शूटरों से मरवाया पत्नी को, पुलिस के सामने पति बोला-बच्चों के सामने मारती थी थप्पड़ Meerut News
पुलिस को घटनास्थल पर ऐसे सबूत मिल गए थे जिससे पता चलता था कि रेखा के पति ने ही उसकी हत्या भाड़े के शूटरों से करवाई है। बाद में पुलिस ने पति को गिरफ्तार कर लिया।
By Ashu SinghEdited By: Published: Thu, 25 Jul 2019 02:22 PM (IST)Updated: Thu, 25 Jul 2019 02:22 PM (IST)
मेरठ, जेएनएन। मंगलवार को दिनदहाड़े माल रोड पर आटो में कत्ल की गई रेखा के हत्या से पुलिस ने पर्दा उठा दिया है। पति ने ही भाड़े के शूटरों को एक लाख की सुपारी देकर हत्या कराई है। पचास हजार की रकम शूटरों को मुहैया करा दी गई। हत्या की वजह पत्नी से रोजाना परेशानी बताई जा रही है। आरोपित ने लालकुर्ती थाने में हत्या का जुर्म कबूल करते हुए बताया कि बच्चों के सामने ही रेखा पिटाई करती थी। उसकी रोजाना की हरकतों से परेशान आकर ही भाड़े के शूटर लालकुर्ती निवासी कमलेश वाल्मीकि से हत्या कराई। रेखा के पति ने बताया कि रेखा बच्चों के सामने ही उसे थप्पड़ मारती थी।
सात महीने से हो रही प्लानिंग
बृजेश बेनीवाल ने पत्नी रेखा की हत्या करने में सात माह की लंबी प्लानिंग की। उसके बावजूद भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस के सामने बृजेश ने बताया कि जवान बच्चों के सामने हर रोज थप्पड़ मारती थी। बेटी की शादी को लेकर विवाद ज्यादा बढ़ गया था। बृजेश गांव में शादी करना चाहता था, जबकि रेखा शहर में मंडप बुकिंग कर शादी करने का दबाव बना रही थी। तभी से दोनों में अनबन चल रही थी। रेखा ने अपने मायके में भी पति की शिकायत की थी।
छोटी छोटी बात होता था झगड़ा
बृजेश बेनीवाल और रेखा की शादी को 20 साल हो गए है। दोनों के तीन बच्चे है। एक बेटी इंदू की शादी नवंबर में होनी है। दंपती में अक्सर ही छोटी-छोटी बातों को लेकर विवाद रहता था। रेखा अपने पति बृजेश पर पूरी तरह से हावी थी। रेखा के भाई फौजी है, तथा परिवार भी मजबूत है। दंपती में विवाद के चलते रेखा अक्सर बृजेश पर भारी पड़ती थी। पुलिस के मुताबिक, रेखा और बृजेश में बेटी की शादी करने को लेकर भी जमकर विवाद हुआ था।
एक लाख में तय हत्या का सौदा
मंडप को लेकर भी दंपती में इतना विवाद हुआ कि रेखा ने बृजेश को बच्चों के सामने ही थप्पड़ मार दिया था। उसके बाद ही उसने रेखा की हत्या की प्लानिंग शुरू कर दी थी। अपने कुछ साथियों से भाड़े के शूटरों की जानकारी ली। उसके बाद एक लाख में सौदा तय किया। पचास हजार की रकम हत्या से पहले दे चुका था। बाकी की रकम हत्या के बाद देनी तय हुई थी।
बक्सर में शूटरों को किया था इशारा
मामेपुर के बजाय बक्सर से रेखा को आटो में बैठाया गया था। दरअसल, प्लानिंग के मुताबिक, शूटर पहले से ही बक्सर में खड़े हुए थे। बृजेश से रेखा बार बार यह कहती रही कि उसे अस्पताल तक ही छोड़ दे। उसके बावजूद भी उसने रेखा को आटो में बैठा दिया। साथ ही दूर से शूटरों को इशारा कर दिया। उसके बाद वहां से अपने चाचा संजय के घर पहुंचा। संजय को साथ लेकर बेटी की शादी की ज्वैलरी खरीदने के लिए बाजार चला गया। बाजार में ही उसे पुलिस ने रेखा की हत्या की खबर दी।
अस्पताल में बृजेश ने किया नाटक
रेखा के शव को बिना देखे ही बृजेश जोर जोर से रोने लगा था। तब भी पुलिस समझ नहीं पाई थी। पुलिस ने बृजेश के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल निकाली। उससे भी कुछ सहायता नहीं मिली। बृजेश ने उसी मोबाइल नंबर में दूसरा सिम में चोरी से डाल रखा था। पुलिस को पता चला कि मोबाइल में दो सिम प्रयोग हो रहे है। दूसरे सिम से ही बृजेश ने शूटरों से बातचीत की थी। पुलिस ऐसे में शूटरों तक पहुंच गई। तभी बुधवार की दोपहर में बृजेश को पूछताछ के लिए बुलाया और गिरफ्तार कर लिया गया।
