परीक्षार्थियों के लिए प्रस्तुत है ‘प्रेरक’ की प्रेरणा Meerut News
2019 की सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में कॉमर्स वर्ग में जिले में द्वितीय स्थान पर टॉपर रहे प्रेरक शर्मा टिप्स दे रहे हैं।
मेरठ, जेएनएन। बोर्ड परीक्षा में अब जो भी दिन शेष रहे गए हैं उसमें केवल रिवीजन और मॉडल पेपर व पिछले सालों के बोर्ड परीक्षा पेपर को हल करने का सिलसिला ही चलना चाहिए। सीबीएसई 12वीं की बोर्ड परीक्षा पेपर सुबह की पाली में सुबह साढ़े 10 बजे से दोपहर डेढ़ बजे तक होते हैं। इसीलिए जिले में पिछले साल कॉमर्स में दूसरे स्थान के टॉपर रहे प्रेरक शर्मा इस साल के बोर्ड परीक्षार्थियों को उसी समय के दौरान हर दिन एक-एक मॉडल पेपर या पिछले बोर्ड पेपर को हल करने की सलाह दे रहे हैं। केएल इंटरनेशनल स्कूल के छात्र रहे प्रेरक को 12वीं में 97.2 फीसद अंक मिले थे। उन्हें इकोनोमिक्स और फाइन आर्ट्स में पूरे 100-100 अंक, इंग्लिश में 96 अंक और बिजनेस स्टडीज, एकाउंटेंसी व गणित में 95-05 अंक मिले थे।
परीक्षा के दौरान करें पढ़ाई
रात में पढ़ाई करते हैं तो सुबह नौ बजे से पहले उठने की कोशिश करें और 10 बजे पढ़ने बैठ जाएं। इससे परीक्षा के समय के दौरान पढ़ने-लिखने की आदत बनती है। परीक्षा के दौरान इस समय आलस नहीं आएगा। सीबीएसई 12वीं की परीक्षा 12 फरवरी से शुरू हो रही है लेकिन मुख्य पेपर इस महीने के अंत में होंगे। इसलिए अभी पर्याप्त समय है इसलिए एक-एक मॉडल पेपर हर दिन अलग-अलग विषय के हल करें। मैंने भी गणित और एकाउंट्स विषय पर अभ्यास में अधिक फोकस रखा जो इसी दौरान किया करता था। थ्योरी को अलग समय में रिवीजन करते रहें।
शांत रहें, परेशान न हों
तैयारी की छुट्टी के समय भी परीक्षार्थियों को नींद पूरी लेते रहना चाहिए। टीवी या मोबाइल के टाइम को दिन ब दिन घटाते जाएं। मन को शांत रखें। विचलित न होने दें। यह मान लें कि जो होना है वही होना है इसलिए ध्यान केवल अपनी तैयारी पर केंद्रित रखें। मैं हर दिन समाप्त होने पर अपने दिन का मूल्यांकन करता था और अपनी गलतियों को तलाशने की कोशिश करता था। उसी के अनुरूप अगले दिन का टाइम-टेबल बनाकर पढ़ाई करता था। इससे काफी मदद मिली। अपने शिक्षकों से संपर्क बनाए रखें और उनके द्वारा बताई किताबों को खूब पढ़ें। खूब पेपर हल करें।
अब रिवीजन पर ही ध्यान दें
जनवरी समाप्त होने तक मैंने भी गणित को छोड़कर हर विषय का सिलेबस दो बार पूरा कर लिया था। आशा है कि परीक्षार्थियों ने भी ऐसा ही किया होगा। इसलिए अब पूरा फोकस रिवीजन पर करें। कम से कम चार घंटे गणित और एकाउंटेंसी के अभ्यास के लिए जरूरी दें। बाकी समय में अन्य विषयों का रिवीजन करें। हर दिन नौ से 10 घंटे तक सो सकते हैं। लेकिन इसके अलावा पूरा समय पढ़ाई को ही देना चाहिए। नींद पूरी होने से लगातार कई घंटे पढ़ाई करने के बाद भी थकावट नहीं लगती है।