चीन की चालबाजी का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारत-तिब्बत सहयोग मंच चलाएगा ये कार्यक्रम
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तहत कार्य करने वाले स्वयंसेवी संगठन भारत तिब्बत सहयोग मंच चीन की विस्तारवादी नीतियों के खिलाफ देश भर में विभिन्न गतिविधियां आयोजित करने में जुट गया है। संगठन चीन की नीतियों व उनकी दूरगामी परिणामों को लेकर समाज को समेटने का काम कर रहा है।
मेरठ, जेएनएन। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तहत कार्य करने वाले स्वयंसेवी संगठन भारत तिब्बत सहयोग मंच चीन की विस्तारवादी नीतियों के खिलाफ देश भर में विभिन्न गतिविधियां आयोजित करने में जुट गया है। संगठन चीन की नीतियों व उनकी दूरगामी परिणामों को लेकर समाज को समेत करने का भी काम कर रहा है।
इसी कड़ी में मंच की जिला इकाई 1962 में चीन द्वारा भारत के साथ धोखा करके हिंदी चीनी भाई भाई का नारा देकर चीन ने भारत की जो भूमि कब्जाई थी। उसके लिए 14 नवंबर 1962 को भारत के दोनों सदनों में एक प्रस्ताव पारित कर के संकल्प लिया था कि वह चीन के कब्जे से भारत की समस्त भूमि को मुक्त कराएगा। उसी संकल्प का स्मरण कराने के लिए भारत तिब्बत सहयोग मंच मेरठ प्रांत की ओर से 14 से 21 नवंबर तक पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश क्षेत्र में आने वाले जिलों के सभी सांसदों को ज्ञापन देने का कार्यक्रम चलाएगी।
मंच के मेरठ प्रांत के प्रचार-प्रसार प्रमुख गोपाल सूदन ने बताया कि इस कार्यक्रम की रविवार को मेरठ महानगर से शुरुआत होगी। मंच के पदाधिकारी सुबह साढ़े नौ बजे मेरठ-हापुड़ लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के लोकसभा सदस्य राजेंद्र अग्रवाल को ज्ञापन सौपेंगे। इसके अलावा उन्होंने बताया कि मंच प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों में इस मुद्दों को लेकर बैठक व अन्य आयोजन कर रही है। जिससे समाज के लोग इस मुद्दे पर गंभीर चिंतन कर सके।