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चीन-पाकिस्तान से न पिछड़ जाएं हम, बनेगा अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स एक्सीलेंस सेंटर

गुणवत्ता के मामले में भारत के खेल उपकरणों के चीन व पाकिस्तान से पिछड़ने की चिंता सता रही है। ऐसे में मेरठ के वेदव्यासपुरी में अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स एक्सीलेंस सेंटर बनाया जाएगा।

By Ashu SinghEdited By: Published: Wed, 16 Jan 2019 11:48 AM (IST)Updated: Wed, 16 Jan 2019 11:48 AM (IST)
चीन-पाकिस्तान से न पिछड़ जाएं हम, बनेगा अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स एक्सीलेंस सेंटर
चीन-पाकिस्तान से न पिछड़ जाएं हम, बनेगा अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स एक्सीलेंस सेंटर

मेरठ, जेएनएन। खेल उपकरणों की गुणवत्ता सुधारने के लिए सूक्ष्म एवं लघु उद्योग मंत्रालय इस क्षेत्र के उद्यमियों व कारीगरों को अंतरराष्ट्रीय मानकों पर फिट बैठने के गुर सिखाएगा जिसके लिए मेरठ में स्पोर्ट्स एक्सीलेंस सेंटर खोला जाएगा। इस सेंटर में वे सभी सुविधाएं होंगी जिससे खेल उत्पाद को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लाने में मदद दिलाई जा सके। इस सेंटर को खोलने के लिए वेदव्यासपुरी में प्रस्तावित न्यू मेरठ स्पोर्ट्स कांप्लेक्स की जमीन को एमडीए, मंत्रालय को बेच देगा।
जमीन की तलाश
सूक्ष्म एवं लघु उद्योग मंत्रालय को मेरठ में एक्सीलेंस सेंटर खोलने के लिए मेरठ में जमीन की तलाश है जो करीब-करीब पूरी हो गई है। इस महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत सेंटर खोलने के लिए एमडीए वेदव्यासपुरी में अपनी वह जमीन बेच देगा जिस पर वह न्यू मेरठ स्पोर्ट्स कांप्लेक्स बनाने की तैयारी कर रहा है। दरअसल, यहां कुछ निर्माण पहले से भी है और पर्याप्त जमीन है। सूक्ष्म एवं लघु उद्योग मंत्रालय को खेल से संबंधित कार्य के लिए जमीन की जरूरत है और वेदव्यासपुरी में यह जो जमीन है इसका भू-उपयोग भी स्टेडियम के रूप में दर्ज है। एमडीए इसे इसलिए भी बेचने में रुचि दिखा रहा है कि एमडीए ने यहां जो स्पोर्ट्स कांप्लेक्स बनाने के लिए प्रस्ताव बनाया है उसके लिए धनराशि शासन को देनी है, क्या पता शासन धनराशि जारी ही न करे।
आय भी बढ़ेगी
ऐसे में एमडीए अपनी आय बढ़ाने व मंत्रालय के सहयोग के लिए इसे बेचने को तैयार हो गया है। एमडीए वीसी साहब सिंह ने बताया कि वेदव्यासपुरी में प्रस्तावित स्पोर्ट्स कांप्लेक्स का क्षेत्रफल 29,609 वर्ग मीटर है। यहां कुछ निर्माण पहले से ही है। इस स्थान को जहां है जैसा है के आधार पर बेचा जाएगा। जमीन समेत इसकी कीमत 51 करोड़ 58 लाख 69 हजार रुपये आंकी गई है। इसकी जानकारी मेरठ स्थित स्पोर्ट्स गुड्स कांप्लेक्स के प्रधान निदेशक को भेज दी गई है।
प्रतिस्पर्धा में बने रहना है
गुणवत्ता के मामले में भारत के खेल उपकरणों के चीन व पाकिस्तान से पिछड़ने की चिंता सता रही है। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय स्तर की इस गुणवत्ता वाली स्पर्धा में टिके रहने व उसके मानक पर खरा उतरने के लिए ऐसी सुविधा देने की जरूरत है जिससे गुणवत्ता में सुधार हो सके। इसीलिए एक्सीलेंस सेंटर बनाया जाना है। यह सेंटर एक तरह से उद्योगों के कौशल विकास पर केंद्रित होगा, जिसमें अंतरराष्ट्रीय मानक के स्तर का प्रशिक्षण व प्रमुख सुविधाएं दी जाएंगी।

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एक्सीलेंस सेंटर में यह होगा खास

  • क्रिकेट बैट आदि समेत अन्य लकड़ी वाले उत्पादों से संबंधित सुविधाएं
  • स्पोर्ट्स जूते के लिए सभी मूलभूत सेवाएं
  • कार्बन फाइबर वाली वस्तुएं मुहैया कराना
  • स्पोर्ट्स गुड्स इंडस्ट्री के लिए खेलों का आयोजन
  • इसके साथ ही अन्य वे सेवाएं जो गुणवत्ता बढ़ाने में सहयोगी हो सकेंगी

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