Kanwar Yatra 2020: जल लेने जा रहे कांवडि़ए, बस अड्डे से लौटा रही पुलिस Meerut News
कांवड़ यात्रा रद्द कर दी गई है। पर कुछ शिवभक्त इससे अनजान हैं और कांवड़ यात्रा शुरू करने के लिए जल लेने के लिए जा रहे हैं। इधर पुलिस इनकों वापस भेज रही है।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना महामारी के कारण विश्व सहमा हुआ है। हर जगह यात्राएं, धार्मिक स्थलों को खोलना व लोगों के भीड़ लगने वाले जगहों को बंद किया जा रहा है। इसी बीच कोरोना महामारी के कारण इस बार कांवड़ यात्रा रद्द कर दी गई है। यानी लोगों को इस बार कांवड़ यात्रा पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। उधर, इसके विपरीत अभी तक सभी शिवभक्तों को इसकी जानकरी नहीं है या वह इस आदेश से अनजान है। इसी क्रम में सोमवार को परीक्षितगढ़ क्षेत्र के शिवभक्तों का एक जत्था गोमुख जाने के लिए मवाना बस स्टैंड पहुंचा। पुलिस ने उन्हें यात्रा रद्द होने की जानकारी दी। इसके बाद वे लौट गए।
भगवान आशुतोष को चढ़ाते हैं जल
जुलाई में आने वाली शिवरात्रि पर लाखों शिवभक्त हरिद्वार व अन्य पवित्र धामों से गंगाजल लाकर भगवान आशुतोष का जलाभिषेक करके पुण्य अर्जित करते हैं। लंबी दूरी के कांवडि़ए 15-20 दिन पहले ही यात्रा आरंभ कर देते हैं। परीक्षितगढ़ क्षेत्र के शिवभक्त मनोज शर्मा, संजय शर्मा, राजू सैनी कंधे पर खाली कांवड़ लेकर हरिद्वार होते हुए गोमुख जाने के लिए रोडवेज बस अड्डे पहुंचे। इसकी सूचना मिलते ही दारोगा रामजीत सिंह पुलिसकर्मियों के साथ बस स्टैंड पहुंचे और उन्हें कांवड़ यात्रा निरस्त होने की जानकारी दी। एसओ सतीश कुमार ने बताया कि यात्रा निरस्त होने के बारे में शिवभक्तों को जागरूक किया जाएगा।
लाखों की होती है भीड़
कांवड़ यात्रा के रद्द होने का यह पहला मामला है। इस दौरान जो लोग हर साल कांवड़ को जाते हैं उनके भी कांवड़ यात्रा बाधित होने से निराश हैं। कांवडि़यों का कहना है कि अभी तक इस यात्रा कभी भी रद्द नहीं हुई है। मेरठ से तो लाखों की संख्या में कांवड लेकर जाने वाले लोगों का हुजूम जुटता है। जिसमें शहर में अद्भूत नजारा देखने को मिलता है। साथ ही जगह -जगह खाने और नास्ते का प्रबंध भी भक्त प्रमियों द्वारा शहर में किया जाता है। इस साल कांवड़ यात्रा के रोक से ऐसा नजारा देखने को नहीं मिलेगा।