भारतीय शास्त्रीय संगीत का इतिहास और विशेषता बताई
कनोहर लाल पीजी महिला कालेज में संगीत विभाग द्वारा शास्त्रीय संगीत पर आधारित ंवर्चुअल व्याख्यान कार्यक्रम हुआ। इस कार्यक्रम का विषय भारतीय शास्त्रीय संगीत के विद्वान पंडित विष्णु नारायण भारतखंडे एवं विष्णु दिगंबर पलुस्कर का जीवन और उनका संगीतिक योगदान रहा।
मेरठ, जेएनएन। कनोहर लाल पीजी महिला कालेज में संगीत विभाग द्वारा शास्त्रीय संगीत पर आधारित ंवर्चुअल व्याख्यान कार्यक्रम हुआ। इस कार्यक्रम का विषय भारतीय शास्त्रीय संगीत के विद्वान 'पंडित विष्णु नारायण भारतखंडे एवं विष्णु दिगंबर पलुस्कर का जीवन और उनका संगीतिक योगदान' रहा।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता नजीबाबाद स्थित एक विद्यालय में संगीत विभाग के अध्यक्ष दीपक त्रिपाठी रहे। उन्होंने पंडित भातखंडे व पलुस्कर के व्यक्तित्व एवं कृतित्व को विस्तार पूर्वक बताया। दोनों संगीत मनीषियों के जीवन परिचय के साथ ही संगीत के क्षेत्र में उनके योगदान के बारे में कार्यक्रम से संगीत शिक्षकों व छात्रों को बताया। उनके द्वारा प्रकाशित पुस्तकों का उल्लेख करते हुए, उनके द्वारा स्थापित संगीत महाविद्यालयों के बारे में भी चर्चा की। अंत में भातखंडे स्वर एवं ताललिपि पद्धति तथा विष्णु दिगंबर ताल लिपि पद्धति में तालों को लिखना भी विद्यार्थियों को सिखाया। इस दौरान कालेज की प्राचार्य डा. अलका चौधरी, संगीत विभाग की अध्यक्ष डा. वेणु वनिता ने किया।
आइआइएमटी के नौ छात्रों का चयन : आइआइएमटी विवि के नौ छात्रों का चयन आइटी की प्रतिष्ठित कंपनी टीसीएस में हुआ है। प्लेसमेंट आफिसर सुरेंद्र चौहान ने बताया कि चयनित विद्यार्थियों में दीपिका, अमन, हरिशंकर मौर्य, अर्पण अग्निहोत्री, कौशिक राय चौधरी, निखिल गहलौत, दीपक सिंह, आयुष्मान राघव व अरुणी सरन शामिल रहे। सभी को असिस्टेंट इंजीनियर ट्रेनी के पद पर चयनित किया गया है। कुलाधिपति योगेश मोहन गुप्ता, कुलपति डा. दीपा शर्मा व प्रबंध निदेशक डा. मयंक अग्रवाल ने उज्जवल भविष्य के लिए कामना की।
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