पत्नी मर गई, पति को जेल, बच्चे हुए अनाथ
रेखा को मरवा दिया। उसके हत्या के आरोप में बृजेश को गिरफ्तार कर लिया। तीनों बच्चे अनाथ हो गए, जबकि बड़ी बेटी की शादी है। बृजेश की एक गलती ने पूरे परिवार को उजाड़ दिया।
सात महीने से हो रही प्लानिंग
बृजेश बेनीवाल ने पत्नी रेखा की हत्या करने में सात माह की लंबी प्लानिंग की। उसके बावजूद भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस के सामने बृजेश ने बताया कि जवान बच्चों के सामने हर रोज थप्पड़ मारती थी। बेटी की शादी को लेकर विवाद ज्यादा बढ़ गया था। बृजेश गांव में शादी करना चाहता था, जबकि रेखा शहर में मंडप बुकिंग कर शादी करने का दबाव बना रही थी। तभी से दोनों में अनबन चल रही थी। रेखा ने अपने मायके में भी पति की शिकायत की थी।
छोटी छोटी बात होता था झगड़ा
बृजेश बेनीवाल और रेखा की शादी को 20 साल हो गए है। दोनों के तीन बच्चे है। एक बेटी इंदू की शादी नवंबर में होनी है। दंपती में अक्सर ही छोटी-छोटी बातों को लेकर विवाद रहता था। रेखा अपने पति बृजेश पर पूरी तरह से हावी थी। रेखा के भाई फौजी है, तथा परिवार भी मजबूत है। दंपती में विवाद के चलते रेखा अक्सर बृजेश पर भारी पड़ती थी। पुलिस के मुताबिक, रेखा और बृजेश में बेटी की शादी करने को लेकर भी जमकर विवाद हुआ था।
एक लाख में तय हत्या का सौदा
मंडप को लेकर भी दंपती में इतना विवाद हुआ कि रेखा ने बृजेश को बच्चों के सामने ही थप्पड़ मार दिया था। उसके बाद ही उसने रेखा की हत्या की प्लानिंग शुरू कर दी थी। अपने कुछ साथियों से भाड़े के शूटरों की जानकारी ली। उसके बाद एक लाख में सौदा तय किया। पचास हजार की रकम हत्या से पहले दे चुका था। बाकी की रकम हत्या के बाद देनी तय हुई थी।
बक्सर में शूटरों को किया था इशारा
मामेपुर के बजाय बक्सर से रेखा को आटो में बैठाया गया था। दरअसल, प्लानिंग के मुताबिक, शूटर पहले से ही बक्सर में खड़े हुए थे। बृजेश से रेखा बार बार यह कहती रही कि उसे अस्पताल तक ही छोड़ दे। उसके बावजूद भी उसने रेखा को आटो में बैठा दिया। साथ ही दूर से शूटरों को इशारा कर दिया। उसके बाद वहां से अपने चाचा संजय के घर पहुंचा। संजय को साथ लेकर बेटी की शादी की ज्वैलरी खरीदने के लिए बाजार चला गया। बाजार में ही उसे पुलिस ने रेखा की हत्या की खबर दी।
अस्पताल में बृजेश ने किया नाटक
रेखा के शव को बिना देखे ही बृजेश जोर जोर से रोने लगा था। तब भी पुलिस समझ नहीं पाई थी। पुलिस ने बृजेश के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल निकाली। उससे भी कुछ सहायता नहीं मिली। बृजेश ने उसी मोबाइल नंबर में दूसरा सिम में चोरी से डाल रखा था। पुलिस को पता चला कि मोबाइल में दो सिम प्रयोग हो रहे है। दूसरे सिम से ही बृजेश ने शूटरों से बातचीत की थी। पुलिस ऐसे में शूटरों तक पहुंच गई। तभी बुधवार की दोपहर में बृजेश को पूछताछ के लिए बुलाया और गिरफ्तार कर लिया गया।
पत्नी मर गई, पति को जेल, बच्चे हुए अनाथ
रेखा को मरवा दिया। उसके हत्या के आरोप में बृजेश को गिरफ्तार कर लिया। तीनों बच्चे अनाथ हो गए, जबकि बड़ी बेटी की शादी है। बृजेश की एक गलती ने पूरे परिवार को उजाड़ दिया।
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