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मेरठ में कृषि अधिकारी की महिला किसानों पर अभद्र टि‍प्‍पणी, कहा- तुम्हें तो आदत है खेत में शौच को जाने की

तुम तो किसान हो। तुम्हें खुले में शौच करने की आदत है लिहाजा पीछे खेत में चली जाओ। यह शौचालय हम जैसे पढ़े-लिखे लोगों के लिए है न कि जन-शौचालय। महिला किसानों के साथ ऐसी अशोभनीय भाषा में बात करने वाले कृषि अधिकारी के विरुद्ध जांच शुरू कर दी है।

By Himanshu DwivediEdited By: Published: Sun, 07 Mar 2021 11:57 AM (IST)Updated: Sun, 07 Mar 2021 04:37 PM (IST)
मेरठ में कृषि अधिकारी की महिला किसानों पर अभद्र टि‍प्‍पणी, कहा- तुम्हें तो आदत है खेत में शौच को जाने की
मेरठ में कृषि अधिकारी की महिलाओं पर अभ्रद्र टिप्‍पणी का मामला सामने आया है।

मेरठ, जेएनएन। तुम तो किसान हो। तुम्हें खुले में शौच करने की आदत है, लिहाजा पीछे खेत में चली जाओ। यह शौचालय हम जैसे पढ़े-लिखे लोगों के लिए है, न कि जन-शौचालय। महिला किसानों के साथ ऐसी अशोभनीय भाषा में बात करने वाले कृषि अधिकारी के विरुद्ध केंद्र सरकार के आदेश पर प्रदेश शासन ने जांच शुरू करा दी है। शासन ने जिलाधिकारी को उक्त अधिकारी पर कार्रवाई करके रिपोर्ट भेजने का आदेश दिया है।

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15 अक्टूबर 2020 को कई महिला किसान दिल्ली रोड स्थित कृषि विभाग के मिट्टी जांच केंद्र पर मृदा सर्वे कार्ड और मिट्टी नमूनों की जांच रिपोर्ट लेने पहुंची थीं। शकुंतला देवी के साथ शब्बो, हसीना, माया, बिरमी, श्यामो, इलमी आदि महिला किसानों द्वारा भारत सरकार के आवासन और शहरी कार्य मंत्रलय में की गई लिखित शिकायत के मुताबिक, परिसर में कार्यालय के बाहर स्थित शौचालय पर ताला लगा था। बताया गया कि शौचालय की चाबी वहां तैनात अधिकारी के पास है। आरोप है कि महिलाओं ने अधिकारी से चाबी मांगी तो उन्होंने चाबी देने के बजाय उनसे अभद्रता की। उन्हें खेत में जाकर शौच करने के लिए कह दिया। शिकायती-पत्र में लिखा है कि सरकार महिलाओं के हित में घर-घर शौचालय बनवा रही है लेकिन कुछ अधिकारी महिलाओं का अपमान करने से गुरेज नहीं कर रहे हैं।

मंत्रलय के अवर सचिव ने प्रदेश शासन को इस मामले में कार्रवाई के लिए कहा है। शासन ने जिलाधिकारी को जांच करके आरोपित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करके रिपोर्ट मांगी है। जिला प्रशासन स्तर से इस संबंध में जांच शुरू कर दी गई है। विभागीय अफसरों का जवाब तलब किया गया है। जांच शुरू होने से कृषि विभाग में अफरातफरी है।

किसी महिला किसान से नहीं हुई हमारी बात

कृषि विभाग के सहायक निदेशक प्रबोध कुमार का कहना है कि शौचालय की चाबी को लेकर हमारी किसी भी महिला से कभी कोई बात नहीं हुई। इसकी चाबी भी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पास रहती है। ये आरोप गलत हैं। यह बात सही है कि शौचालय बंद रहता है। वह इस्तेमाल करने योग्य नहीं है। अंदर से टूटा है, वहां टोंटी भी खराब हैं। इसीलिए बंद कराया गया है। इसे ठीक कराने के लिए प्रस्ताव निदेशालय को भेजा गया है। महिला किसानों से अभद्रता किसने की, इसकी जांच हम कराएंगे। 


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