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294 बार की गई कॉल से तनाव में आ गई थी छात्रा

जागरण संवाददाता, मेरठ : छात्रा की आत्महत्या का कारण बने चारों आरोपियों को पुलिस ने पकड़

By JagranEdited By: Published: Sat, 13 Jan 2018 02:54 AM (IST)Updated: Sat, 13 Jan 2018 02:54 AM (IST)
294 बार की गई कॉल से तनाव में आ गई थी छात्रा
294 बार की गई कॉल से तनाव में आ गई थी छात्रा

जागरण संवाददाता, मेरठ : छात्रा की आत्महत्या का कारण बने चारों आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया है। शुक्रवार को उन्हें कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने छात्रा को दो माह में 294 बार कॉल किया।

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एसएसपी मंजिल सैनी ने चारों आरोपियों के साथ प्रेसवार्ता की। उन्होंने बताया कि गावड़ी निवासी शोभित, रवि, अंकित को गुरुवार की रात ही पकड़ लिया गया था। वहीं मोहित को शुक्रवार सुबह उसके घर से पकड़ लिया गया। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने स्वीकार किया कि वह छात्रा को परेशान करते थे। आरोपियों ने दो माह में छात्रा को फोन करके तनाव में ला दिया था। जिसके बाद वह गुमसुम रहने लगी थी। सबसे अधिक कॉल शोभित करता था। वह उस पर दबाव बनाता था कि उससे शादी करे। जबकि शोभित दो बच्चों का पिता है। वहीं प्रेसकांफ्रेंस में मौजूद आरोपियों ने खुद को बेकसूर बताया। उनका कहना था कि छात्रा से उनकी दोस्ती थी। वह उसे परेशान नहीं करते थे। आरोपियों के खिलाफ छेड़छाड़ और दुष्कर्म के प्रयास की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।

किस आरोपी ने कितनी बार की कॉल

सीडीआर अनुसार छात्रा के मोबाइल पर शोभित ने सबसे अधिक 238 बार कॉल किया। इसके अलावा 16 कॉल मोहित के मोबाइल से, छह कॉल अंकित के मोबाइल से और रवि के मोबाइल से 34 बार कॉल की गई। रवि के मोबाइल से जितनी बार भी कॉल हुई है, शोभित ने बात की है।

कहां थी छात्रा की लोकेशन

एसएसपी मंजिल सैनी ने बताया कि परिवार के अनुसार छह जनवरी की शाम करीब छह बजे की घटना है। उन्होंने बताया कि उस दिन छात्रा ट्यूशन पढ़ने के लिए गई थी और उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास हुआ था। उन्हें वह घटनास्थल नहीं मिला है, जहां पर छात्रा के साथ दुष्कर्म का प्रयास हुआ? इसलिए अब छह जनवरी की शाम तीन बजे से लेकर पांच बजे के बीच छात्रा की लोकेशन कहां थी, इसका पता लगाया जा रहा है।

कमरे में नहीं मिले जले के निशान

एसपी देहात राजेश कुमार ने बताया कि उन्होंने उस घटनास्थल का निरीक्षण किया, जहां पर छात्रा ने खुद को आग लगाई थी। उस कमरे में जले के निशान नहीं मिले हैं। परिजनों ने बताया कि घटना को हुए कई दिन बीत चुके हैं, इसलिए जले के निशान मिट गए हैं। कमरे का दरवाजा भी नहीं तोड़ा गया। कुंडी खोलकर छात्रा को कमरे से बाहर निकाला गया है।


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