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स्कूलों ने नहीं दिए बाहरी छात्रों के प्रमाण, यूपी बोर्ड से कट जाएंगे उनके नाम Meerut News

स्कूलों ने 10वीं व 12वीं के लिए बोर्ड परीक्षार्थियों के आवेदन व अन्य जानकारियां परिषद की वेबसाइट पर अपलोड कर दी है।

By Taruna TayalEdited By: Published: Wed, 20 Nov 2019 02:36 PM (IST)Updated: Wed, 20 Nov 2019 04:00 PM (IST)
स्कूलों ने नहीं दिए बाहरी छात्रों के प्रमाण, यूपी बोर्ड से कट जाएंगे उनके नाम Meerut News
स्कूलों ने नहीं दिए बाहरी छात्रों के प्रमाण, यूपी बोर्ड से कट जाएंगे उनके नाम Meerut News

मेरठ, जेएनएन। माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश यानी यूपी बोर्ड की ओर से साल 2020 की बोर्ड परीक्षा के लिए प्रैक्टिकल की तिथियां भी जारी कर दी गई हैं। स्कूलों ने 10वीं व 12वीं के लिए बोर्ड परीक्षार्थियों के आवेदन व अन्य जानकारियां परिषद की वेबसाइट पर अपलोड कर दी है। मगर स्कूलों की ओर से लिए गए बाहरी छात्रों के दाखिले वाले बोर्ड परीक्षा आवेदनों के साथ उनके योग्यता प्रमाण पत्र नहीं अपलोड किए गए हैं। बाहरी छात्रों के प्रमाण पत्र साथ न होने पर क्षेत्रीय कार्यालय की ओर से ऐसे सभी छात्रों के बोर्ड परीक्षा आवेदन रद्द कर नाम काट दिए जाएंगे।

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यह संख्या काफी है

हर स्कूल को 10 बाहरी छात्रों का दाखिला 10वीं व 12वीं में लेने की अनुमति होती है। उनके बोर्ड परीक्षा आवेदन भी करवाने की अनुमति दी जाती है। बाहरी छात्रों के दाखिले के लिए स्कूलों को जिला विद्यालय निरीक्षक से पूर्व अनुमति लेनी पड़ती है। स्कूलों ने छात्रों के आवेदनों के साथ जिला विद्यालय निरीक्षक से ली गई अनुमति के कागजात भी नहीं अपलोड किए हैं। इसके अलावा दसवीं में दाखिला लेकर आवेदन करने वाले छात्रों की काउंटर टीसी नहीं जमा की गई है। सीबीएसई या अन्य बोर्ड से यूपी बोर्ड में दाखिला लेने वाले छात्रों के आवेदन के साथ ही संयुक्त शिक्षा निदेशक की काउंटर साइन टीसी लेनी पड़ती है। पर अधिकतर आवेदनों के साथ काउंटर टीसी नहीं है। यदि छात्र नवीं पास है तो कक्षा 9वीं की मार्कशीट भी लगानी होती है और अगर 10वीं फेल होकर आया है तो 10वीं फेल की मार्कशीट के साथ एडमिट कार्ड अनिवार्य रूप से होना चाहिए। यह दोनों कागजात कई आवेदनों के साथ नहीं मिले हैं। यह आवेदन पत्र अधूरे माने जाएंगे।

एक सप्ताह में मांगे सभी कागजात

यूपी बोर्ड के क्षेत्रीय सचिव मेरठ राणा सहस्त्रांशु कुमार सुमन ने परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले चारों मंडलों के 17 जिलों के जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देश दिया है कि वह सभी विद्यालयों से ऐसे छात्रों के आवेदन के साथ लगाए जाने वाले जरूरी कागजात जमा कराएं। यह कागजात एक सप्ताह में मांगे गए हैं। कागजात नहीं मिले तो नॉमिनल रोल से इन परीक्षार्थियों के नाम काट दिए जाएंगे। वह परीक्षार्थी न ही प्रैक्टिकल परीक्षा दे सकेंगे और न ही बोर्ड परीक्षा में शामिल हो सकेंगे।


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