तेल का खेल : कार्रवाई करने को पुलिस कर रही केरोसीन के नमूने की रिपोर्ट का इंतजार Meerut News
गोदाम के अंदर टैंक में केरोसीन के अवैध स्टॉक मिलने के मामले में संजय कुमार और मैनेजर विक्की के खिलाफ केस डायरी में पुलिस ने मंगलवार को पांचवां पर्चा काट दिया।
मेरठ, जेएनएन। मैसर्स रतीराम खूबचंद फर्म के स्वामी संजय कुमार और मैनेजर विक्की के खिलाफ केस डायरी में पुलिस ने मंगलवार को पांचवां पर्चा काट दिया है। दर्शाया गया कि आगे की कार्रवाई के लिए केरोसिन के नमूने रिपोर्ट का इंतजार है। साथ ही आपूर्ति विभाग को नमूना परीक्षण का अपडेट बताने को कहा गया है। उधर, अदालत के आदेश पर भी संजय कुमार थाने में बयान देने नहीं पहुंच रहे है।
71 हजार 888 लीटर का अवैध स्टॉक मिला था
पूर्ति विभाग की टीम ने परतापुर में मैसर्स रतीराम खूबचंद के स्वामी शम्भू नगर निवासी संजय कुमार के ग्राम कुंडा स्थित मिट्टी तेल गोदाम में छापा मारा। गोदाम के अंदर टैंक से बेहिसाब 71 हजार 888 लीटर का अवैध स्टॉक मिला था। यह तेल काला बाजारी या मिलावट के लिए रखा गया था। इसकी जांच पुलिस स्तर से हो रही है। पुलिस ने फर्म स्वामी संजय कुमार को अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस भेजा था। अभी तक उन्होंने अपना बयान दर्ज नहीं कराया है, जबकि पुलिस की विवेचना के सहयोग करने की सशर्त पर ही उन्हें अग्रिम जमानत दी गई है।
कोर्ट को भेजेगी जाएगी रिपोर्ट
पुलिस का कहना है कि यदि अभी भी संजय कुमार नहीं आए तो अदालत को इसकी रिपोर्ट भेज दी जाएगी। इंस्पेक्टर आनंद मिश्र ने बताया कि मंगलवार को केस डायरी में पांचवा पर्चा काट दिया है, जिसमें दर्शाया गया कि पुलिस को केरोसिन की नमूना रिपोर्ट आने का इंतजार है। गाजियाबाद फोरेंसिक लैब से रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जा सकेगी। उधर, अभी तक गोदाम के अंदर मिट्टी में दबे हुए टैंक की खोदाई नहीं होने से पुलिस की विवेचना प्रभावित हो रही है।
न आए नए जिला पूर्ति अधिकारी, न कोई रिलीव
तेल के खेल की वजह से स्थानांतरित किए जाने के बाद भी खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारी न तो रिलीव हुए हैं न ही नवनियुक्त ने पदभार ग्रहण किया है। आयुक्त खाद्य एवं रसद विभाग के आयुक्त मनीष चौहान ने प्रशासनिक कारण के आधार पर मेरठ के जिला पूर्ति अधिकारी विकास गौतम को मुजफ्फरनगर, क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी नरेंद्र सिंह को बदायूं व पूर्ति निरीक्षक सुनील कुमार भटनागर को एटा स्थानांतरित किया था। जबकि मुजफ्फरनगर के जिला पूर्ति अधिकारी सुनील कुमार पुष्कर को मेरठ का जिला पूर्ति अधिकारी तैनात किया गया था। 19 सितंबर को एक सप्ताह में बिना किसी की प्रतीक्षा किए पदभार ग्रहण करने का आदेश दिया गया था। इसके बावजूद मेरठ के तीनों अधिकारी रिलीव नहीं हुए। साथ ही मुजफ्फरनगर से स्थानांतरित जिला पूर्ति अधिकारी भी मेरठ नहीं आए हैं।
कोई अधिकारी नहीं मिलता
तेल के खेल में आरोप लगने से पहले जिला पूर्ति अधिकारी विकास गौतम अवकाश पर चले गए थे। जिन क्षेत्रीय अधिकारी व पूर्ति निरीक्षक को कार्यालय से संबद्ध किया गया था वे भी कार्यालय में नहीं दिखाई देते। फरियादियों को कभी-कभार ही कोई पूर्ति निरीक्षक मिल पाता है, ज्यादातर समय अधिकारियों का कक्ष बंद ही रहता है।
संजय कुमार ने इंडियन ऑयल के नोटिस का नहीं दिया जवाब
मेसर्स रतिराम खूबचंद डिस्ट्रीब्यूटर को इंडियन ऑयल की ओर से कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। दस दिन से अधिक बीत जाने के बाद भी जवाब मिलने की वजह से अब इंडियन ऑयल भी लाइसेंस रद करने का नोटिस तैयार कर रहा है। प्रशासन स्तर से लाइसेंस पहले ही रद किया जा चुका है। नोटिस में पूछा गया था कि कोटा से अधिक केरोसिन कहां से आया? कोटा से अधिक केरोसिन क्यों रखा गया है? कंपनी आपका लाइसेंस क्यों रद न करे? टीम द्वारा जो 71 हजार 888 लीटर केरोसिन बरामद किया गया है इसकी सफाई में डिस्ट्रीब्यूटर का क्या पक्ष है? इसके समेत कई प्रश्नों का जवाब 10 दिनों के अंदर मांगा गया था।
अब कार्रवाई का नोटिस देगा आइओसी
इंडियन ऑयल के क्षेत्रीय सेल्स मैनेजर मोहित कुमार ने बताया कि 15 से अधिक दिन बीत जाने के बाद भी जवाब न मिलने की वजह से अब कार्रवाई का नोटिस दिया जाएगा। पक्ष रखने की समयसीमा बीत गई है इसलिए अब लाइसेंस रद किया जाएगा। गौरतलब है कि रतिराम खूबचंद डिस्ट्रीब्यूटर को इंडियन ऑयल की रिफाइनरी से केरोसिन मिलता था। यहां पर केरोसिन आपूर्ति प्रकरण सामने आने के दूसरे दिन ही रोक दी गई थी।