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छावनी के टोल पर आज हाई कोर्ट में सुनवाई Meerut News

दिल्ली रोड मवाना रोड रुड़की रोड सहित छावनी के सभी 11 प्वाइंटों पर टोल (व्यवसायिक वाहनों से प्रवेश शुल्क) की वसूली चल रही है। अवमानना की डर से बोर्ड ने शुक्रवार को बैठक किया।

By Prem BhattEdited By: Published: Mon, 03 Feb 2020 04:51 PM (IST)Updated: Mon, 03 Feb 2020 04:51 PM (IST)
छावनी के टोल पर आज हाई कोर्ट में सुनवाई Meerut News
छावनी के टोल पर आज हाई कोर्ट में सुनवाई Meerut News

मेरठ, जेएनएन। दिल्ली रोड, मवाना रोड, रुड़की रोड सहित छावनी के सभी 11 प्वाइंटों पर टोल (व्यवसायिक वाहनों से प्रवेश शुल्क) की वसूली चल रही है। हाईकोर्ट की अवमानना के डर से बोर्ड ने शुक्रवार को विशेष बैठक किया था। अब उसके बोर्ड बैठक में हुए मिनट्स को कैंट बोर्ड हाईकोर्ट में पेश करेगा।

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कैंट बोर्ड तीन फरवरी सोमवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट में मिनट्स को रखेगा। अब टोल का मामला कोर्ट के हवाले हो गया है। कोर्ट के स्तर पर जब तक इसे लेकर कोई फैसला नहीं होता, ठेकेदार कोर्ट के स्टे के आधार पर सभी जगह टोल की वसूली जारी रखेगा। अब आगे कैंट बोर्ड इस मुद्दे को किस तरह से कोर्ट पर रखता है। इस पर भी सभी लोगों की नजर है।

आठ दिसंबर से चल रहा है मामला

आठ दिसंबर से कैंट बोर्ड ने टोल का ठेका छोड़ा था। दिल्ली रोड, मवाना रोड, रुड़की रोड पर विरोध के बाद 12 दिसंबर को बैठक कर दो महीने के लिए टोल को हटा दिया। लेकिन टोल ठेकेदार ने 20 दिसंबर को कोर्ट से स्टे लेकर आठ जनवरी से फिर से वसूली शुरू कर दी। विरोध हुआ तो बोर्ड ने विशेष बैठक कर 15 जनवरी को तीन जगह का टोल खत्म कर दिया। जिसके खिलाफ ठेकेदार ने कोर्ट में अवमानना का केस दर्ज करा दिया। जिस पर हाईकोर्ट में बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ को पेश होना पड़ा। कोर्ट के आदेश पर 31 जनवरी को बैठक कर कैंट बोर्ड ने 15 जनवरी को हुए फैसले को वापस ले लिया।

बोर्ड पर सवाल, जनता परेशान

दिल्ली रोड, मवाना रोड, रुड़की रोड पर जाम और अव्यवस्था पहले की तरह है। ट्रांसपोर्टर और व्यापारी इसके विरोध में हैं। शहर के बीच में टोल वसूली से कई वाहन चालक अपने रास्ते बदलकर बीच से निकल रहे हैं। इससे जाम की समस्या शहर के भीतर बढ़ रही है। पीडब्लूडी की सड़क पर छावनी के टोल को लेकर सामान्य व्यवसायिक वाहन चालक समझ नहीं पा रहे हैं। उधर, दो बार बोर्ड में टोल को खत्म करने का प्रस्ताव पास करने और कोर्ट में कमजोर पैरवी को लेकर कैंट बोर्ड पर भी लोग सवाल उठा रहे हैं। जिसमें बोर्ड को किरकिरी हो रही है। कैंट बोर्ड के टोल के खिलाफ अब जनहित याचिका दाखिल करने की तैयारी हो रही है।

कैंट में अंधेरा कायम है, जरा संभलकर निकलें

मेरठ जेएनएन। अगर आप रात में कैंट की सड़कों से गुजर रहे हैं, तो संभलकर चलें। पिछले पंद्रह दिन से कैंट की सभी सड़कों की स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ी हैं। माल रोड भी अंधेरे में हैं। ऐसे में रात में कब कोई हादसा हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता है। 27 लाख रुपये का कैंट पर ऊर्जा निगम का बकाया है। अभी तक भुगतान नहीं हो पाया है।

कैंट की सड़कों की स्ट्रीट लाइट बंद होने की वजह से सभी बाजार भी अंधेरे में हैं। इसकी वजह से रात से सड़क पर गुजरने वाले लोगों की सुरक्षा को खतरा होने लगा है। महिलाओं के सामने सबसे अधिक समस्या है। अभी 31 जनवरी को टोल पर बोर्ड की बैठक हुई थी। इसमें बीना वाधवा ने पूरे कैंट की सड़कों की लाइट बंद होने से महिलाओं के साथ अगर कोई वारदात होने की आशंका जताई थी। अभी भी स्थिति जस की तस है। माल रोड पर सेना के कई बड़े अधिकारियों का निवास है। जिसे देखते उन सड़कों पर एमईएस से लाइन जोड़ी गई है।

72 लाख रुपये बकाया

छावनी के स्ट्रीट लाइटों पर 72 लाख रुपये बिजली बिल का बकाया है। भुगतान न होने पर ऊर्जा निगम ने स्ट्रीट लाइट का कनेक्शन काट दिया। ऊर्जा निगम ने 60 फीसद भुगतान करने को कहा था, इसके बाद बिजली कनेक्शन जोड़ने के लिए कहा था। लेकिन कैंट बोर्ड इतना भी प्रबंध नहीं कर पा रहा है। बिजली जोड़ने को लेकर बस कैंट की ओर से आश्वासन मिल रहा है। कैंट प्रवक्ता बृजेश सिंघल ने कनेक्शन जोड़ने को लेकर अनभिज्ञ रहे।


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