शामली में यमुना में डूबे तीनों किशोरों की हुई शिनाख्त, अभी परिजनों को नहीं सौंपी बॉडी Shamli News
यूपी-हरियाणा बॉर्डर के निकट डूबने से तीन किशोरों की मौत हो गई। रविवार की सुबह यमुना ब्रिज चौकी इंचार्ज ने बताया कि यमुना से मिले तीनों शवों की शिनाख्त हो गई
शामली, जेएनएन। यूपी-हरियाणा बॉर्डर के निकट यमुना नदी में शनिवार को डूबने से तीन किशोरों की मौत हो गई। अफसरों ने गोताखोरों की मदद से लंबी मशक्कत के बाद तीनों शवों को बाहर तो निकाल लिया, लेकिन शनिवार की देर शाम तक उनकी शिनाख्त नहीं हो पाई थी। रविवार की सुबह यमुना ब्रिज चौकी इंचार्ज ने बताया कि यमुना से मिले तीनों शवों की शिनाख्त हो गई है, तीनों किशोर कैराना के मोहल्ला रेतेवाला वाला के रहने वाले थे, शवो को अभी उनके परिजनों से नहीं सौपा गया है, केवल शिनाख्त हुई है। किशोरों शव मिलने के बाद परिजनों में हाहाकार मच गया है।
गहरे गड्ढे लगातार छीन रहे जिंदगियां
गौरतलब है कि यमुना नदी में मशीनों से होने वाले अवैध खनन के चलते बने गहरे गड्ढे लगातार जिंदगियां छीन रहे हैं। शनिवार की शाम भी जिले के कैराना कोतवाली क्षेत्र में यूपी-हरियाणा सीमा पर स्थित यमुना ब्रिज के पास तीन किशोर नहाते समय गहरे पानी में डूब गए। लंबे रेस्कयू अभियान के बाद तीनों किशोरों के शवों को गोताखोरों की मदद से बाहर निकाला गया। बताया जा रहा है कि शाम करीब साढ़े छह बजे 11 से 15 साल की उम्र के तीन किशोर एक साईकिल पर सवार होकर कैराना स्थित यमुना ब्रिज पर पहुंचे थे। यह इलाका यूपी-हरियाणा की सीमा के बॉर्डर क्षेत्र में पड़ता है।
और अचानक डूबने तीनों किशोर
तीनों किशोर साईकिल को किनारे पर खड़ी कर यमुना में नहाने के लिए चले गए, लेकिन वे अचानक गहरे पानी में डूबने लगे। पुल के ऊपर से गुजर रहे एक वृद्ध ने यमुना ब्रिज पर स्थित पुलिस चौकी पर पहुंचकर इसकी जानकारी दी। सूचना पर चौकी इंचार्ज अरुण कुमार पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंच गए, लेकिन किनारे पर सिर्फ साईकिल खड़ी हुई थी। मामले की जानकारी होने पर सीओ कैराना प्रदीप ङ्क्षसह, तहसीलदार प्रवीण कुमार, नायब तहसीलदार सचिन कुमार और कैराना कोतवाली इंचार्ज भी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। उधर, हरियाणा की ओर से भी पुलिस टीम भी मौके पर पहुंच गई। गोताखोरों को बुलाकर नदी में किशोरों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। काफी मशक्कत के बाद गोताखोरों ने तीनों किशोरों के शवों को यमुना से बाहर निकाल लिया।
ट्रैक्टरों की रोशनी में चला था रेस्क्यू ऑपरेशन
अंधेरा होने के चलते पुलिस ने आसपास के गांवों के कुछ लोगों को ट्रैक्टरों के साथ मौके पर बुलाया था। ट्रैक्टरों की रोशनी में गोताखोर यमुना नदी में उतरे। लंबे रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद तीनों किशोरों के शवों को खोजा गया।