बागपत : निकाह करने पर पति गया जेल, पत्नी ने दर्ज कराया था मुकदमा, पढ़ें पूरा मामला
Baghpat में निकाह करने पर पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार (man arrested after married) कर लिया। अदालत ने उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा दिया। पुलिस ने युवक के खिलाफ सात जनवरी को पत्नी के शिकायत पर मामला दर्ज किया था। (Police filed case on wife claim)
बागपत, जेएनएन। निकाह करने पर पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने अदालत में पेश किया। जिसके बाद अदालत ने उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा दिया। पुलिस ने युवक के खिलाफ सात जनवरी को पत्नी के शिकायत पर मामला दर्ज किया था। कार्रवाई करते हुए इस मामले में पुलिस ने शुक्रवार को युवक को गिरफ्तार कर लिया।
दरअसल, उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में एक महिला ने मुकदमा दर्ज करवाया था कि उसका पति महिला को बिना तलाक दिए तीसरा निगाह कर लिया है। इतना ही नहीं उसे घर चलाते के लिए खर्च भी नहीं देता है। खर्च मांगने पर उसके साथ मारपीट करता है। महिला ने एक साल से बीमार है और खर्च चलाने के लिए कपड़े की सिलाई पर निर्भर रहती है। शिकायत करने पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था।
कस्बा बड़ौत निवासी महिला रिहाना ने पुलिस को बताया कि उसका निकाह वर्ष 1993 में हारुण के साथ हुआ था। उसके छह बच्चे हैं। वह करीब एक साल से बीमार चल रही है तथा कस्बे के दो निजी अस्पताल में सात आपरेशन हो चुके हैं। इस दौरान पति ने उसे तलाक दिए बगैर तीसरा निकाह कर लिया है। इनमें से पति एक पत्नी को कई वर्ष पहले ही छोड़ चुका है। तीसरा निकाह करने के बाद पति ने उसको खर्चा देना बंद कर दिया है।
कर्ज लेकर कराया था आपरेशन
कर्ज पर लेकर करीब छह लाख रुपये आपरेशन पर खर्च किया। खर्चा मांगने पर पति उसके साथ मारपीट की। उसने अपनी सुरक्षा और आरोपित पति के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने सात जनवरी को आरोपित पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने शुक्रवार को आरोपित पति हारुण को गिरफ्तार किया। विवेचक एसआइ जाहिद खां का कहना है कि आरोपित हारुण को अदालत में पेश किया, जहां से उसको न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया।
सिलाई कर चलाती है घर का खर्च
पत्नी ने बताया कि उसका पति उसे पहले ही घर से निकाल चुका है। और घर का खर्च भी नहीं देता है। घर का खर्च चलाने के लिए पत्नी घर पर ही सिलाई का कार्य करती है। सिलाई के पैसे से घर का खर्च चलाना बड़ा ही मुश्किल होता है। लेकिन इतने में ही वह अपना और पूरे परिवार का खर्च चलाती है। महिला एक साल से बीमार है, घर के खर्च के साथ-साथ वह अपने बीमारी का इलाज भी कराती है। उसके सात बच्चे हैं, जिनकी पढ़ाई लिखाई का जिम्मा भी महिला के उपर है।