चंदा जुटाकर किया बेटी का अंतिम संस्कार
जागरण संवाददाता, मेरठ : हे भगवान ऐसी गरीबी किसी को न दे, जो अपने परिवार के किसी सदस्य का
जागरण संवाददाता, मेरठ : हे भगवान ऐसी गरीबी किसी को न दे, जो अपने परिवार के किसी सदस्य का अंतिम संस्कार भी न कर सके। भावनपुर क्षेत्र के जिस परिवार की छात्रा ने छेड़छाड़ से तंग होकर आत्मदाह किया था। वह परिवार इसी तरह की गरीबी से गुजर रहा है। शुक्रवार को जब परिजन छात्रा का अंतिम संस्कार करने ब्रजघाट पहुंचे तो उनके पास नाव वाले को देने के लिए भी पैसे नहीं थे।
चंदे में जुटाए दो हजार रुपये
परिजन जब ब्रजघाट पहुंचे तो उन्होंने एक नाविक से बोला कि वह गंगा के बीच में ले जाकर शव को प्रवाहित करेंगे। नाविक ने उनसे चार हजार रुपये मांगे। उनके पास पैसे नहीं थे। बाद में बात 2000 रुपये में तय हुई। 2000 रुपये भी छात्रा के पिता ने चंदा एकत्रित करके जुटाए और शव को नाव में रखकर गंगा के बीच में ले गए।
बेटी तो जल चुकी थी, इसलिए किया शव प्रवाहित
छात्रा के पिता ने बताया कि परिवार ने गुरुवार की देर रात ही निर्णय ले लिया था कि शव को गंगा में प्रवाहित किया जाएगा, जलाया नहीं जाएगा। पिता व मां का कहना था कि बेटी तो पहले ही जल चुकी थी। इसलिए अब दोबारा से उसे जलाना ठीक नहीं होगा। इसी कारण शव को ब्रजघाट ले गए थे।