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एक हजारों में मेरी बहना है.. सारी उमर हमें संग रहना है..

भाई-बहन के अटूट प्यार और स्नेह का प्रतीक रक्षाबंधन पर्व इस बार 15 अगस्त को मनाया जाएगा। भाई-बहन के बचपन की वो खट्टी मीठी यादें वो जरा जरा सी बात पर लड़ना झगड़ना और एक दूसरे के बिना एक पल न रहना।

By JagranEdited By: Published: Thu, 15 Aug 2019 08:00 AM (IST)Updated: Fri, 16 Aug 2019 06:37 AM (IST)
एक हजारों में मेरी बहना है.. सारी उमर हमें संग रहना है..
एक हजारों में मेरी बहना है.. सारी उमर हमें संग रहना है..

मेरठ, जेएनएन : भाई-बहन के अटूट प्यार और स्नेह का प्रतीक रक्षाबंधन पर्व इस बार 15 अगस्त को मनाया जाएगा। भाई-बहन के बचपन की वो खट्टी मीठी यादें वो जरा जरा सी बात पर लड़ना झगड़ना और एक दूसरे के बिना एक पल न रहना। साथ रहते हुए शायद ही इन बातों पर किसी भाई बहन का ध्यान जाता हो। लेकिन जब भाई बहन एक दूसरे से दूर हो जाते हैं तो एक दूसरे की यहीं बातें याद आती है। रक्षाबंधन पर्व पर एक बहन भाई की कलाई पर सिर्फ रक्षासूत्र ही नहीं बांधती हैं, बल्कि भाई के लिए की गई मंगलकामना और ढेरों आशीष और दुआओं को इस रेशम की डोरी में बांधकर उनकी तरक्की और लंबी उम्र की कामना करती है।

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भाई बहन को राखी बांधती है और भाई भी प्यार से उसे उपहार देकर अपने प्यार और स्नेह को जताता है। लेकिन इस बार कुछ बहनें है जो भाई से उपहार के अलावा एक वादा भी चाहती हैं, जिससे भाई बहन का रिश्ता और मजबूत हो सकें।

मेरे भइया मेरे अनमोल रतन

बेगमबाग रहने वाली वसुंधरा कहती हैं कि मेरे भाई कार्तिकेय के साथ आज भी छोटी-छोटी बातों को लेकर लड़ाई हो जाती है। हम आज भी वैसे ही खाने पीने के लड़ते हैं जैसे बचपन में लड़ा करते थे, वह भी हर बात पर मुझे चिढ़ाता रहता है। राखी बांधने के बाद वैसे तो कार्तिकेय मुझे हर साल कोई न कोई गिफ्ट देता है। लेकिन इस बार मैं अपने भाई से एक वादा भी चाहती हूं कि वह बाइक चलाते समय हमेशा हेलमेट लगाए और गाड़ी चलाते समय हमेशा सीट बेल्ट का यूज करें। यह एक ऐसा वादा है जिसे हर बहन को अपने भाई से लेना चाहिए।

त्योहार नहीं यह पर्व एक अहसास है

शास्त्रीनगर निवासी ज्योति कहती है कि रक्षाबंधन सिर्फ एक पर्व नहीं है, यह भाई बहन के प्यार का एक अहसास है। भाई बहन चाहे कितना भी लड़े एक दूसरे से दिन भर झगड़ते रहे। लेकिन फिर भी हर मुश्किल में एक दूसरे के साथ खड़े होते है। भाई तो हर साल रक्षाबंधन पर बहन से उसकी रक्षा का वादा करते हैं। लेकिन इस बार मैं अपने भाई विक्रम से ये वादा लेनी वाली हूं हम हमेशा साथ रहेंगे। जिससे जीवन में कोई भी परेशानी होने पर हम दोनों एक दूसरे के साथ खड़े रहे।

तेरे बदले में मैं जमाने की कोई चीज न लूं

गढ रोड निवासी सलोनी कहती हैं कि समर्थ घर में सभी का लाड़ला है, और हम दोनों काफी समय एक दूसरे के साथ बिताते हैं। राखी एक ऐसा पर्व है जब मैं उससे काफी फरमाइशे करती हूं साथ घूमने की बाहर खाने पीने और ढेर सारे गिफ्ट की। लेकिन इस बार इसके अलावा एक वादा है जो उसे निभाना पड़ेगा। वह है थोड़ा पतला होने का वादा। जिसे वह हमेशा टाल देता है। लेकिन इस बार उसे जिम ज्वाइन करना ही होगा।

भाई से अच्छा कोई दोस्त नहीं

साकेत निवासी पालकी भल्ला कहती हैं कि मेरा भाई ही मेरा सबसे अच्छा दोस्त है। हमारे बीच कभी लड़ाई भी हो जाती है, तो वह ज्यादा देर नहीं रहती है। हम शाम को सारे दिन की बातें एक दूसरे को बताते हैं। लेकिन इस बार मैं रखी बांधने के बाद भाई शौर्या से साथ घूमने का वादा लेना चाहती हूं क्योंकि उसके बिजनेस ज्वाइन करने से पहले मैं उसके साथ कई देशों की सैर करना चाहती हू्रं।


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