Good News: हस्तिनापुर को मिल सकता है राजकीय डिग्री कॉलेज का तोहफा Meerut News
माना जा रहा है कि सीएम योगी की गंगा यात्रा पर हस्तिनापुर को राजकीय डिग्री कॉलेज मिल सकता है। इसके लिए भूमि का चयन हो चुका है अब शासन की हरी झंडी इंतजार है।
मेरठ, [राजेंद्र शर्मा]। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गंगा यात्रा को लेकर इन दिनों चर्चा में हस्तिनापुर भी है। माना जा रहा है कि हस्तिनापुर नगरी को राजकीय महाविद्यालय का तोहफा मिल सकता है। इसके लिए तेजी से तैयारी चल रही है। कालेज का तोहफा मिलने पर हस्तिनापुर के सैकड़ों छात्र-छात्रओं को अपनी की पढ़ाई के लिए दूसरे स्थानों पर नहीं जाना पड़ेगा। कालेज के भूमि का चयन भी कर लिया गया है।
हस्तिनापुर में नहीं है राजकीय कालेज
ऐतिहासिक हस्तिनापुर नगरी में अभी तक कोई राजकीय महाविद्यालय नहीं है। ऐसे में हस्तिनापुर के सैकड़ों छात्र-छात्रओं को कालेज की पढ़ाई करने के लिए मवाना, मेरठ तथा अन्य स्थानों पर जाना पड़ता है। हर साल सैकड़ों छात्र-छात्रओं की समस्या को देखते हुए हस्तिनापुर में ही राजकीय कालेज की स्थापना के लिए विधायक दिनेश खटीक ने पहल की। जिस पर मुख्यमंत्री ने पिछले साल मेरठ एवं मुजफ्फरनगर समेत अन्य जिलों में राजकीय महाविद्यालयों की स्थापना की घोषणा की थी। उसी घोषणा पर अब अमल किया जा रहा है।
कालेज के लिए चाहिए एक हेक्टेयर
राजकीय कालेज की स्थापना के लिए करीब एक हेक्टेयर भूमि की जरूरत होगी। हस्तिनापुर पांडवान स्थित खसरा संख्या-20 (ख) जिसका रकबा 3.643 हेक्टेयर है। यह भूमि राजकीय कालेज की स्थापना के लिए देख ली गई है। जिसमें एक हेक्टेयर भूमि कालेज की स्थापना के लिए उच्च शिक्षा विभाग को आवंटित किए जाने जाने का अनुरोध शासन से किया जा चुका है। यह भूमि राजकीय इंटर कालेज हस्तिनापुर की है। राजकीय कालेज की स्थापना करने के लिए बस उसकी एनओसी लेनी होगी।
जिला प्रशासन ने भेजी रिपोर्ट
सूत्रों के अनुसार शासन ने कालेज की स्थापना के लिए भूमि का आवंटन किए जाने से पहले जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है। जिसमें चिह्न्ति भूमि का स्थलीय निरीक्षण करने के साथ ही वर्तमान में भूमि की मौके पर स्थिति आदि की पूरी जानकारी मांगी गई है। ताकि बाद में कोई विवाद आदि की स्थिति न हो।
इन्होंने बताया
शासन ने कालेज की भूमि आदि के बारे में गत 15 जनवरी तक रिपोर्ट मांगी थी। यह रिपोर्ट भेज दी गई है। रिपोर्ट के बाद अब शासन की हरी झंडी का इंतजार है। शासन से हरी झंडी मिलते ही आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उनका कहना है कि वर्ष-2020 में हस्तिनापुर के छात्र-छात्रओं को राजकीय महाविद्यालय का तोहफा मिल जाएगा।
- राजीव गुप्ता, क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी