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जैन संत मैत्री प्रभ सागर ने कहा, बूचड़खाने 72 घंटे में बंद नहीं हुए तो आंदोलन

जैन संत मैत्री प्रभ सागर ने मेरठ में एलान कर दिया है कि 72 घंटे में बूचड़खाने बंद नहीं किए गए तो आंदोलन होगा। उन्होंने क्रांतिधरा से एक और क्रांति की बात कही।

By Ashu SinghEdited By: Published: Mon, 04 Feb 2019 11:07 AM (IST)Updated: Mon, 04 Feb 2019 11:07 AM (IST)
जैन संत मैत्री प्रभ सागर ने कहा, बूचड़खाने 72 घंटे में बंद नहीं हुए तो आंदोलन
जैन संत मैत्री प्रभ सागर ने कहा, बूचड़खाने 72 घंटे में बंद नहीं हुए तो आंदोलन
मेरठ, जेएनएन। जैन संत मैत्री प्रभ सागर महाराज ने जिमखाना मैदान में रविवार को पर्यावरण सुरक्षा संघर्ष समिति की रैली में मेरठ के बूचड़खाने बंद करने को लेकर प्रशासन को खुली चेतावनी दे डाली। एलान किया कि बेगुनाह जानवरों को काटा जा रहा है। शासन-प्रशासन ने 72 घंटे में बूचड़खाने बंद नहीं किए तो क्रांतिधरा से एक और क्रांति तुरंत शुरू हो जाएगी। रैली में सिटी मजिस्ट्रेट शैलेंद्र सिंह ने खुद मंच पर आकर आयोजकों से ज्ञापन लिया। उनकी मांगों पर त्वरित कार्रवाई का आश्वासन भी दिया।
अपशिष्ट जमीन में जा रहा
मैत्री प्रभ सागर ने कहा कि जानवरों की जान लेने वाला मनुष्य नहीं हो सकता है। आदमी के पास ताकत दूसरों की मदद करने की है। पर्यावरण सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष रविंद्र गुर्जर ने कहा कि बूचड़खानों से निकलने वाला खून और अपशिष्ट बोरिंग से सीधे जमीन में उतारा जा रहा है। इससे हापुड़ रोड पर पड़ने वाले गांवों में कैंसर की बीमारी फैल रही है। एक गांव में 50-50 लोग कैंसर से मर चुके हैं।
मेरठ वीरों की भूमि
समिति के महामंत्री शक्ति मोहन ने कहा कि मेरठ वीरों की भूमि है। अगर कोई टकराएगा तो हम मुंहतोड़ जवाब देंगे। भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी की सदस्य पूजा बंसल ने कहा कि देश में जब भी परेशानी आई मेरठ ने आगे आकर पहल की है। आज हवा, पानी, ध्वनि सब प्रदूषित होते जा रहे हैं। अपनी आने वाली पीढ़ी को हम क्या जवाब देंगे। कहा कि बूचड़खाने बंद हुए बिना जमीन का पानी शुद्ध नहीं हो सकता है। रैली में आधे से ज्यादा कुर्सियां खाली पड़ी रहीं।
नेता-अधिकारियों को जाति का नाम लेकर पुकारा गया
पर्यावरण संरक्षण जैसे संवेदशील मुद्दे पर आहूत रैली वक्ताओं की बदजुबानी की भेंट चढ़ गई। रविंद्र गुर्जर ने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का अधिकारी त्यागी बिरादरी से है, लेकिन वह अपने बच्चों के बारे में नहीं सोचता। कहा कि वह प्रदूषण नियंत्रण कार्यालय में तैनात अधिकारी का त्यागी बिरादरी से बहिष्कार कराएंगे। समिति के महामंत्री शक्ति मोहन सिंह ने शाहिद अखलाक और याकूब कुरैशी को जातिगत शब्द कहते हुए बूचड़खानों का आतंकवादी करार दिया।
बूचड़खानों से पैसा खा रहे हैं नेता और अधिकारी
वक्ताओं ने नेताओं और अधिकारियों पर बूचड़खानों से पैसा लेने का आरोप लगाया। कहा कि बूचड़खानों से पैसा खाने वाले लोगों को अपने बच्चों का ध्यान रखना चाहिए। कहा कि कत्लखानों से ऐसे-ऐसे लोगों पर पैसा जाता है। अगर मंच से नाम ले दूं तो हंगामा बरप जाएगा। रविंद्र गुर्जर ने कहा कि उन्होंने जिलाधिकारी को ज्ञापन देते वक्त पशु कत्लखानों की लेटेस्ट वीडियो भी दिखाई थी। यही वीडियो उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को दिखाने का भी दावा किया। कुछ युवाओं ने रैली आयोजकों को तलवार भेंट की तो मंच संचालक ने कहा कि अब बात से बात बनी तो ठीक, नहीं तो हाथों में तलवार आ गई है।

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