घर लौटने पर आत्मविश्वास से लबरेज दिखे गोल्डन ब्वाय
देहाती छोरे ने अंतरराष्ट्रीय फलक पर लहराया तिरंगा। बेटे के गले में टंगे गोल्ड मेडल को देख छलक उठे माता-पिता की आंखों में आंसू।
संवाद सूत्र, सरूरपुर। साधारण किसान परिवार से निकल कर एशियन गेम में गोल्ड मेडल जीतकर लौटे शूटर सौरभ चौधरी का रविवार सुबह गांव पहुंचने पर फूल मालाओं के साथ जोरदार स्वागत किया गया। इसके साथ ही ग्रामीणों ने कोच यशपाल सिंह का भी स्वागत किया। इस दौरान उसने मीडिया से अपने अनुभव भी साझा किये।
कलीना गांव निवासी किसान जगमोहन के पुत्र शूटर सौरभ चौधरी के एशियन गेम में शूटिंग प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीतकर गांव पहुंचने पर फूल मालाओं के साथ परिजन व ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत किया। सौरभ के घर पहुंचने पर मां बृजेश देवी व पिता जगमोहन ने गल्ले लगाकर आर्शीवाद दिया। सौरभ ने बताया कि वह अपने गेम में प्रतिद्वंदी के बारे में न सोचकर लगातार अपना अच्छा प्रदर्शन देने का प्रयास करते हैं। एशियन गेम में गोल्ड मेडल जीतकर उनका आत्मविश्वास बढ़ा है। प्रतिद्वंदी के विषय में न सोचने की वजह से वह बेहतर प्रदर्शन कर पाया। इस लय को आगे भी बरकरार रखना है। अब उनका अगला निशाना आगामी 30 नवंबर से 7 दिसंबर तक केरल में होने वाली नेशनल प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल पर कब्जा कराना है। अपनी इस जीत के लिए उन्होंने माता-पिता व भाई-बहन का आर्शीवाद और कोच की मेहनत को अहम बताया।
घर पहुंचकर रालोद पदाधिकारियों ने दी बधाई
रविवार को शूटर सौरभ के घर पहुंचे रालोद के प्रतिनिधि मंडल ने बधाई देते हुए मिठाई खिलाकर आर्शीवाद दिया। प्रवक्ता सुनील रोहटा ने कहा कि सौरभ ने गांव का ही नहीं क्षेत्र, प्रदेश व देश का नाम रोशन किया है। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष सैनिक प्रकोष्ट कर्नल ब्रहमपाल तोमर, डा. राजकुमार सांगवान, जिलाध्यक्ष राहुल देव, रणवीर दहिया ने भी आर्शीवाद दिया।
रिकार्ड पर रिकार्ड
16 वर्षीय सौरभ चौधरी ने 10 मीटर एयर पिस्टल में विश्व रिकार्ड बनाया है। साथ ही जर्मनी के सुहल में आईएसएसएफ जूनियर विश्व कप में एक नया जूनियर विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया है। बाद में सौरभ ने 245.5 के स्कोर के साथ अपना खुद का विश्व रिकार्ड तोड़ दिया था। कुवैत में भी गोल्ड मेडल जीता है। अभी पुलिस भर्ती में सौरभ चौधरी के किस शहर से ताल्लुक रखते हैं, से संबंधित सवाल भी पूछा गया था। सौरभ की उपलब्धि पर पूरा गांव गदगद है।