बस एक गुहार..नीति बदले या 'हाकिम' बदल दे सरकार
व्यापारी वर्ग खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है। बाजार खुलने की आस लगाए व्यापारियों को कमिश्नर के आठ जून तक बाजार बंदी के आदेश से एक बार फिर मायूसी हाथ लगी है। लंबी जद्दोजहद के बाद प्रशासन ने व्यापारियों को सिर्फ चार घंटे साफ-सफाई के लिए दिए हैं।
मेरठ, जेएनएन। व्यापारी वर्ग खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है। बाजार खुलने की आस लगाए व्यापारियों को कमिश्नर के आठ जून तक बाजार बंदी के आदेश से एक बार फिर मायूसी हाथ लगी है। लंबी जद्दोजहद के बाद प्रशासन ने व्यापारियों को सिर्फ चार घंटे साफ-सफाई के लिए दिए हैं। उधर, आसपास के जनपदों में बाजार खुल रहे हैं, ऐसे में मेरठ में दुकानें न खुलने से व्यापारी को सीजन का माल पूरी तरह डंप होने का अंदेशा है। जनपद को आíथक रूप से पटरी पर लाने के प्रति प्रशासनिक उदासीनता पर व्यापारी मुख्यमंत्री से पहल की मांग कर रहे हैं। इतना ही नहीं, कई व्यापारियों ने तो पूरे प्रशासनिक अमले को ही बदलने की मांग कर डाली है।
इन्होंने कहा-
आवश्यक नियम और पाबंदियां जनहित में हैं, पर जब पाबंदियां अनावश्यक हो जाती हैं, तो जनविद्रोह का कारण बनती हैं। हम पूरी तरह मार्केट खोलने की मांग नहीं कर रहे हैं, लेकिन क्रमबद्ध तरीके से बाजार खोले जाएं। मेरठ के प्रशासन ने जल्द अपनी नीति न बदली तो प्रदेश सरकार को प्रशासनिक अधिकारियों को बदलना पड़ेगा।
-विजय आनंद अग्रवाल, महामंत्री, मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन
अधिकारी पहले सब्जबाग दिखाते हैं, अगले दिन उसका खंडन कर देते हैं। व्यापारियों को पूरी तरह बेवकूफ समझ रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारियों पर न जनप्रतिनिधियों और न ही व्यापारी नेताओं की बातों का कोई असर रह गया है। अगर जल्द दुकानों को खोले जाने की बाबत फैसला नहीं हुआ तो मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उनके स्तर से कोई निर्णय लेने की मांग की जाएगी।
-किशोर वाधवा, अध्यक्ष सेंट्रल मार्केट व्यापार संघ
मेरे क्षेत्र में शराब की दुकानें खुल रहीं हैं। शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो रहा है। क्षेत्र में एक भी कोरोना पाजिटिव नहीं है। वहीं कपड़े, बच्चों की कॉपी-किताब जैसी जरूरत की दुकानें बंद हैं। योगी सरकार की मंशा और नीतियों को स्थानीय प्रशासन लागू करने में पूरी तरह नकारा साबित हुआ है।
-अमरदत्त शर्मा, अध्यक्ष, पश्चिमी संयुक्त व्यापार संघ, कंकरखेड़ा
मेरठ में कोरोना महामारी को नियंत्रित करने की बात हो या अस्थायी मंडी शिफ्ट करने का निर्णय, हर जगह प्रशासन की नाकामी सामने आ रही है। 75 दिन से व्यापार बंद होने से छोटा और मध्यम व्यापारी बुरी तरह टूट चुका है। अधिकारियों में इनके प्रति भी संवेदना नहीं है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से प्रशासनिक अधिकारियों को हटाने की मांग की जाएगी।
-बालकिशन राय, महानगर अध्यक्ष व्यापारी सुरक्षा फोरम।