उफ! महंगाई की मार बिगाड़ रही रसोई का बजट, बढ़ती कीमतों के गणित को ऐसे समझिए
एक तो कोरोना की आफत ऊपर से महंगाई की मार। सब्जियों के बाद अब रिफाइंड सरसों का तेल चना दाल मलका दाल मटर मूंग दाल उड़द और अरहर दाल शतक लगा चुकी हैं या शतक लगाने के काफी करीब हैं। अभी राहत की उम्मीद नहीं है।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना काल में मंदे पड़े काम-धंधों के बाद अब खाद्य सामग्री की तेजी से बढ़ती कीमतों ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया है। सब्जियों के बाद अब रिफाइंड, सरसों का तेल, चना दाल, मलका दाल, मटर, मूंग दाल, उड़द और अरहर दाल शतक लगा चुकी हैं, या शतक लगाने के काफी करीब हैं। ऐसे में लोगों की थाली से सब्जी के बाद अब दालें भी गायब होने लगी हैं।
स्टाल नहीं निकाल रहे जमाखोर
ऐसे में महिलाओं के लिए रसोई का बजट बनाना मुश्किल हो रहा है। वहीं, दालों के थोक विक्रेताओं का कहना है कि अधिकतर दालें महाराष्ट्र से आती हैं और इस समय वहीं से दालें कम आ रही हैं। दूसरा सबसे बड़ा कारण है जमाखोरी। व्यापारी माल की अच्छी कीमत वसूलने के लिए स्टाक नहीं निकाल रहे हैं। इस वजह से भी दालों की कीमतों में इजाफा हुआ है।
खाद्य सामग्री 2020 में कीमत 2019 में कीमत
मूंग साबुत 120 100
उड़द 110 100
मूंग दाल 100 90
अरहर दाल 120 90
उड़द दाल 100 90
चना दाल 80 70
मलका दाल 80 70
आटा 200 220
चावल बासमती 65 60
चावल परमल 36 40
चीनी 36 - 36
बुरा 40 - 40
सूजी 30 - 30
मैदा 24 - 24
बेसन - 80 - 70
चना काबुली - 80 - 60
चना काला - 70 - 55
राजमा - 110 - 100
सरसों तेल -120 - 95
रिफाइंड -110 - 100
डालडा -100 - 90
इनका कहना है
कई प्रकार का दलहन वर्मा से भी आता है। आयात बंद होने के कारण दालों की कीमतें बढ़ी हैं। वहीं राजस्थान और महाराष्ट्र से भी माल कम आ रहा है। दूसरा कारण सरकार की नीति है। इसमें किसानों को अधिक लाभ देने के उद्देश्य से दालों के दाम बढ़ाए गए हैं।
- मनोज गुप्ता, अध्यक्ष नवीन मंडी व्यापार मंडल
कमजोर फसल और मौसम की मार के कारण खाद्य सामग्री की कीमतें बढ़ रही हैं। इसके अलावा माल भी कम आ रहा है।
- मुकेश अग्रवाल, अध्यक्ष खाद्य तेल थोक व्यापार संघ
दाल, और तेल पर लगभग बीस रुपये का इजाफा हुआ है। सरसों के तेल और रिफाइंड की कीमत भी बढ़ गई है। नवरात्र में कीमत कम होने की संभावना है।
- अमित शर्मा, जनरल स्टोर दिल्ली रोड