सांस्कृतिक भिन्नता में एकता का पाठ पढ़ा रहा 'इंडिया'
एक भारत श्रेष्ठ भारत के अंतर्गत नई पीढ़ी को देश की सांस्कृतिक भिन्नता में व्याप्त एकता का पाठ पढ़ाने के लिए एनसीईआरटी ने नई किताब तैयार की है।
मेरठ, जेएनएन: 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' के अंतर्गत नई पीढ़ी को देश की सांस्कृतिक भिन्नता में व्याप्त एकता का पाठ पढ़ाने के लिए एनसीईआरटी ने नई किताब तैयार की है। 'इंडिया : यूनिटी इन कल्चरल डायवर्सिटी' किताब को एनसीईआरटी और सीबीएसई की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है। स्कूल प्रबंधन और विद्यार्थी इसे डाउनलोड कर पढ़ और पढ़ा सकते हैं। समग्र रूप से भारतीय सांस्कृतिक महत्व को दर्शाती पुस्तक में देश से जुड़ी विस्तृत जानकारी हैं। सभी प्रदेश और केंद्र शासित प्रदेशों की जानकारी एक ही किताब में समाहित की गई है।
एक सूत्र में पिरोने की पहल
पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक 2,933 व 3,214 किलोमीटर में फैले करीब 3,287 स्क्वायर किलोमीटर क्षेत्रफल में फल-फूल रही देश की सांस्कृतिक विविधता को एक सूत्र में पिरोने के लिए ही 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इसका मकसद वेदों से लेकर भगवदगीता और आधुनिक भारत की तस्वीर को एक साथ पेश करना है। केंद्र सरकार के इस कार्यक्रम में देशभर के स्कूल-कॉलेजों और विश्वविद्यालयों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। हर धर्म से जुड़े सांस्कृतिक महत्व को भी किताब में प्रमुखता से दर्शाया गया है।
हर राज्य की पूरी जानकारी
226 पन्नों की किताब में सांस्कृतिक धरोहरों और तमाम प्रदेशों की विस्तृत जानकारी दी गई है, ताकि बच्चों की रुचि और सामान्य ज्ञान बढ़े। हर राज्य के प्रदेश दिवस, भौगोलिक एरिया, भाषा, राजधानी, प्रदेशीय पक्षी, पशु, फूल, पेड़ आदि की सचित्र जानकारी दी गई है। किसी राज्य ने विकास के आयाम किस तरह तय किए, इसका भी विवरण है।
पढ़ाई के साथ होंगी गतिविधियां भी
एक भारत श्रेष्ठ भारत के तहत विभिन्न प्रदेशों में तरह-तरह की गतिविधियां व प्रतियोगिताएं आयोजित की गई हैं। इन प्रतियोगिताओं में बच्चों को दूसरे प्रदेशों के बारे में पढ़ना और जानना पड़ता है। वरिष्ठ शिक्षक मनोज गोयल के अनुसार, इस किताब से बच्चों को सही जानकारी एक ही स्थान पर मिलेगी। यह पुस्तक प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने में भी सहायक होगी।