उड़ान मिले तो सुधर जाए मेडिकल टूरिज्म की सेहत
पश्चिमी उप्र के मेडिकल हब कहलाने वाले मेरठ को हवाई उड़ान से जोड़कर चिकित्सा संसाधनों की सेहत और दुरुस्त की जा सकती है। चिकित्सकों का कहना है कि मेट्रो शहरों मुंबई दिल्ली व चेन्नई की तुलना में यहां इलाज 50-60 फीसद से ज्यादा सस्ता है ऐसे में एयरपोर्ट बनने से मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा।
मेरठ, जेएनएन। पश्चिमी उप्र के मेडिकल हब कहलाने वाले मेरठ को हवाई उड़ान से जोड़कर चिकित्सा संसाधनों की सेहत और दुरुस्त की जा सकती है। चिकित्सकों का कहना है कि मेट्रो शहरों मुंबई, दिल्ली व चेन्नई की तुलना में यहां इलाज 50-60 फीसद से ज्यादा सस्ता है, ऐसे में एयरपोर्ट बनने से मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा। खाड़ी देशों एवं देश के विभिन्न हिस्सों से इलाज कराने लोग मेरठ आएंगे। वहीं, चिकित्सक देश के कई राज्यों में कांफ्रेंस में आसानी से पहुंच पाएंगे।
उड़ान से बढ़ता है शहर का स्टेटस
मेरठ में 1992 में हवाई पट्टी बनाई गई। चार्टड, राजकीय विमान एवं हेलीकाप्टर उतरने लगे। 2012 में तत्कालीन नागरिक उड्डयन मंत्री चौ. अजित सिंह ने हवाई अड्डा बनाने की घोषणा की। लेकिन उड़ान संबंधी फाइल सरकार एवं शासन के बीच घूमती रह गई। एयरपोर्ट बनने से जहां औद्योगिक कारोबार को बड़ी ताकत मिलती, वहीं मेरठ देश में नए मेडिकल हब के रूप में उभरता। डाक्टरों का कहना है कि एयर कनेक्टिीविटी की वजह से शहर का स्तर बढ़ता है, और निवेश के साथ अन्य मसलों पर भी लोगों का भरोसा बढ़ता है। हवाई उड़ान होने से सस्ते एवं गुणवत्तापूर्ण इलाज के लिए देश के विभिन्न क्षेत्रों से मरीज मेरठ पहुंच सकते हैं।
कांफ्रेंस में आसानी से पहुंच सकेंगे डाक्टर
मेरठ के सुपरस्पेशियलिटी के डाक्टर दुनियाभर में मेडिकल कांफ्रेंस में पेपर प्रजेंट करने के अलावा लाइव वर्कशाप भी करते हैं। मेरठ के कई डाक्टर नोएडा, गाजियाबाद, नई दिल्ली एवं गुरुग्राम तक के अस्पतालों में इलाज के लिए बुलाए जाते हैं। डाक्टरों का कहना है कि मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे, नागपुर एवं चेन्नई जैसे शहरों से हवाई उड़ान से जोड़ने पर वहां के विशेषज्ञ चिकित्सक मेरठ में उपलब्ध होंगे, साथ ही साथ खाड़ी देशों एवं अफ्रीकी देशों के मरीज सस्ते इलाज के लिए कनेक्टिंग उड़ान के जरिए मेरठ पहुंच सकेंगे। इससे न सिर्फ मेडिकल टूरिज्म बढ़ेगा, बल्कि होटल इंडस्ट्री भी तेजी पकड़ेगी।
मेरठ में हार्ट, न्यूरो, नेफ्रो, इनफर्टिलिटी, गैस्ट्रो, गायनी, चेस्ट, साइकेट्री, यूरो एवं बर्न जैसी सुपरस्पेशियलिटी के डाक्टरों की बड़ी संख्या है। इलाज के मामले में उन्हें देश-विदेश से सराहना मिल चुकी है। एयरपोर्ट से बड़ा फायदा होगा।
डा. एमके बंसल, प्रदेश अध्यक्ष, आइएमए
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एयरपोर्ट बनने से शहर का कद भी बढ़ता है, जिससे सर्वागीण विकास की खिड़की खुलती है। मेरठ में बड़े शहरों की तुलना में गुणवत्तापूर्ण इलाज 50-70 फीसद तक सस्ता है। देश के विभिन्न शहरों के मरीज तो अब भी मेरठ आते हैं। उड़ान मिलेगी तो विदेश से भी मरीज आएंगे।
डा. सुनील जिंदल, एंड्रोलाजिस्ट
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मेरठ में मेडिकल टूरिज्म एवं हिस्टोरिकल टूरिज्म दोनों हैं। यहां सस्ता इलाज कराने के साथ ही मरीज हस्तिनापुर, सरधना, हरिद्वार एवं आगरा जैसे ऐतिहासिक स्थलों को घूम सकता है, जिससे उसकी हीलिंग जल्द होगी। मेरठ को उड़ान से जोड़ना बेहद जरूरी है।
डा. तनुराज सिरोही, फिजिशियन