उत्कल ट्रेन हादसा: स्टेशन मास्टर, एसएसई, जेई समेत पांच के विरुद्ध चार्जशीट दाखिल
उत्कल ट्रेन हादसा खतौली क्षेत्र में 19 अगस्त-2017 को हुआ था। विवेचना में जेई और कर्मचारियों की बड़ी लापरवाही साबित हुई है। इस दौरान पांच के विरुद्ध चार्जशीट दाखिल हो गई है।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। खतौली क्षेत्र में 19 अगस्त 2017 को दुर्घटनाग्रस्त हुई कलिंग उत्कल एक्सप्रेस के मामले में कोर्ट में शुक्रवार को चार्जशीट दाखिल की गई है। सीओ जीआरपी गाजियाबाद ने दुर्घटना की जांच की है। मामले में दो साल ग्यारह माह बाद एसएसई, जेई समेत गैंगमैन टीम के विरुद्ध कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई है। दिल्ली डिवीजन का यह बड़ा रेल हादसा माना गया था, जिसमें 23 यात्रियों की मृत्यु हुई थी और 100 से अधिक घायल हुए थे।
हादसे में 20 लोगों की हो गई थी मौत
उड़ीसा के पुरी स्टेशन से चलने वाली पुरी-हरिद्वार कलिंग उत्कल एक्सप्रेस खतौली क्षेत्र में किलोमीटर खंभा संख्या 101/103 व 104 के बीच दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। उस वक्त रेलवे लाइन पर अवर अभियंता प्रदीप कुमार अपनी गैंगमैन टीम के साथ मिलकर मरम्मत कार्य कर रहे थे। दिल्ली मुख्यालय से बिना कॉशन लिए ही काम हो रहा था। कटी हुई पटरी से गुजरी ट्रेन हादसे का शिकार हो गई। जिसमें ट्रेन के 14 डिब्बे एक-दूसरे के ऊपर चढ़ गए थे। हादसे में 20 लोगों की मौके पर ही मौत हुई थी, जबकि तीन लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ा था। इस मामले की जांच सीओ जीआरपी गाजियाबाद रमेशचंद्र त्रिपाठी कर रहे थे। सीओ की जांच में सामने आया है कि जेई प्रदीप ने बिना अनुमति लिए ही कार्य किया। लापरवाही में उसकी भूमिका प्रमुख रही है। दो साल से अधिक समय तक मामले की जांच की गई। सभी आरोपितों के अनेक बार बयान दर्ज किए गए हैं।
लापरवाही पाये जाने के बाद चार्जशीट दायर
बीते दिनों मामले में सीओ की विवेचना के बाद इंस्पेक्टकर जीआरपी की ओर से एसीजेएम कोर्ट चार्जशीट दाखिल की गई है। जिसमें पांच लोगों कर्मचारियों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की गई है। आरोपितों में बर्खास्त किए गए अवर अभियंता प्रदीप कुमार, जबरन सेवानिवृत सेक्शन कांट्रोलर वीपी तनेजा, स्टेशन मास्टर खतौली प्रकाशचंद, सीनियर सेक्शन इंजीनियर इंदरजीत सिंह, हैमरमैन बिजेंद्र सिंह के विरुद्ध धारा 304ए सहित कई धाराओं में आरोप पत्र दाखिल किया है।
रेल हादसे की गंभीरतापूर्वक जांच की गई है। हादसे में जेई प्रदीप कुमार समेत उनकी टीम दोषी मिली है। इनकी लापरवाही के कारण ही हादसा हुआ था। जेई, एसएसई समेत कई लोगों को आरोपित बनाते हुए मुजफ्फरनगर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई है। -रमेशचंद त्रिपाठी, सीओ, जीआरपी गाजियाबाद एवं विवेचक।