फांसी के मेहनताने से करूंगा बेटी के हाथ पीले
निर्भया के गुनहगारों को फांसी देने के लिए पवन जल्लाद तैयार है। उसने कहा कि-मेरा सौभाग्य है कि देश को हिलाकर रख देने वाले निर्भया कांड के गुनहगारों को मैं फांसी दूंगा। पवन कहते हैं-फांसी के एवज में मिलने वाले मेहनताने से बेटी की शादी करूंगा।
मेरठ, जेएनएन। निर्भया के गुनहगारों को फांसी देने के लिए पवन जल्लाद तैयार है। उसने कहा कि-मेरा सौभाग्य है कि देश को हिलाकर रख देने वाले निर्भया कांड के गुनहगारों को मैं फांसी दूंगा। पवन कहते हैं-फांसी के एवज में मिलने वाले मेहनताने से बेटी की शादी करूंगा।
सरकारी योजना में कांशीराम कालोनी में मिले मकान में पवन जल्लाद परिवार के साथ रहते हैं। पवन के सात बच्चों में पांच बेटियां और दो बेटे हैं। चार बेटियों की शादी हो चुकी है। एक बेटी के लिए रिश्ते की तलाश चल रही है। इसी बीच पवन को निर्भय कांड के गुनहगारों को फांसी देने का बुलावा मिल चुका है। संभवत: वह 15 जनवरी को दिल्ली जाएंगे।
पवन को जेल प्रशासन की तरफ से पांच हजार रुपये मासिक मानदेय मिलता है। जेल सूत्रों की मानें तो एक फांसी के लिए जल्लाद को 25 हजार रुपये मेहनताने के तौर पर मिलते हैं। इस तरह चार फांसी लगाने के एवज पवन को लगभग एक लाख रुपये मिलेंगे। पवन कहते हैं, इस पैसे को बेटी की शादी में खर्च करेंगे। चार बेटियों की शादी का कुछ कर्ज भी है, उसे भी उतार दूंगा।
जल्द होगी पवन की स्वास्थ्य जांच : जेल प्रशासन ने गुरुवार को भी पवन जल्लाद को बुलाया। उसकी उपस्थिति दर्ज करने के बाद वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने बातचीत की। जल्द ही पवन के स्वास्थ्य की भी जांच की जाएगी, ताकि फांसी के समय तक वह पूर्ण स्वस्थ रहे। फांसी देने से पहले यह बोलता है जल्लाद
फांसी देने से ठीक पहले जल्लाद गुनहगार के कान में कुछ बोलता है, जिसे पूरी तरह से गुप्त रखा जाता है। गुरुवार को वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने बताया कि जल्लाद यही बोलता है कि 'ये मेरा फर्ज है, मुझे करना ही पड़ेगा, राम..राम'। इसके बाद फांसी दे दी जाती है। पवन जल्लाद ने भी अंतिम समय बोले जाने वाले शब्दों के बारे में ऐसा ही कुछ बताया।
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पवन जल्लाद को फिलहाल रोजाना जेल बुलाया जा रहा है। उसे पूरी तरह तैयार किया जा रहा है, ताकि वह मानसिक रूप से मजबूत बना रहे। जब भी दिल्ली सरकार बुलावा भेजेगी, उसे भेज दिया जाएगा।
-आनंद कुमार, डीजीपी जेल