मुझे माफ कर देना मम्मी-पापा..मैं जान दे रही हूं
एमपीजीएस की 12वीं की छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या की। घर में पंखे पर दुपंट्टे के फंदे से शव लटका मिला। मौके पर छात्रा का सुसाइड नोट भी मिला है।
मेरठ (जेएनएन)। शास्त्रीनगर स्थित मेरठ पब्लिक गर्ल्स स्कूल की छात्रा ने फांसी लगाकर जान दे दी। सुसाइड नोट में उसने मौत के लिए खुद को जिम्मेदार ठहराते हुए अपने माता-पिता से माफी मांगी है।
मेडिकल थाना क्षेत्र के जागृति विहार सोमदत्त कालोनी निवासी प्रतिभा सिंह (17) एमपीजीएस में 12वीं की छात्रा थी। आबकारी विभाग में हेड कांस्टेबल उसके पिता राजेंद्र सिंह बिजनौर में तैनात हैं। राजेंद्र सिंह का पुत्र नोएडा में नौकरी करता है। घर पर प्रतिभा और उसकी मां ममता रहती थीं। बुधवार रात प्रतिभा ने अपने पिता से फोन पर बात की। इसके बाद मां-बेटी अपने-अपने कमरों में सोने चली गई।
गुरुवार सुबह स्कूल भेजने के लिए ममता पुत्री को जगाने गई तो प्रतिभा अपने कमरे में पंखे पर लगे दुपंट्टे के फंदे पर लटकी हुई थी। महिला की चीख-पुकार सुनकर पड़ोसी दौड़े। थाना पुलिस मौके पर पहुंची। शव को नीचे उतारा और पोस्टमार्टम को भेजने लगी, परंतु माता-पिता ने कार्रवाई से इन्कार कर दिया। राजेंद्र सिंह बिलखते हुए मेरठ पहुंचे। आत्महत्या की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है।
मौके से मिला सुसाइड नोट
मेडिकल थाना प्रभारी सतीश कुमार के मुताबिक, मौके से सुसाइड नोट मिला है, जिसमें लिखा है-'मैं अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रही हूं। इसमें किसी का दोष नहीं है। मेरी मौत का कोई जिम्मेदार नहीं है। मैं आपसे बहुत प्यार करती हूं। माफ करना मम्मी-पापा, मैं जान दे रही हूं'।
बीमार चल रही थी प्रतिभा
स्कूल की प्रिंसिपल सपना आहुजा के अनुसार प्रतिभा स्कूल में विज्ञान वर्ग की छात्रा थी। वह किसी बीमारी से पीड़ित थी, जिसका पिछले दिनों ऑपरेशन भी हुआ था। पिछले कुछ दिनों से वह स्कूल भी नहीं आ रही थी।