इस बार मानसून सीजन में जोरदार बारिश की उम्मीद मत रखिये
आने वाले मानसून सीजन में जोरदार बारिश की संभावना नहीं है। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि इस बार अलनीनो के कमजोर होने से कम बारिश का अनुमान है।
By Ashu SinghEdited By: Published: Tue, 26 Feb 2019 03:50 PM (IST)Updated: Tue, 26 Feb 2019 03:50 PM (IST)
मेरठ, [जागरण स्पेशल]। आने वाले मानसून सीजन में जोरदार बारिश की संभावना नहीं है। निजी एजेंसी के वैज्ञानिकों ने अभी तक मिल रहे रुझानों से स्पष्ट किया है कि 50 फीसद से अधिक संभावना है कि इस बार मानसून सीजन सामान्य रहेगा। बताते चलें कि पिछले सीजन में जनपद में सामान्य से 40 फीसद तक अधिक बारिश हुई थी।
कमजोर हुआ अलनीनो
हालांकि मानसून सीजन 30 जून से शुरू होता है,लेकिन वर्ष 2019 के मानसून को लेकर वैज्ञानिकों ने आकलन करना शुरू कर दिया है। मौसम पर निगरानी रखने वाली निजी एजेंसी स्काइमेट के वैज्ञानिकों ने पहली आकलन रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अल-नीनो जो दिसंबर तक उफान पर था,अब कमजोर हो रहा है। बताया गया है कि अल नीनो भारत के मानसून को बहुत हद तक प्रभावित करता है। समूचे उत्तर भारत में दक्षिण पश्चिम मानसून से बारिश होती है।
आर्थिक विकास भी होता है प्रभावित
वर्ष 2018 में 1035 एमएम बारिश हुई थी,जबकि औसत 700 से 750 का है। रिपोर्ट के अनुसार जोरदार या भारी बारिश की संभावना नहीं है। शुरुआत में यह कमजोर रहेगा। कृषि आधारित अर्थ व्यवस्था होने से अच्छे और खराब मानसून का भारत की आर्थिक विकास की दर को तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसलिए मौसम विशेषज्ञ विश्वव्यापी जलवायु परिवर्तन पर पैनी निगाह रखते हैं। कृषि प्रणाली संस्थान के प्रधान मौसम वैज्ञानिक डा.एन सुभाष ने बताया कि एजेंसी ने प्रारंभिक आकलन किया है। इसको लेकर 15 मार्च से 15 अप्रैल तक स्थिति स्पष्ट होगी।
अलनीनो के बारे में जानें
ऊष्ण कटिबंधीय प्रशांत के भूमध्यीय क्षेत्र के समुद्र के तापमान और वायुमंडलीय परिस्थितियों में आये बदलाव के लिए उत्तरदायी समुद्री घटना को अल-नीनो कहा जाता है। यह दक्षिण अमेरिका के पश्चिमी तट पर स्थित ईक्वाडोर और पेरु देशों के तटीय समुद्री जल में कुछ सालों के अंतराल पर घटित होती है।
बारिश और ओलावृष्टि की आशंका
मेरठ में सोमवार को दिनभर हल्के बादल छाए रहने के बाद देर शाम हल्की बूंदा बांदी आरंभ हो गई। रिमझिम फुहारें कुछ ही देर बाद थम गई,लेकिन मध्यम रफ्तार से बह रही ठंडी हवाओं से मौसम खुशनुमा हो गया। दिन में मौसम हल्का ठंड बना रहा। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक बारिश और ओलावृष्टि की आशंका जताई है। फरवरी के अंतिम दौर में भी बारिश पीछा कर रही है। अभी तक 37.8 एमएम बारिश हो चुकी है जो पूरे माह में होने वाली बारिश से 10 एमएम अधिक है। सोमवार को दिल्ली में दोपहर को ही बारिश आरंभ हो गई इसके बाद गाजियाबाद में भी अच्छी बारिश रिकार्ड की गई। रात साढ़े आठ बजे के बाद मेरठ में भी बूंदाबांदी शुरु हो गई। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार 26 को ओलावृष्टि और बारिश हो सकती है। पिछले दो दिनों से सुबह और शाम होने के बाद अच्छी ठंड पड़ रही है।
कमजोर हुआ अलनीनो
हालांकि मानसून सीजन 30 जून से शुरू होता है,लेकिन वर्ष 2019 के मानसून को लेकर वैज्ञानिकों ने आकलन करना शुरू कर दिया है। मौसम पर निगरानी रखने वाली निजी एजेंसी स्काइमेट के वैज्ञानिकों ने पहली आकलन रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अल-नीनो जो दिसंबर तक उफान पर था,अब कमजोर हो रहा है। बताया गया है कि अल नीनो भारत के मानसून को बहुत हद तक प्रभावित करता है। समूचे उत्तर भारत में दक्षिण पश्चिम मानसून से बारिश होती है।
आर्थिक विकास भी होता है प्रभावित
वर्ष 2018 में 1035 एमएम बारिश हुई थी,जबकि औसत 700 से 750 का है। रिपोर्ट के अनुसार जोरदार या भारी बारिश की संभावना नहीं है। शुरुआत में यह कमजोर रहेगा। कृषि आधारित अर्थ व्यवस्था होने से अच्छे और खराब मानसून का भारत की आर्थिक विकास की दर को तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसलिए मौसम विशेषज्ञ विश्वव्यापी जलवायु परिवर्तन पर पैनी निगाह रखते हैं। कृषि प्रणाली संस्थान के प्रधान मौसम वैज्ञानिक डा.एन सुभाष ने बताया कि एजेंसी ने प्रारंभिक आकलन किया है। इसको लेकर 15 मार्च से 15 अप्रैल तक स्थिति स्पष्ट होगी।
अलनीनो के बारे में जानें
ऊष्ण कटिबंधीय प्रशांत के भूमध्यीय क्षेत्र के समुद्र के तापमान और वायुमंडलीय परिस्थितियों में आये बदलाव के लिए उत्तरदायी समुद्री घटना को अल-नीनो कहा जाता है। यह दक्षिण अमेरिका के पश्चिमी तट पर स्थित ईक्वाडोर और पेरु देशों के तटीय समुद्री जल में कुछ सालों के अंतराल पर घटित होती है।
बारिश और ओलावृष्टि की आशंका
मेरठ में सोमवार को दिनभर हल्के बादल छाए रहने के बाद देर शाम हल्की बूंदा बांदी आरंभ हो गई। रिमझिम फुहारें कुछ ही देर बाद थम गई,लेकिन मध्यम रफ्तार से बह रही ठंडी हवाओं से मौसम खुशनुमा हो गया। दिन में मौसम हल्का ठंड बना रहा। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक बारिश और ओलावृष्टि की आशंका जताई है। फरवरी के अंतिम दौर में भी बारिश पीछा कर रही है। अभी तक 37.8 एमएम बारिश हो चुकी है जो पूरे माह में होने वाली बारिश से 10 एमएम अधिक है। सोमवार को दिल्ली में दोपहर को ही बारिश आरंभ हो गई इसके बाद गाजियाबाद में भी अच्छी बारिश रिकार्ड की गई। रात साढ़े आठ बजे के बाद मेरठ में भी बूंदाबांदी शुरु हो गई। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार 26 को ओलावृष्टि और बारिश हो सकती है। पिछले दो दिनों से सुबह और शाम होने के बाद अच्छी ठंड पड़ रही है।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें