Jagran Exclusive: मार्मिक है इन दो पदक विजेताओं की कहानी, जीवन यापन के लिए लगा रहे थे सब्जी के ठेले; अब बदल गई जिंदगी
दो राष्ट्रीय खिलाड़ियों को खेल मंत्रलय से मदद मिल गई है। केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। मेरठ के कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम के ये दोनों खिलाड़ी पिता की नौकरी छूटने पर सब्जी का ठेला लगा रहे थे।
मेरठ, जेएनएन। हौसलों के पंच और मेहनत के तीर से जिंदगी चला रहे दो राष्ट्रीय खिलाड़ियों को खेल मंत्रालय से मदद मिल गई है। केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। मेरठ के कैलाश प्रकाश स्पोट्र्स स्टेडियम के ये दोनों खिलाड़ी पिता की नौकरी छूटने पर सब्जी का ठेला लगा रहे थे। दैनिक जागरण में उनके हौसले की खबर प्रकाशित हुई थी। इसका संज्ञान लेते हुए मंत्रालय ने दोनों भाइयों को पांच-पांच लाख रुपये देने की घोषणा की है।
23 साल से स्टेडियम में बतौर संविदाकर्मी कार्यरत अक्षयलाल की कोरोना की वजह से नौकरी छूट गई। परिवार का खर्च चलाने के लिए उनके दो बेटे सब्जी का ठेला लगाने लगे। इसमें सुनील चौहान खेलो इंडिया में बॉक्सिंग में स्वर्ण पदक विजेता हैं। साथ ही आल इंडिया यूनिवर्सिटी बॉक्सिंग टूर्नामेंट में कांस्य पदक भी जीत चुके हैं,जबकि नीरज ने पिछले साल राष्ट्रीय तीरंदाजी में रजत और कांस्य पदक जीता था।
देश का नाम कर सकेंगे रोशन
पांच-पांच लाख रुपये की घोषणा से सुनील और नीरज के परिवार में खुशी है। सुनील का कहना है कि सरकार ने मदद की है अब वह अपनी प्रैक्टिस ठीक से करेंगे। देश के लिए और अधिक मेडल लाने की कोशिश करेंगे।
स्थानीय मदद भी मिली
दोनों खिलाड़ियों को स्थानीय स्तर पर भी मदद मिली। एडवोकेट रामकुमार शर्मा ने सोशल मीडिया पर इसकी पोस्ट डालकर और आर्थिक मदद कर लोगों से भी अपील की थी। जिस पर कई लोग आगे आए थे।
साई ने जागरण को फोन कर खिलाड़ियों की जानकारी ली
18 अगस्त के अंक में दैनिक जागरण में यह खबर प्रकाशित हुई। उसके बाद नई दिल्ली से स्पोर्ट्स अथॉरिटी आफ इंडिया की अधिकारी अनुराधा ने जागरण को फोन कर खिलाड़ियों की जानकारी ली और बताया था कि खेल मंत्री उनकी मदद करना चाहते हैं। यह खबर 28 अगस्त को जागरण में प्रकाशित हुई थी। मंगलवार को केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने पांच- पांच लाख रुपये की मदद देने की घोषणा की है। दीनदयाल उपाध्याय फंड से राशि दी जाएगी।