सीबीएसई के छात्रों के लिए अच्छी खबर, अब स्कूल की पढ़ाई में मिलेगा कामिक्स का रोमांच
सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्कूलों के एक हजार से अधिक शिक्षकों द्वारा तैयार किए गए 100 से अधिक कामिक बुक विषयवार तैयार किए गए हैं। यह कामिक बुक कक्षा तीन से 12वीं तक के बच्चों के लिए हैं जो अपने विषयों को कामिक बुक में सचित्र पढ़ व देख सकेंगे।
मेरठ, अमित तिवारी। नई शिक्षा नीति के अंतर्गत जायफुल लर्निंग और डिजिटल शिक्षण को बढ़ावा देने के लिए स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग भारत सरकार ने एनसीईआरटी के करिकुलम आधारित कामिक बुक तैयार किए हैं। सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्कूलों के एक हजार से अधिक शिक्षकों द्वारा तैयार किए गए 100 से अधिक कामिक बुक विषयवार तैयार किए गए हैं। यह कामिक बुक कक्षा तीन से 12वीं तक के बच्चों के लिए हैं जो अपने विषयों को कामिक बुक में सचित्र पढ़ व देख सकेंगे। इसका उद्देश्य पढ़ाई के साथ ही बच्चों में सांस्कृतिक और सामाजित सतर्कता को बढ़ावा देना है।
जुड़ेगा पढ़ाई और जीवन का तालमेल
नई शिक्षा नीति में किताबी पढ़ाई से बच्चों को संकल्पना को समझाने और आम जनजीवन से जुड़ी गतिविधियों से संबंध जोड़ने की ओर ले जाने को प्रमुखता दी गई है। इसीलिए शिक्षण में नवाचार को बढ़ावा देते हुए 16 विषयों के कामिक बुक तैयार किए गए हैं। एनसीईआरटी किताबों के बिंदुओं पर आधारित इन कामिक बुक को इस तरह कहानियों के किरदारों को पिरोया गया है जिससे हर कोई स्वयं को जुड़ा हुआ महसूस करेगा। छोटे बिंदुओं को तस्वीरों और वर्कशीट से सुसज्जित किया गया है। विषयों के साथ ही जेंडर सेंस्टिविटी, महिला सशक्तिकरण, मूल्यपरक शिक्षा आदि जीवन कौशल को भी महत्व दिया गया है।
दीक्षा पोर्टल पर उपलब्ध है कामिक बुक
कामिक बुक को दीक्षा पोर्टल या दीक्षा मोबाइल एप पर देखा व पढ़ा जा सकता है। दीक्षा एप पर यूजर प्रोफाइल बनाएं। सीबीएसई या एनसीईआरटी का चयन करें। संबंधित कक्षा का चयन कामिक बुक पढ़ सकते हैं। कामिक बुक दीक्षा के वाट्सएप चैटबोट पर भी पढ़ सकते हैं।
25 करोड़ से अधिक लर्निंग सेशन
29 मार्च 2021 की रिपोर्ट के अनुसार दीक्षा पोर्टल और एप के जरिए अब तक 25 करोड़ 78 लाख से अधिक लर्निंग सेशन किए जा चुके हैं। यह आंकड़ा देश के 37 राज्यों व केंद्र शासित प्रदशों का है जिनमें औसत लर्निंग सेशन 69.69 लाख है। इस दौरान अधिकतम 8.21 करोड़ से अधिक और न्यूनतम 4760 सेशन हुए हैं। अधिकतम 8,21,24,053 सेशन उत्तर प्रदेश के ही अभ्यर्थियों ने लिए हैं।