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हर्ष फायरिंग मामला : मुकेश सिद्धार्थ ने डाली अग्रिम जमानत अर्जी, पुलिस को नहीं मिला वारंट Meerut News

मुकेश सिद्धार्थ ने हाई कोर्ट में हर्ष फायरिंग को लेकर अग्रिम जमानत याचिका दायर किया है। अपने परिजनों से मोबाइल नंबर बदलकर बात कर रहा है।

By Prem BhattEdited By: Published: Fri, 13 Mar 2020 01:09 PM (IST)Updated: Fri, 13 Mar 2020 01:09 PM (IST)
हर्ष फायरिंग मामला : मुकेश सिद्धार्थ ने डाली अग्रिम जमानत अर्जी, पुलिस को नहीं मिला वारंट Meerut News
हर्ष फायरिंग मामला : मुकेश सिद्धार्थ ने डाली अग्रिम जमानत अर्जी, पुलिस को नहीं मिला वारंट Meerut News

मेरठ, जेएनएन। हर्ष फायरिंग मामले में सपा नेता मुकेश सिद्धार्थ की तरफ से हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत को अर्जी डाली गई हैं, जिसके चलते पुलिस को अदालत से वारंट नहीं मिल पाया है। उसके बावजूद भी पुलिस मुकेश सिद्धार्थ और उनके बेटे को गिरफ्तार नहीं कर पाई, जबकि मोबाइल नंबर बदलकर सपा नेता अपने परिवार के संपर्क में है।

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सुभाष नगर निवासी मुकेश सिद्धार्थ फिलहाल गंगानगर के गंगा सिटी में परिवार के साथ रहते हैं। 30 जनवरी को लालकुर्ती के एसजीएम गार्डन में बेटे हिमांशु सिद्धार्थ की शादी में हर्ष फायरिंग करने पर मुकेश और उनके बेटे हिमांशु के खिलाफ जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज हुआ। दबिश डालने के बाद भी पुलिस मुकेश सिद्धार्थ को पकड़ नहीं पाई। मुकेश ने फिलहाल अपने मोबाइल नंबर बंद कर दिया। नए नंबर से परिवार के सदस्यों के संपर्क में है। उसके बावजूद भी पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पा रही है। मुकेश की तरफ से इलाहाबाद हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत को अर्जी डाली थी। उस पर कोई निर्णय नहीं हो पाया है। अग्रिम जमानत की अर्जी डालने के बाद कोर्ट से पुलिस को वारंट भी नहीं मिल सका है।

इनका है कहना

एसएसपी अजय साहनी का कहना है कि मुकेश सिद्धार्थ और उनके बेटे की धरपकड़ को पुलिस की टीम लगी हुई है। पुलिस को तत्काल असलाह थाने में जमा कराने के आदेश दिए जा चुके हैं। साथ ही पिता-पुत्र की गिरफ्तारी भी पुलिस जल्द करेगी।

छह दिन बाद भी नहीं हुआ, डीएम के आदेश पर पालन

पुलिस की तरफ से मुकेश सिद्धार्थ और उनकी पत्‍नी के नाम शस्त्र लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई की गई है। डीएम अनिल ढींगरा ने लाइसेंस निलंबित करने के साथ-साथ लालकुर्ती पुलिस को आदेश दिए थे कि असलाह थाने में जमा करा लिया जाए। पुलिस का तर्क है कि मुकेश सिद्धार्थ फरार हैं, ऐसे में असलाह कैसे जमा करें। सवाल है कि रिवॉल्वर का लाइसेंस ही मुकेश के नाम है, जबकि बंदूक का लाइसेंस उनकी पत्‍नी के नाम है। पत्‍नी अभी भी घर पर है। उसके बावजूद पुलिस बंदूक जमा नहीं कर पा रही है। इंस्पेक्टर दिलीप कुमार ने बताया कि सपा नेता के घर पर कोई मौजूद नहीं है। इसलिए असलाह अभी तक जमा नहीं हो पाया है। 


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