दक्षिण अफ्रीका में जूते की दुकान से शुरू किया कारोबार, फिर सत्ता का केंद्र कैसे बने गुप्ता बंधु, पढ़ें यह खास रिपोर्ट
Gupta Brothers Arrested उत्तर प्रदेश के सहारनपुर निवासी गुप्ता बंधुओं ने दक्षिण अफ्रीका में खूब संपत्ति कमाई और वहां के बड़े ताकतवर लोगों में शामिल हो गए थे। उन्होंने वहां सबसे पहले 1998 में जूते की एक दुकान खोलकर अपना कारोबार शुरू किया था।
सहारनपुर, जागरण संवाददाता। सहारनपुर में मसालों के कारोबार से काम की शुरुआत करने वाले गुप्ता बंधुओं ने दक्षिण अफ्रीका में अपने कारोबार को बढ़ाया और सालों तक सियासी रसूख व ताकत के पर्याय बने रहे। दुनिया के कई देशों में इनका कारोबार फैला। सितारे गड़बड़ाए तो इनका दक्षिण अफ्रीका में रहना भी मुश्किल हो गया। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) का रुख किया लेकिन उनकी समस्याएं कम नहीं हुई। तीनों भाइयों के खिलाफ रेड नोटिस जारी होने के बाद इंटरपोल ने सोमवार को राजेश गुप्ता और अतुल गुप्ता को अबू धाबी से गिरफ्तार कर लिया है।
सहारनपुर के रानी बाजार के रहने वाले हैं तीनों भाई
तीन भाई 53 वर्षीय अजय गुप्ता, 51 वर्षीय अतुल गुप्ता तथा 47 वर्षीय राजेश गुप्ता मूलरूप से सहारनपुर के पुराना शहर स्थित रानी बाजार के रहने वाले हैं। अब तीनों भाइयों का मिशन कंपाउंड में आलीशान मकान है।
तीनों भाइयों की पढ़ाई-लिखाई सहारनपुर के जेवी जैन डिग्री कालेज से हुई। अजय गुप्ता चार्टेड अकाउंटेंड हैं, अतुल गुप्ता ने कंप्यूटर हार्डवेयर का कोर्स किया है तथा राजेश गुप्ता ने बीएससी तक पढ़ाई की है। करीब 25 साल पूर्व तीनों भाई दक्षिण अफ्रीका में कारोबार करने गए थे। उनका बिजनेस वहां तरक्की करने लगा और वह दक्षिण अफ्रीका के सबसे अमीर लोगों में शुमार हो गए।
तत्कालीन राष्ट्रपति जैकब जुमा से संबंधित आरोप
गुप्ता बंधुओं की गिरफ्तारी के पीछे बताया जा रहा है कि द. अफ्रीका के तत्कालीन राष्ट्रपति जैकब जुमा के शासन के दौरान के प्रकरणों से संबंधित मामलों के केंद्र में यह लोग थे। यह गिरफ्तारी इंटरपोल द्वारा पिछले साल जुलाई में गुप्ता बंधुओं के खिलाफ नोटिस जारी किए जाने के लगभग एक साल बाद हुई है। गुप्ता बंधुओं पर आरोप है कि उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में जैकब जुमा के साथ अपने संबंधों का इस्तेमाल आर्थिक लाभ हासिल करने और शीर्ष पदों पर नियुक्तियों को प्रभावित करने के लिए किया। इंटरपोल ने अमेरिका और ब्रिटेन द्वारा पहले से ही वांछित घोषित गुप्ता बंधुओं के खिलाफ रेड नोटिस जारी किया था। हालांकि इन भाइयों की पत्नी आरती और चेताली गुप्ता को इंटरपोल की तरफ से कोई रेड नोटिस जारी नहीं किया गया है।
शुरुआत में खोली थी जूते की दुकान
गुप्ता बंधुओं ने सबसे पहले 1998 में दक्षिण अफ्रीका पहुंचकर जूते की एक दुकान खोली थी। उन्होंने जल्द ही आइटी, मीडिया और खनन कंपनियां बनाकर अपने कारोबार का विस्तार किया।
कई कारोबार हो गए बंद
गुप्ता बंधुओं के यूएई आने के बाद दक्षिण अफ्रीका में कई कर्जदाता सामने आए और उन्होंने गुप्ता बंधुओं पर कार्रवाई की मांग की। जिसके बाद दक्षिण अफ्रीका की सरकार ने गुप्ता बंधुओं की संपत्ति को नीलाम करना शुरू कर दिया। अब उनके दक्षिण अफ्रीका में भी कई कारोबार बंद हो चुके हैं।