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Hariom Anand Case: हरिओम आनंद की पत्नी मीना ने सीएम योगी को लिखा पत्र, मांगा इंसाफ Meerut News

मीना ने पति की मौत पर इंसाफ दिलाने के लिए बुधवार को सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। कहना है कि हमारे घर का एक सदस्य चला गया और आरोपित अनर्गल बयान दे रहे हैं।

By Prem BhattEdited By: Published: Thu, 09 Jul 2020 02:00 PM (IST)Updated: Thu, 09 Jul 2020 02:00 PM (IST)
Hariom Anand Case: हरिओम आनंद की पत्नी मीना ने सीएम योगी को लिखा पत्र, मांगा इंसाफ Meerut News
Hariom Anand Case: हरिओम आनंद की पत्नी मीना ने सीएम योगी को लिखा पत्र, मांगा इंसाफ Meerut News

मेरठ, जेएनएन। हरिओम आनंद की मौत का कारण घर के अंदर है.., शेयर होल्डरों और अतुल कृष्ण के उक्त बयान पर हरिओम आनंद की पत्नी मीना आनंद ने जवाब दिया है। उनका कहना है कि पुलिस जांच भटकाने के लिए ऐसी बात की जा रही है जो बेबुनियाद है। मीना ने पति की मौत पर इंसाफ दिलाने के लिए बुधवार को सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। उनका कहना है कि हमारे घर का एक सदस्य चला गया, और आरोपित अनर्गल बयान दे रहे हैं। पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर आरोपितों पर कार्रवाई करे।

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एसपी सिटी कर रहे जांच

हरिओम आनंद की आत्महत्या के तीसरे दिन बेटी मानसी ने सुभारती ग्रुप के ट्रस्टी अतुल कृष्ण पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाकर कप्तान से शिकायत की, जिस मामले में एसपी सिटी जांच कर रहे हैं। सोमवार को अतुल कृष्ण और मंगलवार को शेयर होल्डरों ने एसपी सिटी ऑफिस में बयान दिया था कि हरिओम आनंद की मौत का कारण घर के अंदर है।

सीएम को भेजा पत्र

उसी मामले में हरिओम आनंद की पत्नी मीना आनंद ने सीएम को पूरे प्रकरण में एक पत्र भेजा है, जिसमें कहा गया कि हरिओम आनंद की मौत हुए 12 दिन बीत गए। आरोपित खुलेआम घूम रहे हैं, उल्टे परिवार के खिलाफ ही बयानबाजी कर रहे हैं। उसके बाद भी उन्हें अपने पक्ष में सुबूत पेश करने के लिए समय दिया जा रहा है। मानसी आनंद का कहना है कि पूरे मामले की पुलिस जांच कर रही है। चंद दिनों में शेयर होल्डरों और अतुल कृष्ण की सच्चाई सामने आ जाएगी।

इनका कहना है

हरिओम आनंद के परिवार को सुरक्षा मुहैया करा चुके हैं। उनकी तरफ से दिए गए शिकायती पत्र पर एसपी सिटी को जांच दी गई है, जिसमें सभी पक्षों के बयान हो चुके हैं। पुलिस जल्द ही जांच का निष्कर्ष निकालेगी, उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। जांच निष्पक्ष करने के लिए एसपी सिटी को आदेश दिए जा चुके हैं।

- अजय साहनी, एसएसपी

आत्महत्या प्रकरण में सभी के बयानों को पढ़कर निष्कर्ष निकाला जा रहा है। उसके बाद कुछ सवाल बन रहे हैं, जिनके जवाब भी आरोपित और पीड़ित पक्ष से लिए जाएंगे। उसके बाद जांच रिपोर्ट तैयार कर एसएसपी को भेज दी जाएगी। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

- अखिलेश नारायण सिंह, एसपी सिटी

बोर्ड ऑफ डायरेक्टर में मीना आनंद अकेली निदेशक

2006 में आनंद अस्पताल में बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की नियुक्त की गई थी। उसके बाद हरिओम आनंद, पत्नी मीना आनंद, बेटा गौतम आनंद, डा. एनपी सिंह, डा. अजय गुप्ता, डा. संजय अग्रवाल और डा. संजय जैन को डायरेक्टर बनाया गया था। 2009 में संजय जैन बीमारी के कारण पद से हट गए थे। अस्पताल का 23 करोड़ के बकाए की मांग को लेकर 23 डाक्टर एनसीएलटी में चले गए। कुछ दिन बाद छह ने केस वापस ले लिया। बचे 17 डाक्टरों में तीन निदेशक डा. एनपी सिंह, डा. अजय गुप्ता और डा.संजय अग्रवाल ने भी निदेशक पद छोड़ दिया। आनंद परिवार के ही तीन लोग निदेशक बचे। जुलाई 2019 में गौतम आनंद ने भी इस्तीफा दे दिया। मीना आनंद ही अकेली डायरेक्टर हैं।

तीन डाक्टरों ने किया था हरिओम आनंद का उपचार

मुंडाली के मुरलीपुर स्थित फार्म हाउस में हरिओम आनंद ने सल्फास खाया था। आनंद अस्पताल में पहले से मौजूद इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डाक्टर ऐकम खान ने उपचार शुरू किया। उसके बाद फिजिशियन डाक्टर एनपी सिंह और एनेस्थेटिस्ट डाक्टर संजय अग्रवाल ने उपचार किया। बेटी मानसी ने बताया कि जानकारी पर वो अस्पताल पहुंचीं। दरअसल, मुरलीपुर से लौटने के बाद हरिओम आनंद ने अस्पताल में अपने पूरे स्टाफ से बात की थी। उसके बाद बताया कि वो अब नहीं बचेंगे। तभी डाक्टरों की टीम उन्हें उपचार के लिए ले गई। हालांकि काफी प्रयास के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका। 


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