन, अमित अग्रवाल ने बताया कि चार दिवसीय शिविर में शिवभक्तों के लिए सुबह, दोपहर, शाम और रात के लिए अलग अलग प्रकार का भोजन उपलब्ध कराया गया।
शिव के मस्तक पर अपार शांति
सावन मास में बरसने के लिए आंदोलित बादलों की नजर अचानक गंगाधर पर पड़ गई। नंदी पर सवार भगवान शिव के मस्तक पर अपार शांति है। काली घटाओं के बीच जटाशंकर की जटाएं नभमंडल में तैरती अपार जलराशि से एकाकार होने के लिए तैयार हैं। अचानक घटाओं में हलचल होती है। बारिश से जहां भगवान नीलकंठ तर होने लगते हैं, वहीं प्रकृति खिल उठती है। गंगाजल लेकर कांवड़ यात्रा पर निकले शिवभक्त शिवशंकर को निहार रहे हैं। यहां प्रकृति स्वयं आस्था के समंदर में नहाती नजर आई। बोल बम की नाद जैसे प्रकृति का नया स्वर बन गया है।
बागपत में हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा
श्रावणी कांवड़ यात्रा के मद्देनजर बागपत के पुरा के प्राचीन परशुमेश्वर महादेव मंदिर में लगने वाले चार दिवसीय मेला शुरू होते ही शिवभक्तों का जलाभिषेक को सैलाब उमड़ पड़ा। डीएम शकुंतला गौतम और एसपी शैलेश कुमार पांडेय ने हेलीकॉप्टर से कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा की। हेलीकॉप्टर ने पुरा महादेव मंदिर के चारों ओर 12.10 बजे तीन चक्कर लगाए। अधिकारियों ने गुलाब के फूलों से कांवड़ियों व मंदिर पर वर्षा की। डीएम और एसपी का कहना है कि पुरा मंदिर में कांवड़िए पहुंचने शुरू हो गए है। उनकी सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम है।
उतरे सबमें आदि योगी...
‘दूर उस आकाश की गहराइयों में, इक नदी से बह रहे हैं आदि योगी.शून्य सन्नाटे टपकते जा रहे हैं, मौन से सब कह रहे हैं आदि योगी.’। यह गीत भगवान शिव के अनंत रूप, अनंत जगहों पर विद्यमान होने और हर मन में अलग रूप में बसने की तस्वीर को बखूबी बयां करता है। भोलेनाथ के सहस्त्रों नाम हैं। उन्हीं सहस्त्र नामों की तरह ही उनके भक्तों के मन में सहस्त्रों चेहरे भी बसे हुए हैं। कांवड़ यात्रा के पावन पर्व में भगवान शिव के भक्त भोले यानी कांवड़ियों अनेक रूप भी देखने को मिल रहे हैं।
हर मूड में दिखे भोलेनाथ
कांवड़ यात्रा में भोले बाबा अनेक मूड और रूप देखने को मिल रहे हैं। इनमें ध्यान, तांडव, आशीर्वाद, कैलाश पर्वत, नंदी सहित अपनी सेना के साथ तो कहीं शिव लिंग के रूप में दिख रहे हैं। सजावट के साथ कांवड़ियों ने भोले के विभिन्न स्वरूप दर्शाने की कोशिश की। भगवान शिव माता काली के रूप में भी कभी रौद्र रूप तो कभी कुछ सोचने की मुद्रा में बैठे नजर आए।
आस्था की बह रही बयार
कांवड़ यात्रा के दौरान आस्था की बयार बह रही है। हर कोई व्यक्ति शिवभक्तों की सेवा करने के लिए तत्पर है। शनिवार को कांवड़ यात्रा के विभिन्न मार्गो पर बड़ी संख्या में नए शिविर शुरू किए गए। हिंदू कांवड़ सेवा समिति द्वारा दिल्ली बाईपास पर बागपत चौराहा के पास केशव माधव गार्डन में कांवड़ सेवा शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों शिवभक्त कांवड़ियों की चिकित्सा की गई। संचालक अनिल सहारन, अमित अग्रवाल ने बताया कि चार दिवसीय शिविर में शिवभक्तों के लिए सुबह, दोपहर, शाम और रात के लिए अलग अलग प्रकार का भोजन उपलब्ध कराया गया।
शिव के मस्तक पर अपार शांति
सावन मास में बरसने के लिए आंदोलित बादलों की नजर अचानक गंगाधर पर पड़ गई। नंदी पर सवार भगवान शिव के मस्तक पर अपार शांति है। काली घटाओं के बीच जटाशंकर की जटाएं नभमंडल में तैरती अपार जलराशि से एकाकार होने के लिए तैयार हैं। अचानक घटाओं में हलचल होती है। बारिश से जहां भगवान नीलकंठ तर होने लगते हैं, वहीं प्रकृति खिल उठती है। गंगाजल लेकर कांवड़ यात्रा पर निकले शिवभक्त शिवशंकर को निहार रहे हैं। यहां प्रकृति स्वयं आस्था के समंदर में नहाती नजर आई। बोल बम की नाद जैसे प्रकृति का नया स्वर बन गया है।
बागपत में हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा
श्रावणी कांवड़ यात्रा के मद्देनजर बागपत के पुरा के प्राचीन परशुमेश्वर महादेव मंदिर में लगने वाले चार दिवसीय मेला शुरू होते ही शिवभक्तों का जलाभिषेक को सैलाब उमड़ पड़ा। डीएम शकुंतला गौतम और एसपी शैलेश कुमार पांडेय ने हेलीकॉप्टर से कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा की। हेलीकॉप्टर ने पुरा महादेव मंदिर के चारों ओर 12.10 बजे तीन चक्कर लगाए। अधिकारियों ने गुलाब के फूलों से कांवड़ियों व मंदिर पर वर्षा की। डीएम और एसपी का कहना है कि पुरा मंदिर में कांवड़िए पहुंचने शुरू हो गए है। उनकी सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम है।
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