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Karthik Purnima 2019: हर-हर गंगे के उद्घोष के साथ श्रद्धालुओं ने लगाई पुण्‍य की डुबकी Meerut News

Karthik Purnima पर सोमवार की आधी रात से शुरू हुए पवित्र स्‍नान का सिलसिला मंगलवार की सुबह से भी जारी रहा। वेस्‍ट यूपी के कई स्‍थानों पर लाखों ने पुण्‍य की डुबकी लगाई।

By Prem BhattEdited By: Published: Tue, 12 Nov 2019 10:10 AM (IST)Updated: Tue, 12 Nov 2019 03:18 PM (IST)
Karthik Purnima 2019: हर-हर गंगे के उद्घोष के साथ श्रद्धालुओं ने लगाई पुण्‍य की डुबकी Meerut News
Karthik Purnima 2019: हर-हर गंगे के उद्घोष के साथ श्रद्धालुओं ने लगाई पुण्‍य की डुबकी Meerut News

मेरठ, जेएनएन। Karthik Purnima कार्तिक पूर्णिमा की शुक्ल पक्ष की शुभ घड़ी जिसका कई दिनों से इंतजार था वह सोमवार अर्धरात्रि से शुरू हो गई। मखदूमपुर गंगा घाट पर श्रद्धालुओं ने हर-हर गंगे के उद्घोष के साथ गंगा में डुबकी लगाई। पतित पावन गंगा में लाखों श्रद्धालुओं ने स्नान कर परिवार की खुशहाली की कामना की। वहीं, अगले वर्ष फिर आने का वादा कर कई दिनों से रेती में बसेरा कर रहे श्रद्धालुओं का लौटने का क्रम भी शुरू हो गया। वहीं मंगलवार की सुबह भी लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा में स्‍नान कर पुण्‍य लाभ कमाया। तीर्थ नगरी शुकतीर्थ में कार्तिक पूर्णिमा पर लाखों लोगों ने किया हर हर गंगे के जयघोष के साथ पतित पावनी गंगाजी में स्नान किया। मेरठ, बागपत, बिजनौर व मुजफ्फरनगर आदि जिलों में भी लोगों ने पवित्र स्‍नान किया।

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भैंसा-बुग्गी, ट्रैक्टर-ट्रॉली व अन्य वाहनों से पहुंचे

मखदूमपुर स्थित गंगा के घाट पर मेले में बड़ी संख्या में श्रद्धालु भैंसा-बुग्गी, ट्रैक्टर-ट्रॉली व अन्य वाहनों से पहुंचे। श्रद्धालुओं ने पूर्वजों की याद में दीपदान किया। सोमवार अर्धरात्रि को श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाकर परिवार की खुशहाली की कामना की। गंगा घाट पर दूर-दूर तक हर-गंगे के उद्घोष गूंज रहे थे। हर डुबकी के साथ हल्की ठंड की सिसकारी गूंज रही थी। श्रद्धालु परिवार के लिए गंगा की पतित पावन जल में डुबकी लगाकर अगले वर्ष फिर आने का वादा कर रहे थे। उधर, पूर्व में सवेरे काज व अधूरे कार्यों को पूरा करने के लिए मनोति मांगने का भी क्रम जारी था।

दीपदान शुरू हुआ तो गंगा का दिखा आलौकिक दृश्य

भक्ति की बाढ़ में गंगा तट हर-हर गंगे के जयघोष से गूंज उठा। सूरज अस्त होते ही गंगा में दीपदान शुरू हुआ तो गंगा का आलौकिक दृश्य दिखाई दिया। श्रद्धालुओं ने कार्तिक विसर्जन, मुंडन और जनेऊ संस्कार आदि किए।

नमामि गंगे का शिविर लगा

नमामि गंगे के तहत गंगा को स्वच्छ रखने के लिए प्रयास का दावा टूटता दिखाई दिया। घाट पर वालंटियर श्रद्धालुओं को जागरूक करने की बजाए लापता दिखाई दिए। हर मुख्य जगह से कूड़ेदान गायब थे और गंदगी पसरी हुई थी। 


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