विवेकानंद की प्रतिमा का कन्याकुमारी का शिल्प
मेरठ। सीसीएसयू में मुख्य गेट के बगल में 12 फीट ऊंची और 16 कुंतल तांबे की बनी स्वामी विवेकान
मेरठ। सीसीएसयू में मुख्य गेट के बगल में 12 फीट ऊंची और 16 कुंतल तांबे की बनी स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा को भारतीय ललित कला अकादमी के चेयरमैन उत्तम पचारने ने तैयार किया है। उन्होंने करीब छह महीने में ये प्रतिमा मुंबई में तैयार की। पचारने ने बताया कि ऐसी प्रतिमा कन्याकुमारी में है। उसी शिल्प को उन्होंने यहां उतारने की कोशिश की। इस प्रतिमा को बनाने में करीब 12 लाख रुपये खर्च का अनुमान बताया गया है। इसके रंग कभी भी धूमिल नहीं पड़ेंगे। पचारने ने बताया कि वह मुंबई के फुटपाथ से निकले हैं। झुग्गी में रहते हुए उन्होंने पत्थर की मूर्तियां अपने पिता के साथ बनानी शुरू की थी। उस समय राज्यपाल राम नाईक मुंबई के विधायक थे। उत्तम ने कहा कि वह आज जो भी हैं, राज्यपाल राम नाईक के बदौलत हैं। उत्तम ने कहा कि उन्होंने अलग अलग जगह पर विवेकानंद की 40 प्रतिमाओं को बनाया है। वहीं दूसरी ओर मंच से राज्यपाल ने उन्हें अपना मित्र बताया। बताया जा रहा है कि राज्यपाल ने लखनऊ में प्रदेश के सभी कुलपतियों के सम्मेलन में विश्वविद्यालयों में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा लगाने की इच्छा जताई थी। सीसीएसयू में उन्हीं के कहने पर प्रतिमा लगाई गई।
धन सिंह कोतवाल की प्रतिमा
विवि में कुलपति के आवास के सामने 1857 की क्रांति के नायक धन सिंह कोतवाल की पत्थर की प्रतिमा का भी अनावरण किया गया। यह प्रतिमा जयपुर के कलाकार ने तैयार की है। धन सिंह कोतवाल शोधपीठ के सहयोग से यह प्रतिमा स्थापित हुई है।
डेढ़ घंटे देरी से शुरू हुआ कार्यक्रम
राज्यपाल का कार्यक्रम सुबह साढ़े नौ बजे से 10.50 बजे तक निर्धारित था। लेकिन डेढ़ घंटे देरी से कार्यक्रम शुरू हुआ। इसमें सबसे पहले राज्यपाल और उप मुख्यमंत्री एनसीसी कैडेट्स ने गार्ड आफ ऑनर दिया। फिर मुख्य गेट पर स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का लोकार्पण किया गया। फिर सौर ऊर्जा संयत्र का उद्घाटन हुआ। सामुदायिक केंद्र पर शहीद धनसिंह कोतवाल की प्रतिमा का अनावरण किया। निर्धारित समय से डेढ़ घंटे देरी से राज्यपाल ने बृहस्पति भवन में संबोधन किया। जिसका उन्होंने उल्लेख किया।
गर्मी से बचने के लिए एसी हाल
उमस भरी गर्मी से बचने के लिए विवि में बृहस्पति भवन के एसी हाल में राज्यपाल और डिप्टी सीएम के संबोधन का कार्यक्रम रखा गया था। हाल में 250 लोगों के बैठने की व्यवस्था थी, लेकिन काफी हुजूम जुटने की वजह हाल का दरवाजा कुछ देर के लिए बंद करना पड़ा। इससे थोड़ी अव्यवस्था रही। हालांकि विवि ने बाहर टेंट में लोगों के बैठने की व्यवस्था की थी। कैंपस में छात्र और शिक्षक बाहर रहे। वहीं राज्यपाल के कार्यक्रम के दौरान मुख्य गेट भी बंद रहा।
ये रहे मौजूद
बृहस्पति भवन में कार्यक्रम का संचालन मेरठ कॉलेज की डीन अंजली मित्तल ने संचालन किया। कुलपति प्रो. एनके तनेजा ने स्वागत भाषण दिया, प्रति कुलपति प्रो. एचएस सिंह ने धन्यवाद दिया। मौके पर सांसद राजेंद्र अग्रवाल, सांसद कांता कर्दम, विधायक सोमेंद्र तोमर, सत्यप्रकाश अग्रवाल, डीएसडब्लू प्रो. वाई विमला, करुणेश नंदन गर्ग, दर्शन लाल अरोड़ा, वाचस्पति मिश्र, पूर्व एमएलसी जगत सिंह, सरजीत सिंह प्रमुख जगत सिंह दौसा, कुलदीप उज्ज्वल, योगेंद्र विकल, डा. अनुज पंडित, जिलाधिकारी अनिल ढींगरा, एसएसपी राजेश पांडे आदि अन्य उपस्थित रहे।