अपराधियों की 'नई पीढ़ी' बन रही मेरठ की खाकी का सिरदर्द
जनवरी से लेकर अब तक के आंकड़े बता रहे है कि 177 बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़े जिनमें अधिकतर की उम्र 16 साल से 25 साल तक पाई गई।
मेरठ [सर्वेंद्र पुंडीर]। जिले में अपराध सिर चढ़कर बोल रहा है। अपराध होता है और पुलिस की शक की सुई पुराने अपराधियों पर घूमने लगती है। सच्चाई यह है कि पुराने कम और नए अपराधी अधिक वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। जनवरी से लेकर अब तक के आंकड़े बता रहे है कि 177 बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़े जिनमें अधिकतर की उम्र 16 साल से 25 साल तक पाई गई। यह वह चेहरे हैं, जो नए हैं। जिससे साफ है कि बदमाशों की नई पीढ़ी वारदातों को अंजाम दे रही है और पुलिस पुरानों को तलाश रही है।
हाल ही में टीपीनगर में पशु व्यापारियों से छह लाख की लूट, एक निजी कंपनी के डिस्ट्रीब्यूटर रवि और गोपाल से नौ लाख की लूट हुई। एसपी सिटी एमएस चौहान बताते है कि जब पीड़ितों से पूछताछ की गई और उन्हें कुछ पुराने अपराधियों के फोटो दिखाए गए तो लुटेरों को पहचानने से इन्कार कर दिया। पीड़ितों ने बताया कि बदमाशों की उम्र 18 साल से 25 साल के बीच में थी।
डबल मर्डर में भी नए शूटरों के नाम आ रहे सामने: शारिक गैंग के बीच चल रही रंजिश में पांच माह पूर्व एक दूध की डेयरी पर डबल मर्डर हुआ। एसपी क्राइम बताते है कि पहले तो उनका शक पुराने शूटरों पर रहा। इसलिए कुछ से जेल में पहुंचकर तो कुछ जो जमानत पर हैं, उनसे पूछताछ हुई। बाद में जांच में सामने आया कि पुराने शूटरों ने नहीं, नए शूटरों ने ही इस वारदात को अंजाम दिया है। जिनकी तलाश चल रही है।
डॉक्टर के अपहरण में भी नए बदमाश: शहर के डॉक्टर श्रीकांत का बदमाशों ने अपहरण कर लिया था। उनके परिवार से पांच करोड़ की फिरौती मांगी गई थी। पुलिस ने जब इस केस का खुलासा किया तो 22 साल से लेकर 30 साल की उम्र के बदमाशों के नाम सामने आए। पकड़ा गया तो सभी बदमाशों के नए चेहरे थे। अभी तक यह चारों बदमाश जेल में है।
क्या कहती हैं मेरठ की एसएसपी: मेरठ की एसएसपी मंजिल सैनी कहती हैं, मैंने छह जुलाई को मेरठ में चार्ज लिया। तब से लेकर अभी तक जितने भी अपराधी पकड़े गए वह नए ही हैं। पुराने अपराधियों के फोटो दिखाए जाते हैं तो पीड़ित पहचानने से इन्कार कर देते हैं। यह सही बात है कि नई उम्र के युवक अपराधी बन रहे हैं।
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अपराध की तरफ आकर्षण है वजह: मेडिकल कॉलेज के मनोचिकित्सक डॉ. सत्यप्रकाश कहते हैं, हाल ही में अमेरिका में नई पीढ़ी के अपराधियों को लेकर एक सर्वे हुआ है। जिसमें नई उम्र के लड़कों का अपराध की तरफ बढ़ने के दो मुख्य कारण सामने आए हैं। पहला कंडक्ट डिस्आॅर्डर है। इसका मतलब होता है कम उम्र के लड़के अपराध की तरफ आकर्षित होते हैं। वहीं दूसरा कारण नशा होता है। इसे रोकने के लिए बचपन से शुरुआत करनी होगी। बच्चों को माता पिता को समय देना होगा।
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