ISSF World Championship: मेरठ की तिकड़ी ने शूटिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप में सोने पर साधा निशाना, इटली की टीम को हराया
ISSF World Championship मेरठ के तीन शूटरों ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड पदक जीतकर शहर का नाम रोशन किया है। क्रोएशिया में चल रहे आईएसएसएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप शाटगन के जूनियर ट्रै इवेंट में जीता पदक। इन्होंने दुनिया के 45 निशानेबाजों को पछाड़ा है।
मेरठ, जागरण संवाददाता। ISSF World Championship क्रोएशिया में चल रहे आइएसएसएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप शाटगन में मेरठ के तीन निशानेबाजों ने सोने के पदक पर निशाना साधा है। ट्रैप टीम पुरुष जूनियर वर्ग में हिस्सा लेकर मेरठ के शार्दुल विहान, शपथ भारद्वाज और आर्य वंश त्यागी ने दुनिया के 45 निशानेबाजों को पीछे छोड़ते हुए टीम स्वर्ण पदक जीत लिया है।
बड़ी उपलब्धि है यह
फाइनल प्रतियोगिता में कांटे की टक्कर से हुए मुकाबले में भारतीय जूनियर टीम ने इटली की टीम को हराकर यह पदक देश की झोली में डाल दिया है। भारतीय जूनियर ट्रैप टीम में शामिल तीनों निशानेबाज मेरठ के ही हैं इसलिए यह उपलब्धि मेरठ के लिए और भी बड़ी हो गई है।
हारकर जीते और बने चैंपियन
क्वालिफिकेशन राउंड में शामिल 16 देशों की टीमों में 48 निशानेबाज शामिल थे। क्वालिफिकेशन में इटली की टीम सबसे उम्दा प्रदर्शन करते हुए आगे रही। वहीं भारतीय टीम और अमेरिका की टीम 205 अंकों के साथ बराबरी पर रही थी। दोनों टीमों के बीच टाई शूट हुआ। इसमें अमेरिकी टीम का निशाना पहले चूकने से वह बाहर हो गई और हर निशाना सटीक मारकर भारतीय टीम फाइनल में पहुंच गई।
ऐसे शुरू हुआ जीत का सिलसिला
फाइनल मुकाबला भारतीय जूनियर टीम और इटली की टीम के बीच हुआ। इसमें पांच राउंड हुए। पहले दो राउंड में भारतीय टीम हार गई थी, इसलिए उम्मीद टूटने लगी थी लेकिन तीसरे राउंड से भारतीय तिकड़ी या फिर यूं कहें मेरठ के तीनों निशानेबाजों ने जीत का सिलसिला शुरू किया और अंत के तीनों राउंड जीतकर फाइनल मुकाबले को 6:4 से जीत लिया। भारतीय टीम को छह प्वाइंट मिले और इटली की टीम को चार प्वाइंट ही मिल सके।
चार साल में एक बार होती है वर्ल्ड चैंपियनशिप
शूटिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप चार साल में एक बार आयोजित होती है। इसलिए भी इस प्रतियोगिता का महत्व बढ़ जाता है। शूटिंग वर्ल्ड कप वर्ष में चार बार होती है जिसमें हर बार निशानेबाज अपनी तैयारियों को धार देते हैं। वहीं शूटिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए चार साल तक इंतजार करना पड़ता है। इस प्रतियोगिता में भारतीय टीम का यह पहला स्वर्ण पदक होने के साथ ही जूनियर टीम द्वारा टीम स्वर्ण पदक जीतना बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
तीनों उभरते निशानेबाजों का प्रदर्शन लगातार रहा है सराहनीय
सौरभ चौधरी के बाद जूनियर वर्ग में मेरठ से शार्दुल विहान, आर्य वंश त्यागी और शपथ भारद्वाज लगातार बेहतर प्रदर्शन करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। शार्दुल और आर्य वंश ने जूनियर वर्ल्ड कप जर्मनी में रजत पदक जीता था। वहीं शार्दुल ने राष्ट्रीय चैंपियनशिप के सीनियर व जूनियर वर्ग डबल ट्रैप में भी पदक जीते थे। आर्य वंश का यह दूसरा अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप था।
पहले भी जीता था पदक
वहीं शार्दुल व शपथ इससे पहले भी कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कर पदक भी जीत चुके हैं। इससे पहले शार्दुल ने मास्को में एशियन गेम्स में रजत पदक जीता था और मास्को वर्ल्ड चैंपियनशिप में शपथ भारद्वाज और अहवर रिजवी के साथ टीम स्वर्ण पदक भी जीता था। शपथ भारद्वाज भारतीय ट्रैप टीम के सीनियर टीम में भी चुने जा चुके हैं। इससे पहले दिसंबर में आयोजित राष्ट्रीय निशानेबाजी चैंपियनशिप पटियाला में भी शपथ भारद्वाज जूनियर नेशनल चैंपियन बने थे।