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ऐतिहासिक सरधना चर्च में श्रद्धालुओं ने कृपाओं की माता से मांगी मन्नत

ऐतिहासिक सरधना के चर्च में रविवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर कृपाओं की माता से मन्न मांगी।

By JagranEdited By: Published: Mon, 09 Nov 2020 08:20 AM (IST)Updated: Mon, 09 Nov 2020 08:20 AM (IST)
ऐतिहासिक सरधना चर्च में श्रद्धालुओं ने कृपाओं की माता से मांगी मन्नत
ऐतिहासिक सरधना चर्च में श्रद्धालुओं ने कृपाओं की माता से मांगी मन्नत

मेरठ, जेएनएन। ऐतिहासिक सरधना के चर्च में रविवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर कृपाओं की माता के चित्र के समक्ष प्रार्थना कर मनोकामना मांगी। हालांकि कोरोना महामारी के चलते इस बार चर्च पर मेला नहीं लगा और बाहर से भी श्रद्धालु नहीं पहुंचे। आनलाइन प्रार्थना में भी देश-विदेश के बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया।

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मुख्य अतिथि मेरठ धर्म प्रांत के बिशप फादर फ्रांसिस कालिस्ट शनिवार देर रात ही यहां पहुंच गए थे। रविवार सुबह 8 व 10 बजे उन्होंने प्रार्थना कराई। साथ ही मिस्सा बलिदान कराया। इस दौरान बिशप कालिस्ट ने कोरोना वायरस से मिलकर लड़ने का आह्वान किया। कहा कि अगर समय रहते मानव जाति नहीं सुधरी तो आगामी दिनों में इससे भी अधिक भयंकर बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है।

चर्च के एडमिनिस्ट्रेटर फादर पाक्यनाथन ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु नहीं पहुंचे। करीब दो सौ श्रद्धालुओं ने चर्च पहुंचकर प्रार्थना में भाग लिया। इस दौरान संक्रमण से बचाव के नियमों का पालन किया गया। इस बार ऐतिहासिक चर्च से प्रार्थना का आनलाइन प्रसारण किया गया जिसमें भारत व विदेश के बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।

वहीं, शहर के बाहर से श्रद्धालुओं को आने से रोकने तथा कोविड-19 गाइडलाइन का पालन तय कराने को चर्च के आसपास पुलिस बल तैनात रहा। खालसाई पोषाक स्पर्धा में जसकीरत और रवलीन छाए

श्रीगुरु ग्रंथ साहिब प्रचार सोसायटी की ओर से गुरु ग्रंथ साहिब के गुरु गद्दी पर्व की खुशी व गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाशोत्सव कार्यक्रमों की श्रृंखला में दूसरे दिन रविवार को खालसाई पोषाक व दस्तार (पगड़ी) प्रतियोगिता हुई। प्रमुख सेवादार रणजीत सिंह जस्सल ने संबोधन में कहा कि गुरु गोविद सिंह ने सिखों को 'खालसा मेरो रूप है खास' शब्द से सम्मानित किया। जस्सल ने बालकों को पगड़ी व बालिकाओं को दुपट्टा से सिर ढंककर रखने का आह्वान किया। प्रमुख शिक्षक सेवादार बख्शंदप्रीत सिंह ने गुरु उपदेश अपनाने की अपील की।

खालसाई पोषाक एवं दस्तार प्रतियोगिता तीन वर्गों में हुई। ग्रुप ए में जसकीरत सिंह प्रथम, गुरुप्रताप सिंह द्वितीय व रदजोत तृतीय रहे। ग्रुप बी में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर क्रमश: रवलीन कौर, गुरवीन कौर व गुरजोत सिंह रहे। ग्रुप सी में अमनदीप सिंह, गुरप्रीत सिंह व नमनप्रीत ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया। हरमीत सिंह, कीरत सिंह, जसप्रीत सिंह, हरलीन कौर व जशन सिंह को प्रोत्साहन स्थान मिला। सोमवार को गुरुद्वारा माता सीता भैंसाली मैदान के सामने रात्रि सात बजे से शबद कीर्तन कार्यक्रम होगा।


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